सीरिया पर हमला करने वाले ट्रम्प, माइक्रोन और मे गुनाहगार है – ईरान के सर्वोच्च धर्मगुरु खामेनी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

तेहरान: अमरिका, फ्रान्स और ब्रिटेन ने संयुक्त तौर पर सीरिया पर किया हमला यह अपराध है। यह अपराध करनेवाले अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प, फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैनुएल मैक्रोन और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री थेरेसा मे, यह तीनों अपराधी है, ऐसा आरोप करके इरान के सर्वोच्च धर्मगुरु अयातुल्ला खामेनी ने कड़े शब्दों में इन तीनों नेताओं पर आलोचना की है। साथ ही सीरिया में लाखों करोड़ों डॉलर खर्च करके अमरिका के हाथ कुछ नहीं लगा, ऐसा इशारा भी खामेनी ने दिया है।

सीरिया के गृहयुद्ध में राष्ट्राध्यक्ष अस्साद के पक्ष में उतर कर ईरान ने उनकी सल्तनत बचाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका संपन्न की थी। ईरान के नेता सीरिया पर अमरिका का हमला मतलब ईरान पर हमारा ठहरेगा ऐसे इशारे बहुत पहले से देते आ रहे हैं। इसकी वजह से अमरिका, फ्रान्स और ब्रिटेन ने संयुक्त रूप से सीरिया पर किये हमले की तीव्र प्रतिक्रिया ईरान से आएगी, ऐसी गहरी आशंका जताई जा रही थी। अपेक्षा के अनुसार ईरान के सर्वोच्च धर्मगुरु अयातुल्ला खामेनी ने अमरिका के साथ फ्रान्स एवं ब्रिटेन पर कड़ी टीका करके इन देशों के राष्ट्राध्यक्ष का उल्लेख अपराधियों के तौर पर किया है।

इराक, सीरिया और अफगानिस्तान में मुहिम के लिए अमरिका ने अरबों डॉलर खर्च किए हैं, पर इस संघर्ष में अमरिका और मित्र देशों के हाथ कुछ नहीं लगा है। फिर भी यह देश अपने अपराधी कार्यवाहियाँ रोकने के लिए तैयार नहीं है, ऐसी टीका खामेनी ने की है। साथ ही यह देश आतंकवादियों के विरोध में लड़ने के बदले आतंकवादियों को बचाने के लिए लड़ रहे हैं, ऐसा आरोप खामेनी ने किया है। तथा आयएस जैसी आतंकवादी संघटना अमरिका ने ही तैयार की है, ऐसा दावा खामेनी ने किया है। ईरान के राष्ट्राध्यक्ष हसन रोहानी ने सीरिया पर हमले का निषेध किया है। इस हमले से विध्वंस एवं विनाश के सिवा दूसरा कुछ भी हाथ नहीं लगेगा, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष रोहानी ने सूचित किया है।

सीरिया में अपने तैनाती का समर्थन करने के लिए यह हमले किए जा रहे हैं। सीरिया के ईस्टर्न घौता में आतंकवादियों को सीरियन लष्कर ने परास्त किया है। उसका गुस्सा पाश्चिमात्य देशों से दिखाई दे रहा है। सीरिया पर हमले करके वह अपना गुस्सा व्यक्त कर रहे हैं, ऐसा आरोप ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने किया है। ईरान के लष्करी एवं राजनीतिक अधिकारी भी अमरिका और ब्रिटेन, फ्रान्स पर कभी टिका करके इस हमले के गंभीर परिणाम होंगे, ऐसा इशारे देने लगे हैं।

सीरिया पर हुए हमले को चीन का विरोध

अमरिका, फ्रान्स और ब्रिटेन ने सीरिया पर किये हमले का चीन ने विरोध किया है। यह कार्रवाई संयुक्त राष्ट्रसंघ के नियमों के विरोध में होने का आरोप चीन के विदेश मंत्रालय ने किया है तथा इस हमले की वजह से सीरिया की समस्या अधिक जटिल बनती जा रही है, ऐसा चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हुआ चुनयिंग में कही है।

सीरिया में हुए रासायनिक हमले की जांच पूर्ण होने से पहले अमरिका एवं मित्र देशों ने सीरिया पर हमले किए हैं। यह अत्यंत गलत बात होकर इससे पहले सीरिया में हुए रासायनिक हमले की निष्पक्ष और गहरी जांच होनी आवश्यक है, इसकी जानकारी हाथ आने से पहले संयुक्त राष्ट्रसंघ के नियमों का उल्लंघन करके अमरिका और मित्र देशों ने किए हमले गैर जिम्मेदार हैं, ऐसा चुनयिंग ने आगे कहा है।

आनेवाले समय में सीरिया के प्रश्न पर सभी पक्ष चर्चा करें, ऐसी चीन की भूमिका होने की बात चुनयिंग ने कही है। अमरिका के इस हमले में सीरिया में चीनी दूतावास का नुकसान नहीं हुआ है एवं इस देश में चीन के सारे नागरिक सुरक्षित होने की जानकारी चुनयिंग ने दी है।

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