सुदान के राष्ट्राध्यक्ष ओमर बशिर इनकी हुकूमत को झटका दे रहे सरकार विरोधी प्रदर्शन में ४० लोगों की मृत्यु

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

खार्तुम – अफ्रीका के पूर्वीय क्षेत्र में ईंधन संपन्न देश के तौर पर पहचान प्राप्त सुदान में पिछले १० दिनों से सरकार के विरोध में जोरदार प्रदर्शन शुरू है और इस दौर कम से कम ४० लोगों की मृत्यु हुई है| ब्रेड और ईंधन के बढते दामों के मुद्दे पर शुरू हुए इस प्रदर्शन ने अब राष्ट्राध्यक्ष ओमर बशिर इनकी हुकूमंत को झटके देने की शुरूआत की है| सुदान का यह प्रदर्शन ‘अरब स्प्रिंग’ का नया पायदान हो सकता है, यह संकेत विश्‍लेषकों ने दिए है| वही स्थानिक सूत्रों ने राष्ट्राध्यक्ष बशिर को झटके दे रहे इन प्रदर्शनों के पीछे संयुक्त अरब अमिराती का हाथ हो सकता है, यह दावा किया है|

सुदान के राष्ट्राध्यक्ष ओमर बशिर १९९३ से हुकूमत संभाल रहे है और लष्करी की सहायता से उन्होंने हुकूमत पर अपनी पकड कायम रखने में सफलता प्राप्त की है| ‘साऊथ सुदान’ का निर्माण और ईंधन के दामों में हुई गिरावट की पृष्ठभुमि पर सुदान की अर्थव्यवस्था के सामने पिछले कुछ वर्षो से संकट खडा हुआ है| अर्थव्यवस्था पर नियंत्रण कायम रखने की बशिर इनकी कोशिश असफल हुई है और जनता में पनप रहे असंतोष में लगातार बढोतरी होती दिखाई दे रही है| कुछ दिनों पहले से सुदान में ईंधन और ब्रेड के दामों में लगातार बढोतरी हो रही है और महंगाई की बढत रोकने के सरकार की कोशिश असफल साबित हुई है|

इस विरोध में दिसंबर के दुसरे सप्ताह से सुदान में प्रदर्शन शुरू हुए है| यह प्रदर्शन शांत करने के लिए राष्ट्राध्यक्ष बशिर इन्होंने सुरक्षा यंत्रणा की बडी तादाद में तैनाती की है| लेकिन राजधानी खार्तूम के साथ देश के कोने कोने में हजारों के संख्या में नागरिक प्रदर्शनों में शामिल हो रहे है और परिस्थिति नियंत्रण के बाहर जाती दिखाई दे रही है| राजधानी के साथ अन्य हिस्से में प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आक्रामक कार्रवाई की गई है और इस दौरान अबतक ४० लोगों की मृत्यु हुई है एवं २०० से अधिक जख्मी हुए है|

सुदान में विपक्षी दलों ने भी इस प्रदर्शन में सक्रिय हुए है और बशिर इनके इस्तिफे की मांग कर रहे है| अफ्रीका के विश्‍लेषकों ने सुदान में शुरू यह प्रदर्शन कुछ वर्ष पहले उत्तरी अफ्रीका एवं खाडी क्षेत्र कें देशों में हुए ‘अरब स्पिंग’ का हिस्सा हो सकता है, यह अनुमान किया है| लेकिन सुदान के सूत्रों ने बशिर इनकी हुकूमत को झटके दे रहे इन प्रदर्शनों के पीछे सऊदी अरेबिया और संयुक्त अरब अमिराती का हाथ हो सकता है, यह दावा किया है| सुदान की कतार, तुर्की और ईरान के साथ बढती नजदिकी ध्यान में रखकर सऊदी और युएई ने इन प्रदर्शनों को बढावा दिया होगा, यह आरोप इस दावे के साथ किया जा रहा है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.