खाद्यान्न के दाम उछलकर आसमान छूने की संभावना – विश्व व्यापार संगठन का दावा

वॉशिंग्टन/मास्को – रशिया-यूक्रेन युद्ध का हल निकलने के संकेत अभी प्राप्त नहीं हो रहे हैं और इस पृष्ठभूमि पर वैश्विक स्तर पर खाद्यान्न की कीमतें फिर से उछलकर आसमान छू सकती हैं, ऐसा दावा विश्व व्यापार संगठन ने किया है। पिछले साल खाद्यान्न की कीमते लगबघ २० प्रतिशत बढ़ी थी, इसपर भी विश्व व्यापार संगठन की नई रपट ने ध्यान आकर्षित किया है। साथ ही पश्चिमी देशों ने रशियन निर्यात पर लगाए छुपे प्रतिबंधों की वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भूखमरी का खतरनाक संकट खड़ा हो सकता है, ऐसा आरोप ‘रशियन ग्रेन युनियन’ ने लगाया है।

खाद्यान्नपिछले वर्ष शुरू हुए रशिया-यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि पर इन दो देशों से हो रही खाद्यान्न और खाद की निर्यात बंद हुई थी। इस वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर महंगाई का भारी उछाल हुआ था। अफ्रीका के साथ एशिया, अमरीका एवं यूरोपिय देशों की अर्थव्यवस्थाओं को इससे भारी नुकसान पहुंचा था। यूरोप की अधिकांश जनता को ‘कॉस्ट ऑफ लीविंग क्राइसिस’ संकट का मुकाबला करना पड़ा। संयुक्त राष्ट्र संगठन और तुर्की की मध्यस्था से समझौता होने के बाद यूक्रेन से अनाज़ की निर्यात शुरू हुई थी। लेकिन, इसमें से काफी अधिक अनाज़ यूरोपिय बाज़ार में पहुंचता देखा गया है।

खाद्यान्नइसी पृष्ठभूमि पर विश्व व्यापार संगठन ने दी हुई चेतावनी ध्यान आकर्षित कर रही हैं। वैश्विक स्तर पर अनाज़ की निर्यात में रशिया का हिस्सा लगभग २० प्रतिशत हैं। यह निर्यात अभी भी सामान्य नहीं हो सकी है। साथ ही रशिया ने यूक्रेन के अनाज़ की निर्यात करने के लिए अधिक समय मुहैया कराने से इन्कार किया है। इस वजह से अनाज़ की किल्लत फिर से महसूस होने का ड़र बना है। इसका अहसास कराके विश्व व्यापार संगठन ने खाद्यान्न की कीमत का इस वर्ष भी भारी उछाल होने की संभावना जताई है।

इसी बीच, रशिया से खाद्यान्न निर्यात कर रहे गुट ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगाये प्रतिबंध अभी भी कायम होने की शिकायत की है।  

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