इस्रायली ‘आयर्न डोम’ की तैनाती यूक्रेन में हो सकती है – अमरीका के वरिष्ठ अधिकारी का दावा

वॉशिंग्टन – मांग हुई तो इस्रायली हवाई सुरक्षा यंत्रणा ‘आयर्न डोम’ की तैनाती यूक्रेन में करना संभव होगा, ऐसा बयान अमरीका के लेफ्टनंट जनरल डैनिअल कारर्ब्लेर ने किया है। अमरिकी सिनेट की ‘आर्म्ड सर्विसेस कमिटी’ के सामने हुई सुनवाई के दौरान सिनेटर एंगस किंग ने इस हवाई सुरक्षा यंत्रणा की तैनाती यूक्रेन में क्यों नहीं हो रही है, ऐसा सवाल किया था। इसपर लेफ्टनंट जनरल कारर्ब्लेर ने यह दावा किया। यूक्रेन पर हमला कर रही रशिया के साथ इस्रायल के ताल्लुकात जारी होने की आलोचना यूक्रेन ने हाल ही में की थी। इसके बाद इस्रायली हवाई सुरक्षा यंत्रणा की तैनाती यूक्रेन में करने के मुद्दे पर अमरीका के वरिष्ठ सेना अधिकारी ने किए बयान ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। 

‘आयर्न डोम’पैलेस्टिनी आतंकवादियों द्वारा हो रहे रॉकेट और मॉर्टर के हमलों से बचाव करने के लिए इस्रायल ने आयर्न डोम यंत्रणा विकसित की है। यह हवाई सुरक्षा यंत्रणा काफी प्रभावी हैं और इससे इस्रायल पर हो रहे रॉकेट हमले निष्प्रभ हुए हैं। गाज़ा स्थित आतंकी संगठन इस्लामिक जिहाद ने पिछले पांच दिनों में इस्रायल पर किए रॉकेट और मॉर्टर के हमले इसी यंत्रणा ने बड़ी मात्रा में नाकाम किए थे। इस तरह से इस्रायल की सुरक्षा में काफी बड़ा अहम योगदान दे रही यह हवाई सुरक्षा यंत्रणा इस्रायल ने वर्ष २०११ में विकसित की थी। इसके प्रकल्प के लिए अमरीका ने करीबन २.६ अरब डॉलर्स की आर्थिक सहायता प्रदान की थी। 

अमरीका ने इस हवाई सुरक्षा यंत्रणा के लिए इतना बड़ा निवेश करने के बावजूद बड़ी प्रभावी साबित हुई यह यंत्रणा यूक्रेन के बचाव के लिए क्यों नहीं इस्तेमाल हो रही है, ऐसा सवाल अमरीका के सिनेटर एंगस किंग ने किया था। आमर्ड सर्विसेस कमिटी की सुनवाई में उन्होंने यह मुद्दा उठाकर रशिया के हमलों से यूक्रेन की सुरक्षा करने में क्या अमरीका को रुचि नहीं है, यह सवाल किया। इसपर लेफ्टनंट जनरल डैनिअल कारर्ब्लेर ने जवाब किया। अमरिकी रक्षाबलों के बेड़े में आयर्न डोम की दो बैटरिज्‌ हैं। मांग होने पर इनमें से एक बैटरी यूक्रेन में तैनात हो सकती है, ऐसा लेफ्टनंट जनरल कारर्ब्लेर ने कहा।

यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद इस्रायल ने यूक्रेन को उम्मीद के अनुसार सहायता प्रदान नहीं की, ऐसी शिकायत यह देश कर रहा था। इस्रायल के चुनाव में बेंजामिन नेत्यान्याहू को सफलता प्राप्त हुई और वह प्रधानमंत्री बनने के बाद यूक्रेन को इस्रायल से सहायता प्राप्त होने की संभावना खत्म होने के दावे कुछ लोगों ने किए थे। प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू के रशिया के साथ अच्छ ताल्लुकात होने से यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान करके इस सहयोग को संकटों में धकेलने का खतरा इस्रायल नहीं उठाएगा, ऐसा अनुमान इसके पीछे था।

सोमवार को यूक्रेन की सरकार ने यह आलोचना की थी कि, इस्रायल अभी भी रशिया के साथ अच्छे ताल्लुकात बनाए हैं। इस्रायली विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने रशिया का दौरा किया था। इसके बाद यूक्रेन का यह बयान सामने आया था। इस पृष्ठभूमि पर फिलहाल अमरीका के बेड़े में मौजूद इस्रायली आयर्न डोम की तैनाती यूक्रेन में होना ध्यान आकर्षित कर सकता है।

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