जागतिकीकरण के युग में काफी दूर का संकट भी दूर नहीं रहा – विदेश मंत्री एस.जयशंकर

नई दिल्ली – यूक्रेन युद्ध का दाखिला देकर इसके घातक परिणाम पूरे विश्व को भुगतने पड़े, इसकी याद विदेश मंत्री एस.जयशंकर ने करायी। फिलहाल खाड़ी क्षेत्र में शुरू इस्रायल-हमास युद्ध का परिणाम अभी तक विश्व के सामने आया नहीं हैं, लेकिन, इसकी दाहकता का अहसास भारत के विदेश मंत्री ने कराया। भौगोलिक नज़रिए से हमसे काफी दूर होने वाला संकट मौजूदा दौर में हमसे काफी दूर नहीं रहता, यही इससे स्पष्ट हुआ है। सीर्फ यूक्रेन और इस्रायल की गतिविधियां ही विश्व का ध्यान आकर्षित करने वाली बड़ी गतिविधियां नहीं हैं, बल्कि छोटे क्षेत्र में और देशों में हुई घटनाओं का भी पूरे विश्व पर असर हो सकता हैं। आतंकवादियों की हरकतों के खतरनाक परिणाम पूरे विश्व को भूगतने पड़ सकते हैं, ऐसा इशारा विदेश मंत्री जयशंकर ने दिया हैं।

नई दिल्ली में आयोजित ‘कौटिल्य इकॉनॉमिक कॉनक्लेव’ के समापन समारोह में विदेश मंत्री जयशंकर बोल रहे थे। इस बार जागतिकीकरण के दौर में किसी भी क्षेत्र की गतिविधियों के परिणाम पूरे विश्व को भुगतने पड़ते हैं। वह क्षेत्र और वह देश हमसे कितना भी दूर हो, फिर भी वह संकट हमे भी चपेट में ले सकता हैं, ऐसा जयशंकर ने कहा। जागतिकीकरण के युग में काफी दूर का संकट भी दूर नहीं रहा - विदेश मंत्री एस.जयशंकरयूक्रेन युद्ध के बाद पूरे विश्व को ईंधन, अनाज और खाद की किल्लत ने परेशान किया था, इसका दाखिला जयशंकर ने दिया। साथ ही इस्रायल और हमास के शुरू हुए युद्ध का परिणाम सीर्फ खाड़ी क्षेत्र तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इससे पूरे विश्व को नुकसान पहुंच सकता हैं, इसका अहसास विदेश मंत्री ने कराया। खाड़ी क्षेत्र के इस संकट का दायरा कितना बड़ा हो सकता हैं, यह अभी तक समझ नहीं आया हैं, इस ओर जयशंकर ने ध्यान आकर्षित किया।

राजनीतिक उद्देश्य प्राप्त करने के लिए कुछ देश आतंकवाद का किसी हथियार की तरह इस्तेमाल कर रहा हैं। लेकिन, आतंकवाद अपने नियंत्रण में रहेगा, इस भ्रम में अब कोई भी नहीं रह सकता, संघर्ष और आतंकवादियों की गतिविधियों के सीर्फ आर्थिक परिणाम नहीं होते, बल्कि चरमपंथी विचारधारा और चरमपंथ के असर किसी महामारी की तरह खतरनाक ढ़ंग से बढ़कर सभी दायरों को चपेट में ले सकते हैं, ऐसा सूचक बयान जयशंकर ने किया। स्पष्ट ज़िक्र नहीं किया हो, फिर भी यह बयान करते हुए विदेश मंत्री आतंकवाद का भारत के खिलाफ इस्तेमाल कर रहे पाकिस्तान को लक्ष्य करते हुए दिखाई दिए।

हमास ने इस्रायल पर आतंकवादी हमला करने के बाद पाकिस्तान भी भारत पर ऐसे ही हमले करें, ऐसी मांग पाकिस्तान में चरमपंथी कर रहे हैं। इस हमले से पहले पाकिस्तान की गुप्तचर संस्था आईएसआई भारत में हमले करने की तैयारी में होने की खबरें प्राप्त हुई थी। इस पृष्ठभूमि पर भारत के विदेश मंत्री ने किए यह बयान ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

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