अमरीका के हवाई हमलों पर सीरिया और ईरान की आलोचना

तेहरान – अमरीका ने सीरिया में किए हवाई हमलों में १९ लोग मारे गए थे। इसपर सीरिया और ईरान की तीव्र प्रतिक्रिया प्राप्त हुई हैं। अमरीका के यह हमले यानी हमारी संप्रभुता का उल्लंघन है, ऐसा आरोप सीरिया की सरकार ने लगाया है। वहीं, ईरान ने यह दावा किया है कि, सीरिया में हमारे सैन्य सलाहकार मौजूद हैं और सीरिया सरकार की बिनती के अनुसार वह इस देश में मौजूद है। ऐसी स्थिति में अमरीका ने ईरान के हितसंबंधों पर किए हमलों का बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, ऐसा कहकर ईरान की सरकार ने इन हमलों पर प्रत्युत्तर देने की चेतावनी दी।

सीरिया और ईरानसीरिया में स्थित अमरिकी सैन्य ठिकाने पर हुए ड्रोन हमले में अमरिकी ठेकेदार मारा गया था। साथ ही इस हमले में अमरीका के पांच सैनिक भी घायल हुए थे। इसकी बड़ी तीव्र गूंज अमरीका में सुनाई दी। शत्रुदेशों को अब अमरीका का खौफ नहीं रहा और इसके लिए राष्ट्राध्यक्ष बायडेन की कमज़ोर नीति ज़िम्मेदार है, ऐसी आलोचना अमरीका में विपक्षी नेताओं ने की थी। इसी बीच अमरीका ने सीरिया के देर अल-झोर क्षेत्र पर हवाई हमले करके १९ लोगों को मार गिराया। इसके साथ ही अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने ईरान को धमकाया था।

अमरीका को ईरान से संघर्ष नहीं करना है। लेकिन, अवसर बना तो अमरीका यकिनन ईरान पर कार्रवाई करने से हिचकिचाएगी नहीं, ऐसी चेतावनी बायडेन ने दी थी। इसके बाद अमरीका ने किए हमले पर सीरिया और ईरान की सरकार का बयान सामने आया है। आतंकी संगठन ‘आईएस’ पर कार्रवाई करने के नाम से अमरीका सीरिया में हमले कर रही हैं। लेकिन, वास्तव में अमरीका को सीरिया के संसाधनों की, खास तौर पर नैसर्गिक ईंधन की लूट करनी है, ऐसी तीखी आलोचना सीरिया की सरकार ने की है। ऐसे में ईरान की सरकार ने अमरीका के इस हमले पर प्रत्युत्तर देने की चेतावनी दी।

सीरियाई सरकार की बिनती पर ईरान के सैन्य विश्लेषक इस देश में पहुंचे हैं। उनके अलावा ईरान में सीरिया की अन्य तैनाती नहीं हैं, ऐसा ईरान की सरकार ने स्पष्ट किया। ऐसे में ईरान ने यह कहा है कि, यदि अमरीका ने सीरिया में ईरानी नागरिकों को लक्ष्य करने की कोशिश की तो इसपर जवाब मिलकर ही रहेगा। इसी बीच, सीरिया के देर अल-झोर में अमरीका ने किए हवाई हमले के आदेश राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने जारी किए थे, ऐसी जानकारी रक्षा मंत्री ऑस्टिन लॉईड ने साझा की थी। इसके बाद राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने ईरान को सीधी चेतावनी दी। इससे यही संकेत प्राप्त हो रहे कि, यह सभी राष्ट्राध्यक्ष बायडेन और उन्होंने ईरान को लेकर अपनाई नीति भी कमज़ोर होने के लगाए जा रहें आरोपों पर प्रत्युत्तर देने के लिए ही हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.