बायडेन ‘अमरीका-युरोप’ के बीच ज़हर फ़ैलानेवाले व्यापारी संघर्ष को रोकने की कोशिश करें – फ्रान्स के विदेशमंत्री का आवाहन

वॉशिंग्टन/पॅरिस – अमरीका के आगामी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन, अमरीका एवं युरोप के बीच के संबंधों में ज़हर फ़ैलानेवाले व्यापारी संघर्ष को रोकने की कोशिशें करें, ऐसा आवाहन फ्रान्स के विदेशमंत्री जीन-य्वेस ले ड्रियन ने किया है। पिछले वर्ष के अन्त में ट्रम्प प्रशासन ने युरोप से आयात होनेवाले उत्पादों पर कर थोंपने का ऐलान किया था। उसके तुरन्त् बाद, कुछ दिन पहले युरोपिय महासंघ और चीन के बीच हुई ‘इन्व्हेस्टमेंट ट्रिटी’ पर बायडेन के निकटवर्तियों से नाराज़गी की प्रतिक्रिया उठी थी। इस पृष्ठभूमि पर फ्रेंच विदेशमंत्री ने किया आवाहन ग़ौरतलब साबित होता है।

us-europe-biden‘फ़ौलाद, डिजिटल तंत्रज्ञान, एअरबस और वाईन पर थोंपे हुए कर तथा उनकी बढ़तीं क़ीमतें इसके कारण युरोप और अमरीका के संबंधों में ज़हर घोला जा रहा है। अमरीका के आगामी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन को चाहिए किए वे युरोपिय महासंघ के साथ संवाद करके इस व्यापारी विवाद को ख़त्म करने के लिए विकल्प ढूँढ़ें। यदि व्यापारी संघर्ष रोकने के लिए अमरीका समेत युरोप एवं फ्रान्स को क़ामयाबी मिली, तो द्विपक्षीय संबंधों का विकास होने में सहायता होगी। इसके लिए शायद बहुत समय लग सकता है, लेकिन तब के दौर में विवाद को अस्थायी रूप में स्थगिती देने के विकल्प का इस्तेमाल कर सकते हैं’, ऐसा आवाहन फ्रान्स के विदेशमंत्री जीन-य्वेस ले ड्रियन ने किया।

us-europe-bidenअमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने सत्ता में आने के बाद युरोपिय देशों के खिलाफ़ आक्रामक भूमिका अपनायी थी। नाटो में युरोपीय देशों का योगदान और चीनविषयक नीति इन मुद्दों पर ट्रम्प ने तीव्र नाराज़गी व्यक्त की थी। अमरीका और युरोप के बीच के व्यापार में अमरीका का प्रचंड नुकसान हो रहा है, ऐसा दावा करके ट्रम्प ने युरोप को नीति बदलने की चेतावनी दी थी। लेकिन युरोप ने ट्रम्प को संघर्ष टालने की सलाह दी थी। युरोप की सलाह को नज़रअन्दाज़ करके अमरीका ने खुलेआम व्यापारयुद्ध की भूमिका अपनाकर युरोपीय उत्पादों पर कर थोंपे थे।

बराक ओबामा राष्ट्राध्यक्ष थे, तब उपराष्ट्राध्यक्षपद की ज़िम्मेदारी सँभालनेवाले ज्यो बायडेन ने युरोप के साथ सहयोग की भूमिका अपनायी थी। दो साल पहले युरोप में हुई एक बैठक में भी बायडेन ने युरोपीय देशों को, अमरीका के साथ के संबंधों के मुद्दे पर चिंता न करने की सलाह दी थी। बायडेन के प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी भी युरोप के साथ संबंध पूर्ववत करने के लिए अनुकूल हैं, यह बात सामने आयी होकर, यह युरोप के लिए दिलासा देनेवाली बात साबित होती है।

us-europe-bidenलेकिन उसी समय, चीन के साथ के संबंधों का मुद्दा अमरीका और युरोप के बीच तनाव निर्माण करनेवाला माना जा रहा है। कोरोना की पृष्ठभूमि पर, ट्रम्प प्रशासन ने चीन के खिलाफ़ आक्रामक राजनीतिक संघर्ष छेड़ा था। बायडेन के कार्यकाल में हालाँकि इसकी आक्रामकता कम होने के संकेत दिखायी दे रहे हैं, फिर भी राजनीतिक संघर्ष कायम रहनेवाला है। बायडेन ने खुद, चीन की हरक़तों के खिलाफ़ एकत्रित मोरचे की ज़रूरत है, ऐसा बताया है। इसमें युरोपीय देशों का सहभाग अहम साबित होगा।

लेकिन चीन के साथ के निवेश समझौते के कारण, युरोप की सहभाग पर सवाल खड़े हुए हैं और यह बात अमरीका और युरोप के बीच के तनाव को बढ़ानेवाली साबित हो सकती है। इस पृष्ठभूमि पर, फ्रेंच विदेशमंत्री का बयान ग़ौरतलब साबित होता है।

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