‘एफएटीएफ’ की पाकिस्तान के लिए और एक चेतावनी – संतोषजनक सफाई ना देने पर ‘ब्लैक लिस्ट’ करेंगे

इस्लामाबाद – ‘फायनान्शिअल एक्शन टास्क फोर्स(एफएटीएफ) ने सामने रखें २७ में से २२ प्रश्‍नों का संतोषजनक उत्तर देने में नाकामयाब हुए पाकिस्तान को ग्रे लिस्टमें रखा गया था| इन २२ सवालों का ठिक जवाब देने की कोशिश पाकिस्तान ने की थी| पर इन जवाबों पर एफएटीएफ का संतोष नही हुआ और पाकिस्तान के सामने अन्य १५० सवाल रखे गए है| इनके जवाब और आतंकियों की आर्थिक सहायता तोडने के लिए जरूरी कार्रवाई ना करने पर पाकिस्तान का समावेश एफएटीएफ की ब्लैक लिस्ट में करने की कडी चेतावनी एफएटीएफ के अफसर ने दी है|

दिसंबर महीने के ६ तारिक को पाकिस्तान ने एफएटीएफने जताई आपत्ति पर जवाब देनेवाला रपट इस संगठन के सामने पेश किया था| पर, अभी भी पाकिस्तान में चरमपंथी एवं आतंकी हरकतें शुरू है और उन्हें प्राप्त हो रही आर्थिक सहायता रोकने के लिए कडी कार्रवाई करने को पाकिस्तान तैयार ना होने की बात इस रपट के साथ ही सामने आयी थी| इसपर गंभीरता से संज्ञान लिया गया है और एफएटीएफने अपनी नाराजगी पाकिस्तान के सामने स्पष्ट रखी है| इस मुद्दे पर पाकिस्तान को १५० नए सवाल किए गए है और उन सवालों का जवाब देना नामुमकिन होता है तो पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट करने के अलावा विकल्प नही बचता, यह बात इस अधिकारी ने स्पष्ट की है|

पाकिस्तान आतंकी संगठनों का केंद्र बना है और इस देश में आतंकी संगठनों के नेता खुलेआम घुम रहे है| साथ ही आतंकी संगठन बेझिझक नीधी इकठ्ठा करके अन्य देशों में आतंकी हमलें कर रही है| यह बात भी कई बार स्पष्ट हुई थी| संयुक्त राष्ट्रसंघ एवं अमरिका जैसे देश ने प्रतिबंध लगाने के बावजूद पाकिस्तान में मौजुद आतंकी संगठनों की हरकतें बंद नही हो सकी है| क्यों की प्रतिबंध लगाने से कुछ समय पहले ही यह आतंकी संगठन और उनके नेता बैंक खाते का पैसा अन्य नाम से गठित की गई संगठन के खाते में जमा करते है| इसके लिए आवश्यक जानकारी प्रदान करने से अन्य सहयोग करने के लिए पाकिस्तान की कुख्यात गुप्तचर संगठन आयएसआय आगे रहती है, यह भी कई बार स्पष्ट हुआ है| इसी वजह से आतंकियों के लेनदेने पर नजर रखने के लिए और उनपर रोक लगाने की जिम्मेदारी संभाल रही एफएटीएफने पाकिस्तान के कान खिंचे है| पाकिस्तान का समावेश ग्रे लिस्ट में करके एफएटीएफने पाकिस्तान को आखरी अवसर प्रदान किया था| वर्ष २०२० के फरवरी महीने तक पाकिस्तान का समावेश ग्रे लिस्ट में रहेगा| तबतक आतंकियों के आर्थिक स्रोत बंद करने के लिए आवश्यक कडी कार्रवाई करने में असफल होने पर पाकिस्तान को ब्लैक लिस्टकिया जाएगा, यह इशारा एफएटीएफने पहले ही दिया था|

इस मोर्चे पर अभी भी पाकिस्तान गंभीर ना होने की बात फिर से स्पष्ट हुई है और इसी वजह से एफएटीएफने पाकिस्तान के सामने नए १५० सवाल रखे है| इनमें कुछ मदरशों पर कार्रवाई करने के अलावा अन्य अहम सवाल भी शामिल होने की बात कही जा रही है|

अगले समय में पाकिस्तान का समावेश एफएटीएफके ब्लैक लिस्ट में हुआ तो इस देश को कोई भी अंतरराष्ट्रीय वित्तसंस्था आर्थिक सहायता एवं कर्ज प्रदान नही कर सकेगी| साथ ही इस निर्णय से पाकिस्तान में निवेश होना भी बंद होगा| पहले ही मुश्किलों में फंसे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए यह अंतिम झटका साबित हो सकता है| ऐसा होते हुए भी पाकिस्तान एफएटीएफकी चेतावनी को नजरअंदाज कर रहा है, यह आलोचना इस देश के जिम्मेदार विश्‍लेषक कर रहे है|

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