ईरान में प्रदर्शन कर्ताओं पर कठोर कार्रवाई करेंगे – ईरान के सर्वोच्च नेता धर्मगुरु अयातुल्ला खामेनी

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तेहरान / वॉशिंगटन – पैलेस्टाइन का विनाश हो, हमें हुकुमशाह नहीं चाहिए, जनतंत्रवाद चाहिए, ईरान में आयातुल्ला की सल्तनत नहीं चाहिए, ऐसी घोषणा देने वाले ईरान के प्रदर्शनकर्ताओं पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ऐसा इस देश के सर्वोच्च धर्मगुरु ने सूचित किया है। धर्मगुरु अयातुल्ला खामेनी ने देश के मालमत्ता का नुकसान करनेवाले लोगों को बक्शा नहीं जाएगा, ऐसी चेतावनी दी है तथा अमरिका ने ईरान में हुए प्रदर्शन का स्वागत किया है।

ईरान के राजनीतिक व्यवस्था के अनुसार सर्वोच्च धर्मगुरु के हाथ निर्णायक अधिकार है। ईरान के लोकनियुक्त सरकार सर्वोच्च धर्मगुरु के नियंत्रण में ही कामकाज चलाती हैं। सरकार बर्खास्त करने का अधिकार भी सर्वोच्च धर्मगुरु के पास होता है। इसकी वजह से इस पद पर होनेवाले अयातुल्ला खामेनी ने ईरान में प्रदर्शन के विरोध में किए विधान का महत्व बढ़ा है।

अयातुल्ला खामेनी

ईरान की वर्तमान राजनीतिक व्यवस्था इस देश के नौजवानों को मंजूर नहीं है और धर्मगुरु के नेतृत्व में काम करनेवाली सल्तनत हुकुमशाही प्रवृत्ति की है ऐसा ईरान के नौजवानों का कहना है। इसीलिए सरकार के विरोध में घोषणा करनेवाले लोगों को संतप्त प्रदर्शनकर्ताओं ने अयातुल्ला का विनाश हो, ऐसी घोषणा ही दी है। पिछले वर्ष भी ईरान में हुए प्रदर्शन में आयतुल्लाह खामेनी इनके विरोध में घोषणा की गई थी।

तथा पिछले वर्ष ईरान में महिलाओं ने अयातुल्ला खामेनी इनके सल्तनत के विरोध में प्रदर्शन करके, उसके फोटोग्राफ सोशल मीडिया पर पोस्ट किए थे। उसके बाद ईरान की सुरक्षा यंत्रणा ने सैकड़ों प्रदर्शनकर्ताओं को कारावास में डाला था तथा कई प्रदर्शक गायब होने की शिकायतें आई थी।

सोमवार से फिर एक बार राजधानी तेहरान में खामेनी सल्तनत के विरोध में प्रदर्शन शुरू हुए हैं। आयतुल्लाह खामेनी इनके नेतृत्व में होनेवाले ईरान की सरकार लेबनॉन, सीरिया, येमेन एवं गाजापट्टी में आतंकवादियों को सहायता प्रदान करने की आलोचना प्रदर्शक कर रहे हैं। गाजापट्टी, लेबनॉन एवं सीरिया को मदद करने की बात छोड़कर ईरान की जनता का विचार किया जाए, उनपर पैसा खर्च किया जाए, ऐसी मांग प्रदर्शक कर रहे हैं। तथा पैलेस्टाइन का विनाश हो, ऐसी घोषणा देकर इन प्रदर्शनकर्ताओं ने ईरान में आयतुल्लाह के धारणाओं का कड़ा विरोध किया है।

इन प्रदर्शनों के वृत्त से क्रोधित हुए खामेनी ने इन प्रदर्शनकर्ताओं पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी, ऐसी धमकी दी है। इन प्रदर्शकों की वजह से शहर बंधक होने का आरोप अयातुल्ला खामेनी ने किया है। जिसकी वजह से पिछले आनेवाले समय में ईरान में प्रदर्शनकर्ताओ पर कठोर कार्रवाई की जाएगी, ऐसे स्पष्ट संकेत मिल रहे हैं। ईरान में सरकारी माध्यमों ने इन प्रदर्शनों की खबरें देने की बात टाली है। पर सोशल मीडिया से यह प्रदर्शन की जानकारी दुनिया के सामने आ रही है और अमरिका एवं यूरोपीय जनतंत्रवादी समर्थक गट ईरान में नागरिकों के प्रदर्शन का समर्थन कर रहे हैं।

ईरान की सल्तनत हिज्बुल्ला, हमास, हौथी इन आतंकवादी संगठनों पर पैसा खर्च करके अपने जनता का नुकसान कर रही है, ऐसी आलोचना अमरिका के विदेशमंत्री माइक पौम्पियो ने किया है। अपने हक के लिए रास्ते पर उतरनेवाले प्रदर्शनकर्ताओं पर ईरान के सल्तनत की कार्रवाई का अमरिका निषेध करने की बात विदेश मंत्री पौम्पियो ने कही है।

इससे पहले भी अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ईरान की जनता को सदिच्छा देकर अपना देश ईरानी जनता के विरोध में न होने का संदेश दिया था। तथा इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने ईरान के जनता से इजराइल से बैर होने की बात कहकर अपना देश ईरान के कट्टरवाद सल्तनत के विरोध में होने की बात कही थी।

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