ईरान को परमाणु हथियारों से सज्जित होने से रोकने के लिए इस्रायल सबकुछ करेगा – संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा में इस्रायली प्रधानमंत्री की चेतावनी

न्यूयॉर्क – ‘ईरान की हुकूमत ने परमाणु हथियार प्राप्त किए तो निश्चितरूप से इसका इस्तेमाल किया जाएगा। लेकिन, इस्रायल की सेना है और अहम बात यह है कि, अमरीका जैसा मित्रदेश भी है। ईरान को परमाणु हथियार से सज्जित होने से रोकने के लिए इस्रायल के पास आवश्यक सैन्य क्षमता है। इसका इस्तेमाल करते समय इस्रायल बिल्कुल नहीं हिचकिचाएगा। ईरान परमाणु हथियारों से सज्जित ना हो, इसके लिए इस्रायल सबकुछ करेगा’, ऐसी कड़ी चेतावनी इस्रायली प्रधानमंत्री येर लैपिड ने संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा में किए भाषण के दौरान दी।

अमरीका और यूरोपिय देश ईरान के साथ साल २०१५ का समझौता फिर से करने की जोरदार कोशिश कर रहे हैं। बायडेन प्रशासन परमाणु समझौते के लिए उत्सुक होने का दावा भी किया जा रहा है। लेकिन, सात साल पहले किया गया यह परमाणु समझौता ईरान के लिए सहायक है और परमाणु हथियारों के निर्माण के करीब पहुँचानेवाला है, यह आरोप इस्रायल लगा रहा है। ईरान के इस परमाणु समजौते से पश्चिमी देश पीछे हटे, इसके लिए पिछले कई हफ्तों से इस्रायल ने राजनीतिक स्तर पर कोशिशें शुरू की हैं।

इस्रायल के प्रधानमंत्री येर लैपिड ने संयुक्त राष्ट्र संघ की आम सभा को संबोधित करते समय भी यही कोशिश की। ‘इस्रायल फिलहाल परमाणु हथियारों से सज्जित ईरान और सत्य का अभाव, इन दोनों बड़े खतरों का सामना कर रहा है। ईरान यदि परमाणु हथियारों से सज्जित होता है तो आतंकी देश और ईरान से जुड़े आतंकी संगठन भी परमाणु हथियारों से सज्जित होंगे’, यह दावा इस्रायली प्रधानमंत्री लैपिड ने किया। ईरान को परमाणु हथियारों से सज्जित होने से रोकना हो तो सैन्य कार्रवाई करने का इशारा देना उचित होगा, ऐसा इस्रायली प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र संघ में अपने भाषण में स्पष्ट किया।

‘यदि ईरान ने परमाणु हथियारों की तैयारी करने की दिशा में कदम बढ़ाया तो शब्दों से नहीं, सैन्य कार्रवाई से जवाब दिया जाएगा, ऐसा स्पष्ट संदेश अंतरराष्ट्रीय समूदाय द्वारा ईरान को देने की ज़रूरत है’, यह सुझाव प्रधानमंत्री लैपिड ने दिया। ईरान से खतरा निर्माण होता है तो ही इस्रायल पर सैन्य कार्रवाई करेगा यह लैपिड ने घोषित किया। लेकिन, ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर पूरा विश्व आसान विकल्प खोज रहा है, ऐसी तीव्र आलोचना इस्रायली प्रधानमंत्री ने की। सीधा ज़िक्र भले ही ना किया हो, फिर भी लैपिड ने ईरान की माँगें स्वीकारनेवाले बायडेन प्रशासन और यूरोपिय महासंघ को लक्ष्य किया, ऐसे दावे इस्रायली विश्लेषक कर रहे हैं।

सच्चाई की कमी होने के खतरे का ज़िक्र करते समय परमाणु कार्यक्रम को लेकर प्रधानमंत्री लैपिड ने इस्रायलविरोधी जारी दुष्प्रचारों का ऐलान किया। इसके लिए रशिया में तीन साल की बच्ची के साथ घटी हुई घटना का दाखिला भी दिया। यह लड़की पैलेस्टिनी होने का बयान करके इस्रायली लड़ाकू विमानों की कार्रवाई में वह मारी गयी, ऐसा दुष्प्रचार किया गया था। इस पर भी इस्रायली प्रधानमंत्री ने ध्यान आकर्षित किया। इस्रायल के खिलाफ झूठ फैलाने के हज़ारों सबूत सामने आए हैं, यह दावा लैपिड ने किया। इस तरह से इस्रायल के प्रति द्वेषभाव से भरी खबरें, वीडियोज्‌, फोटोज्‌‍ सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध हो रहे हैं, ऐसा इस्रायली प्रधानमंत्री ने कहा।

इसी बीच, कुछ ही घंटे पहले अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन ने संयुक्त राष्ट्रसंघ ने आमरीका को संबोधित किया था। इस दौरान बायडेन ने रशिया-यूक्रेन युद्ध को बड़ी अहमियत दी और ईरान के परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे को नजरअंदाज किया. ऐसी आलोचना इस्रायली पत्रकार कर रहे हैं। साथ ही हम ईरान के साथ परमाणु समझौता करने पर अटल होने के संकेत भी बायडेन ने राष्ट्रसंघ में किए भाषण से दिए, ऐसा इन पत्रकारों का कहना है। इसी बीच इस्रायल भी ईरान को परमाणु हथियारों से सज्जित होने से रोकने के लिए आवश्यकतानुसार सबकुछ करने के लिए तैयार है, यह संदेश इस्रायली प्रधानमंत्री ने दिया।

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