पश्चिमी देशों ने रशिया पर लगाए प्रतिबंधों की वजह से विश्व पर खतरनाक आर्थिक संकट – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन का इशारा

मास्को, दि – यूक्रैन युद्ध के कारण पश्चिमी देशों ने रशिया पर लगाए प्रतिबंधों की वजह से विश्व पर बड़ा आर्थिक संकट उभरा है और कई गरीब देशों में अनाज की किल्लत और भुखमरी की स्थिति बनी है, ऐसा इशारा रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने दिया। रशिया इन प्रतिबंधों का बड़ा ड़टकर मुकाबला कर रही है और अर्थव्यवस्था धीरे-धीरे संभल रही है, यह दावा भी उन्होंने किया। पुतिन दावा कर रहे थे, तभी रशिया की मुद्रा रुबल विश्व की ‘बेस्ट परफॉर्मिंग करन्सी’ होने का वृत्त प्रसिद्ध हुआ है।

पश्चिमी देशों ने रशिया पर लगाए प्रतिबंधों की वजह से विश्व पर खतरनाक आर्थिक संकट - रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन का इशाराअमरीका और मित्रदेशों ने रशियन अर्थव्यवस्था पर बड़े प्रतिबंध लगाए हैं और रशिया की सेंट्रल बैंक और विदेशी मुद्रा भांड़ार को लक्ष्य किया है। रशिया के पास मौजूद सोने के आरक्षित भंड़ार के खिलाफ भी कार्रवाई की गयी है। इन प्रतिबंधों को रशिया ने आर्थिक युद्ध कहा है और इससे मार्ग निकालने के लिए विभिन्न प्रावधान शुरू किए थे। इसका असर भी सामने आने लगा है। कई अध्ययन मंडल एवं आर्थिक विशेषज्ञों ने पश्चिमी देशों ने लगाए प्रतिबंधों का सामना रशिया कर सकती है, इस पर ध्यान आकर्षित किया है।

इस पृष्ठभूमि पर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन का बयान अहमियत रखता है। रशिया पर लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से रशिया का नुकसान होने के बजाय वैश्विक अर्थव्यवस्था को ही बड़ा नुकसान पहुँच रहा है, इसका अहसास कराया। पश्चिमी देशों ने रशिया पर लगाए प्रतिबंधों की वजह से विश्व पर खतरनाक आर्थिक संकट - रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन का इशारायूरोपिय महासंघ के साथ ब्रिटेन और अमरीका में बढी महंगाई, कई देशों में उत्पादन और माँग में हुई गिरावट, अफ्रीकी एवं एशियाई देशों में निर्माण हुई अनाज की किल्लत और भूखमरी का ज़िक्र भी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने किया।

‘इस स्थिति के लिए पश्चिमी जगत का धनिक गुट ज़िम्मेदार है। वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव बनाए रखने के लिए वे शेष विश्व को बंधक बनाकर कीमत चुकाने के लिए मज़बूर कर रहे है’, यह आरोप पुतिन ने लगाया। पश्चिमी देशों ने रशिया पर लगाए प्रतिबंधों की वजह से विश्व पर खतरनाक आर्थिक संकट - रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन का इशाराअन्य देशों को इससे बड़ा नुकसान पहुँच रहा है और ऐसे में रशिया प्रतिबंधों के कारण बने दबाव का अच्छी तरह से मुकाबला कर रही है, यह दावा भी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने किया।

रशियन राष्ट्राध्यक्ष के इस बयान की पुष्टि करनेवाली जानकारी अंतरराष्ट्रीय माध्यमों में प्रसिद्ध हुई है। अमरीका के प्रमुख अखबार ‘ब्लूमबर्ग’ ने रशिया की मुद्रा रुबल इस वर्ष की ‘बेस्ट परफॉर्मिंग करन्सी’ होने का ऐलान किया है। पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से मार्च में एक अमरिकी डॉलर्स के लिए १२० से अधिक रुबल चुकाने पड़ रहे थे। गुरूवार के कारोबार में एक डॉलर का मूल्य ६५ रुबल के बराबर दर्ज़ हुआ। इससे पहले साल २०२० में रुबल इस स्तर पर था। पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के बावजूद रुबल का मूल्य स्थिर रहना रशिया के आर्थिक निर्णयों को मिली हुई सफलता समझी जा रही है।

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