अमरीका की उम्मीद से अधिक गति से चीन कर रहा है ताइवान पर कब्ज़ा करने की गतिविधियाँ – अमरिकी विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन

सैक्रोमैनो – चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग अपने कार्यकाल का तीसरा चरण जल्द ही शुरू करेंगे। उनके कार्यकाल में चीन अधिकाधिक आक्रामक हो रहा है, ऐसा निरीक्षण अमरीका के विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन ने दर्ज़ किया है। इसके अलावा अमरीका की उम्मीद से काफी पहले चीन ताइवान पर कब्जा करने की गतिविधियाँ कर रहा है, ऐसी चेतावनी विदेशमंत्री ब्लिंकन ने दी। अमरिकी विदेशमंत्री के इस निरीक्षण से काफी पहले सामरिक विश्‍लेषक चीन ताइवाव पर कब्ज़ा करने की तैयारी में होने की चेतावनी दी थी। इसी दौरान जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो एबे ने बायडेन प्रशासन ताइवान की सुरक्षा के मुद्दे पर गंभीर ना होने का आरोप भी लगाया था।

अमरीका की उम्मीद से अधिक गति से चीन कर रहा है ताइवान पर कब्ज़ा करने की गतिविधियाँ - अमरिकी विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकनअमरीका की ‘स्टैनफोर्ड युनिवर्सिटी’ के ‘हूवर इन्स्टिट्यूशन’ द्वारा आयोजित समारोह में अमरीका के पूर्व विदेशमंत्री कोन्डोलिसा राईस ने मौजूदा विदेशमंत्री एंथनी ब्लिंकन का साक्षात्कार लिया। इस दौरान विदेशमंत्री ब्लिंकन ने अमरीका की उम्मीद से अधिक रफ्तार से चीन ताइवान पर कब्ज़ा करने के लिए आक्रामक गतिविधियाँ कर रहा है, यह अनुमान दर्ज किया। राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग के कार्यकाल में चीन अधिकाधिक आक्रामक हो रहा है, इसका संज्ञान ब्लिंकन ने लिया। इसके बावजूद इस साक्षात्कार में विदेशमंत्री ब्लिंकन चीन के खिलाफ सख्त भूमिका अपनाने से दूर रहे। विशेषकर यूक्रेन पर हमला करनेवाली रशिया के खिलाफ आक्रामक भूमिका अपना रही अमरीका के विदेशमंत्री ने ताइवान पर चीन के संभावित हमले के मुद्दे पर सख्त भूमिका नहीं अपनाई, यह बात ध्यान आकर्षित करती है।

विदेशमंत्री ब्लिंकन और पूर्व विदेशमंत्री कोन्डोलिसा राईस दोनों ने चीन की आक्रामकता काफी बढ़ी है और चीन के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष हू जिंताओ से शी जिनपिंग अधिक तीखी भूमिका अपना रहे हैं, यह स्वीकार किया। फिर भी विदेशमंत्री ब्लिंक ने वैश्‍विक मौसम में बदलाव एवं आर्थिक मुद्दों पर चीन का सहयोग पाने के लिए अमरीका मज़बूर है, यह दावा किया है। इसके ज़रिये विदेशमंत्री ब्लिंकन अमरीका अब ताइवान पर कब्ज़ा करने की मंशा वाले चीन के खिलाफ रशिया जैसी सख्त भूमिका नहीं अपनाएगी, ऐसें संकेत दे रही है। अमरीका ने पहले ही ताइवान की सुरक्षा के लिए हम प्रतिबद्ध होने की गवाही दी थी। लेकिन, चीन के लड़ाकू विमान हर दिन ताइवान की हवाई सीमा में घुसपैठ कर रहे हैं और इससे ताइवान की सुरक्षा के लिए बने खतरे पर अमरीका उतना ध्यान नहीं दे रही है, ऐसे आरोप लगाए जा रहे है।

जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो एबे ने बायडेन प्रशासन ताइवान की सुरक्षा को लेकर गंभीर ना होने की आलोचना की थी। बायडेन प्रशासन की ताइवान नीति अस्थायि होने का आरोप एबे ने लगाया था। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री केविन रूड ने भी कुछ महीने पहले दावा किया था कि, चीन सैन्य कार्रवाई करके आसानी से ताइवान पर कब्ज़ा करेगा और अमरीका-पश्‍चिमी देश कुछ भी नहीं कर पाएंगे। ऐसी स्थिति में अमरिकी विदेशमंत्री ने चीन अमरीका की उम्मीद से अधिक जल्द ताइवान पर कब्ज़ा करने के लिए गतिविधियाँ कर रहे है, ऐसा बयान करके विश्‍व के सामरिक विश्‍लेषकों का ध्यान आकर्षित किया गया है।

रशिया ने यूक्रेन पर हमला करने के बाद इससे प्रेरणा पाकर चीन सैन्य कार्रवाई करेगा और ताइवान को हथियाएगा, ऐसी चेतावनी अमरीका के विश्‍लेषकों ने दी थी। लेकिन, ताइवान को अमरीका से प्रदान हो रहे हथियार और रक्षा सामान यूक्रेन की सेना को प्रदान करने का निर्णय करके अमरीका ने ताइवान की सुरक्षा को अनदेखा किया हुआ दिख रहा है। अमरिकी संसद की सभापति नैन्सी पेलोसी ने ताइवान का दौरा करके चीन को चुनौती दी है, लेकिन इसके बाद चीन की आक्रामक सैन्य गतिविधियाँ ताइवान समेत इस क्षेत्र के देशों की चिंता बढ़ानेवाली साबित हो ही हैं। इन देशों को आश्‍वस्त करने में बायडेन प्रशासन अब तक उतना कामयाब नहीं हुआ है, ऐसा आरोप भी लगाया जा रहा है। ऐसि स्थिति में विदेशमंत्री ब्लिंकन ने आक्रामक हुए चीन के साथ अमरीका को कुछ मुद्दों पर सहयोग करना पडेगा, ऐसा कहकर अपने प्रशासन की नीति पर संभ्रम कायम रखा है।

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