कोरोना की वजह से उभरा आर्थिक संकट जागतिक महामंदी जैसा है – रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन

मास्को – ‘मानवजाति को वर्ष २०२० में कई समस्याओं से मुकाबला करना पड़ा है और इसकी तीव्रता अभूतपूर्व है। कोरोना वायरस की महामारी, जागतिक स्तर पर घोषित हुआ लॉकडाउन और इससे ठंड़े पड़े आर्थिक कारोबार की वजह से आन्तर्राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था गहरे संकट में फँसी है। बीते शतक की जागतिक महामंदी के बाद आन्तर्राष्ट्रीय समुदाय पर ऐसें संकट का मुक़ाबला करने की नौबत नहीं आयी थी। कोरोना की महामारी की वजह से लाखों लोग मृत हुए हैं और करोड़ों बेरोज़गार हुए हैं’, यह बयान रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने किया है।

शनिवार के दिन शुरू हुई ‘जी २० समिट’ को संबोधित करते समय रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने, कोरोना के महामारी की वजह से हुआ नुक़सान और इस महामारी के विरोध में हो रहीं कोशिशें, इन मुद्दों पर ज़ोर दिया। कोरोना की महामारी की पृष्ठभूमि पर, बेरोज़गारी एवं गरीबी की चुनौतियाँ अभी भी बरकरार हैं और इसे मात देने के लिए ‘जी २०’ का योगदान अहम होगा, यह दावा पुतिन ने किया। इस दौरान उन्होंने, ‘जी २०’ गुट ने संयुक्त राष्ट्रसंघ, वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनायझेशन, आन्तर्राष्ट्रीय मुद्राकोष, वैश्‍विक बैंक जैसीं यंत्रणाओं के माध्यम से शुरू योजनाओं का भी ज़िक्र किया।

‘कोरोना की महामारी की पृष्ठभूमि पर निर्माण हुईं आर्थिक कठिनाईयों के कारण कई विकसनशील देश और उभरती अर्थव्यवस्थाओं में उचित प्रावधान करने की क्षमता नहीं रही। मुद्राओं का हुआ अवमूल्यन एवं कर्ज़े का बढ़ता भार बड़ी चुनौती के रूप में सामने आ रहें हैं। छोटे देशों पर बना अधिकांश कर्ज़ अमरिकी डॉलर्स के रूप में है। हालाँकि ‘जी-२०’ समेत अन्य यंत्रणाओं ने सहायता प्रदान की है, फिर भी अधिक सहायता की आवश्‍यकता है्। यदि ऐसा नहीं हुआ, तो इन देशों में आर्थिक और सामाजिक विषमता अधिक ही बढ़ेगी’, यह चेतावनी भी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने इस दौरान दी। इसके साथ ही राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने, अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने आर्थिक स्तर पर की हुईं कोशिशों की भी सराहना की। राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की योजनाओं के कारण अमरिकी अर्थव्यवस्था दोबारा पटरी पर लाने के लिए सहायता हुई होकर, इससे जागतिक अर्थव्यवस्था में सुधार होने के लिए भी मदद प्राप्त हो रही है, यह बयान पुतिन ने किया है। महामारी का मुकाबला करने के लिए विश्‍वभर में टीके की खोज़ करने के लिए हो रहीं कोशिशों का ज़िक्र करके, विश्‍व के हर एक व्यक्ति को यह टीका उपलब्ध होना चाहिये, यह निवेदन रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने किया। साथ ही, रशिया ने पहला टीका तैयार किया है, यह कहकर, अभी अन्य दो टीकें अलग अलग पड़ावों पर हैं और विश्‍व के अन्य देशों को यह टीका प्रदान करने के लिए रशिया तैयार है, इसका यक़ीन भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने दिलाया।

इसी बीच, कोरोना महामारी के मुद्दे पर कनाड़ा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्यु्रड्यू ने किए बयान से, प्रसार माध्यम एवं सोशल मीडिया में सनसनी फैली है। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्यु्रड्यू ने, हाल ही में हुई ‘वर्ल्ड इकॉनॉमिक फोरम’ की बैठक में यह दावा किया था कि कोरोना की महामारी विश्‍व को ‘रिसेट’ करने का अवसर है। ‘यह बयान जागतिक साज़िश का हिस्सा है’ ऐसा आरोप कनाड़ा के विपक्ष, माध्यम एवं सोशल मीडिया पर किया गया है। प्रधानमंत्री ट्यु्रड्यू ने उनके खिलाफ लगाए गए सभी आरोप ठुकराए हैं।

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