‘आईटूयूटू’ में भारत का समावेश ‘गेमचेंजर’ साबित होगा – इस्रायल के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का दावा

जेरूसलम – भारत, अमरीका, यूएई और इस्रायल का ‘आयटूयूटू’ गुट यानी पश्चिमी एशिया का ‘क्वाड’ होने का दावा किया जा रहा है। इस गुट में भारत का समावेश काफी अहम साबित होता है। यह बात गेमचेंजर होने का दावा इस्रायल के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मेजर जनरल याकोव अमिद्रोर ने किया है। विश्वभर के विश्लेषक भी ‘आयटूयूटू’ की ओर काफी गंभीरता से देख रहे हैं और इसका काफी बड़ा लाभ भारत को प्राप्त होगा, ऐसा इन विश्लेषकों का कहना है।

‘आईटूयूटू'पिछले साल अक्तुबर में भारतीय विदेशमंत्री जयशंकर ने इस्रायल का दौरा किया था। तब वर्चुअल कान्फरन्स में भी चारों देशों के विदेशमंत्रियों ने इस गुट का ऐलान किया था। चारों देशों का सहयोग बढ़ाकर रणनीतिक भागीदारी मज़बूत करने पर इन चारों देशों में सहमति हुई थी। अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन खाड़ी देशों के दौरे पर हैं। उनकी इस्रायल यात्रा में ‘आईटूयूटी’ के राष्ट्रप्रमुखों की वर्चुअल चर्चा होगी।

अरब-खाड़ी देशों ने अपनी परंपरागत इस्रायल विरोधी नीति छोड़कर इस्रायल से सहयोग करने के कदम उठाए हैं। यूएई, बहरीन के साथ ही इजिप्ट और मोरोक्को इस्रायल से सहयोग स्थापित करने के ‘अब्राहम अकॉर्ड’ में शामिल हुए हैं। सौदी अरब भी जल्द ही ऐसा निर्णय करेगा, ऐसे दावे किए जा रहे हैं। इस्रायल सौदी का बैरी ना होने का ऐलान सौदी के क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने की थी। खाड़ी क्षेत्र की राजनीतिक गतिविधियों में इस कारण बड़ी उथल-पुथल हुई है।

‘आईटूयूटू'खाड़ी क्षेत्र का गणित बदल रहा है और ऐसे में अमरीका ने पहल करके इस्रायल और यूएई के सहयोग में भारत को शामिल करने का रणनीतिक निर्णय किया है। अब्राहम समझौते का दायरा बढ़ाने की क्षमता भारत में है, ऐसा कहकर इस्रायल के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मेजर जनरल याकोव अमिद्रोर ने भारत की सराहना की। यह समझौता विश्व के लिए फायदेमंद है, यही अन्य देशों को समझाने की क्षमता भी भारत में है, ऐसा अमिद्रोर ने कहा।

भारत, अमरीका-जापान और ऑस्ट्रेलिया के समावेश वाले ‘क्वाड’ में शामिल हुआ है। साथ ही पश्चिमी एशिया की ‘क्वाड’ मानी जा रही इस्रायल, यूएई और अमरीका के ‘आईटूयूटू’ में भी भारत का समावेश है। यह बात अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की बढ़ती अहमियत दर्शा रही है।

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