अमरीका पाकिस्तान के बारे में कठोर निर्णय लेगा- अमरीका के वरिष्ठ अधिकारी का दावा

वॉशिंगटन/ इस्लामाबाद: ‘अफ़ग़ानिस्तान के बारे में नई नीति घोषित करते समय अमरिकी राष्ट्रपति ने पाकिस्तान को दिया इशारा शाब्दिक नहीं, आने वाले समय में पाकिस्तान अगर आतंकवाद समर्थक नीति नहीं बदलेगा तो अमरीका पाकिस्तान के विरोध में कड़ा निर्णय लेने में जरा भी नहीं सोचेगा’, ऐसा ट्रम्प प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है। साथ ही पाकिस्तान की आतंकवाद समर्थक नीति ध्यान में रखते हुए, राष्ट्रपति ट्रम्प ने अफ़ग़ानिस्तान से अपनी सेना वापस बुलाने का टाइम टेबल घोषित नहीं किया है, यह जानकारी इस अधिकारी ने दी है।

निर्णय

राष्ट्रपति ट्रम्प ने पाकिस्तान अफ़ग़ानिस्तान में रक्तपात करनेवाले आतंकियों को समर्थन देने का आरोप किया था। अमरीका से अब्जों डॉलर की सहायता मिलने पर भी पाकिस्तान अमरीकी सैनिकों को मारने वाले आतंकवादियों को समर्थन दे रहा है, यह विश्वासघात है। इस विधान के बाद पाकिस्तान में हडबडाहट फ़ैल गयी और पाकिस्तान के कट्टरपंथी सीधे अमरीका को आव्हान देने लगे। पाकिस्तान की तीव्र एवं कट्टरपंथियों की मध्यवर्ती संघटना पहचाने जानेवाले दिफ़ा-ए-काउंसिल का प्रमुख मौलाना समीउल हक ने पाकिस्तान का लश्कर अमरीका के मांग के अनुसार ‘हक्कानी नेटवर्क’ पर हल्ला कर नहीं सकता है, दावा किया है।

इसके लिए अमरीकी राष्ट्रपति कितना भी प्रयत्न कर ले, कोई फर्क नहीं पड़ेगा यह समीउल हक ने एक पत्रकार परिषद में कहा था। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ ने अमरीका के आर्थिक सहायता को आगे चलते ‘गुड बाय’ करने की जरूरत पड़ेगी, यह कहा है।

पाकिस्तान के राजकीय पक्ष, लश्कर और कट्टरपंथी अमरीका के विरोध में एकजुट हुए हैं, जिससे आगे चलते अमरीका की आर्थिक सहायता को इनकार करने में यह एकता दिखाई दे रहे हैं। पर अमरीका से मदद नहीं मिली तो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था किसी भी समय गिर जाएगी इशारा विशेषज्ञ दे रहे हैं। ऐसी परिस्थिति में चीन जैसा मित्रदेश पाकिस्तान को जरुर सहायता करेगा, इस विश्वास पर पाकिस्तानी नेता, लष्करी अधिकारी एवं कट्टरपंथी अपने देश को अमरीका की जरूरत नहीं होने, की बात कह रहे हैं।

इस पृष्ठभूमि पर, वॉशिंगटन में पत्रकारों से बातचीत करते हुए अमरीका के वरिष्ठ अधिकारी ने पाकिस्तान को और एक कड़ा इशारा देने की बात कही है। नाम न बताने की शर्त पर इस अधिकारी ने यह जानकारी दी है। पहले पाकिस्तान की आतंकवाद समर्थक नीति सहन की गई थी, पर आने वाले समय में यह परिस्थिति नहीं रहेगी। पाकिस्तान आगे चलकर यही नीति कायम रखे तो ट्रम्प प्रशासन पाकिस्तान पर कठोर निर्णय लेने में जरा भी नहीं सोचेंगे, यह कहते अधिकारी ने इसकी तैयारी होने के संकेत दिए हैं।
पर इस कठोर कार्यवाही में कौन सी बातों का समावेश हो सकता है यह जानकारी अधिकारी ने नहीं दी। साथ ही पाकिस्तान के रवैये को सामने रखकर अफ़ग़ानिस्तान में अमरिकी सेना वापस बुलाने के टाइम टेबल की घोषणा अब तक नही की है यह महत्वपूर्ण दावा किया है। अमरीकन सेना एक ना एक दिन अफ़ग़ानिस्तान से वापस लौट जाएगी, उसके बाद अफ़ग़ानिस्तान को अपने वर्चस्व में लाने की राह पाकिस्तान देख रहा है। इसीलिए पाकिस्तान आतंकवाद समर्थक नीति छोड़ने के लिए तैयार नहीं और ट्रम्प प्रशासन ने लिए निर्णय की बात अधिकारी ने कही है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.