अफगानिस्तान में ‘आयएस’ के ७०० दहशतगर्दों को पकडा गया – गिरफ्तार आतंकियों में पाकिस्तान और जॉर्डन के नागरिक भी शामिल

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काबुल – अफगानिस्तान की सुरक्षा यंत्रणा ने पाकिस्तान की सीमा के निकट की कार्रवाई में ७०० लोगों को गिरफ्तार किया है| इसमें ‘आयएस’ के ४५० से भी अधिक आतंकियों का समावेश है और अन्य लोग इन आतंकियों के परिवारजन होने की जानकारी अफगान सरकार ने साझा की है| इसके साथ ही इन पकडे आतंकियों में पाकिस्तान के अलावा जॉर्डन और सेंट्रल एशियाई देशों के नागरिकों का समावेश होे की बात अफगान सरकार ने बताई है| अफगान सुरक्षा यंत्रणा ने ‘आयएस’ के विरोध में की यह सबसे बडी कार्रवाई होने की बात कही जा रही है|

पाकिस्तान की सीमा के नजदिक ‘आयएस’ के आतंकियों का बडा अड्डा होने की जानकारी अफगानिस्तान की गुप्तचर यंत्रणा ‘नैशनल डिरेक्टोरेट फॉर सिक्युरिटी’ (एनडीएस) को प्राप्त हुई थी| इस जानकारी के आधार पर पिछले छह महीनों से अफगान सुरक्षा यंत्रणा ने पूर्वी क्षेत्र को घेर रखा था| अफगान सुरक्षा यंत्रणा ने घेरने के कारण मुश्किल में फंसे आयएस के कुछ आतंकी शरणागत हुए है. ऐसे में पिछले चौबिस घंटों में अफगान सेना ने कार्रवाई कररके यहां के आतंकियों को हिरासत में लिया|

‘एनडीएस’ ने साझा की जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह तक ७०० आतंकियों की गिरफ्तारी हुई है| इनमें ७५ महीला और १५९ बच्चों समेत ४५० से अधिक आयएस के आतंकियों का समावेश है| इन आतंकियों में बच्चे और बुढे भी शामिल है| इनमें २७७ आतंकी पाकिस्तान, जॉर्डन और सेंट्रल एशिया के नागरिक है| इन सभी लोगों को काबुल में ‘एनडीएस’ के जेल में रखा गया है और उनकी पहचान की जा रही है| अफगान सरकार जल्द ही ‘आयएस’ के इन आतंकियों का बडा निर्णय करेगी|

पाकिस्तान की सीमा के निकट तालिबान और तालिबान से जुडे ‘आयएस’ के आतंकियों ने अड्डा स्थापित करने की खबरें पहले भी प्रसिद्ध हुई थी| कुछ महीनें पहले अफगान सुरक्षा यंत्रणा ने पाकतिया में की कार्रवाई में तालिबान और तालिबान से जुडे हक्कानी नेटवर्क के आतंकियों को हिरासत में लिया था|

पाकिस्तान से घुसपैठ करनेवाले आतंकी अपनी देश की सुरक्षा और स्थिरता के लिए चुनौती होने का दावा अफगान सरकार ने किया था| साथ ही अफगानिस्तान में घुसपैठ करनेवाले आतंकियों पर पाकिस्तान कार्रवाई नही कर रहा है, यह आरोप भी अफगानिस्तान की सरकार और गुप्तचर यंत्रणा ने किया था| तभी, पाकिस्तान ने अफगान सरकार ने लगाया यह आरोप ठुकराकर तालिबान के साथ बातचीत में शामिल होने की इच्छा भी व्यक्त की थी| 

इसी दौरान पिछले हफ्ते में अमरिका के विशेष दूत झाल्मे खलिलझाद ने पाकिस्तान की यात्रा की थी| साथ ही तालिबान के साथ हो रही बातचीत को लेकर हमें काफी उम्मीद होने की बात खलिलझाद ने कही थी| अमरिका और तालिबान के बीच बातचीत रुकी है, फिर भी यह बातचीत दुबारा जल्द ही शुरू होगी, यह उम्मीद भी खलिलझाद ने व्यक्त की थी|

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