आतंकी पाकिस्तान पर भारत ने किए राजनयिक हमलें

नवी दिल्ली/संयुक्त राष्ट्रसंघ – संयुक्त राष्ट्रसंघ के मानव अधिकार परिषद में कश्मीर का मुद्दा उपस्थित करके भारत को मुश्किलों में फंसाने की कोशिश कर रहा पाकिस्तान ही अब इस मुद्दे पर मुश्किलों में फंसा है| जम्मू-कश्मीर में भारत नरसंहार करने की तैयारी कर रहा है, यह आरोप पाकिस्तान के विदेशमंत्री ने किया था| पाकिस्तान के इस दुष्प्रचार को भारत ने बडा तेज प्रत्युत्तर दिया है| जागतिक आतंकवाद का केंद्र बने और मानव अधिकारों का सरे आम उल्लंघन कर रहा पाकिस्तान भारत पर आरोप करने की काबिलियत नही रखता, यह बात भारत के राजनयिक अधिकारीयों ने डटकर रखी| इसके साथ ही यदि भारत के प्रधानमंत्री ने उत्तर प्रदेश के मथुरा में एक जनसभा में आतंकवाद दी जडे पाकिस्तान में ही होने की फटकार लगाई|

पाकिस्तान के विदेशमंत्री शाह महमूद कुरेशी ने मानव अधिकार परिषद में किए आरोपों को भारत के विदेश विभाग के सचिव विजय ठाकूर सिंग ने जोरदार जवाब दिया| उसके बाद विमर्श आर्य इस युवा राजनयिक अधिकारी ने मानव अधिकार परिषद में भारत की भूमिका रखकर पाकिस्तान में हो रहे मानव अधिकारों के हनन के मामले सामने रखे| पाकिस्तान में अल्पसंख्यांकों की स्थिति काफी गंभीर बनी है, इस ओर विमर्श आर्य ने ध्यान आकर्षित किया| बलोच, सिंधी, मोहाजिर और अल्पसंख्यांक हिंदू, सिख और अहमदिया समुदाय पर पाकिस्तान में लगातार अत्यार होते आ रहे है| इस ओर नजरअंदाजी करनेवाला देश जम्मू-कश्मीर संबंधी भारत पर झुठे आरोप कर रहा है, ऐसी कडी फटकार विमर्श आर्य ने लगाई|

इसी बीच, संयुक्त राष्ट्रसंघ में अफगानिस्तान संबंधी परिषद में बोलते समय भारत के राजदूत सय्यद अकबरुद्दीन ने पाकिस्तान की आतंकी निती पर तमाचें जडें| अफगानिस्तान के आतंकियों के समर्थन में पाकिस्तान का खडा है, यह बात अकबरुद्दीन ने सीधे नाम लिए बिना स्पष्ट की| अफगानिस्तान में आतंकी हरकतें कर रहे तालिबान, हक्कानी नेटवर्क, दाईश और अल कायदा इन आतंकी संगठनों के साथ लश्कर ए तोयबा, जैश ए मोहम्मद जैसी आतंकी संगठनों का सुरक्षित स्वर्ग पाकिस्तान में ही बना है|

भारत आतंकवाद का बलि बना देश है और अफगानिस्तान भुगत रहे दर्द का एहसास भारत को है, यह कहकर इन दोनों देशों में दिखाई दे रही आतंकी हरकतों के पीछे पाकिस्तान ही है, इस ओर अकबरुद्दी ने ध्यान आकर्षित किया| इसीलिए अफगानिस्तान की सरकार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समर्थन की जरूरत है| अफगानिस्तान की सरकार औड़ तालिबान के बीच सीधी बातचीत हो, यही भूमिका अंतरराष्ट्रीय समुदाय को रखनी होगी, यह उम्मीद अकबरुद्दीन ने व्यक्त की|

इस दौरान, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान और उनके मंत्रि जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर लगातार भारत के विरोध में किचड उछाल रहे है और तभी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीधे नाम लिए बिना पाकिस्तान में ही आतंकवाद ने जडें पकडी है, यह आलोचना की है| अमरिका पर हुए ९/११ हमले को १८ वर्ष पूरे हुए है, इसकी याद जगाकर प्रधानमंत्री ने भारत के पडोसी देश में ही आतंकवाद का पालन पोषण होता है, यह बात कही| आतंकवाद सीर्फ भारत ही नही, बल्कि पुरी दुनिया के सामने चुनौती बना है| इस चुनौती का सामना करने की ताकमद भारत रखता है, यह भी प्रधानमंत्री ने इस दौरान कहा|

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