छत्तीसगढ़ में ‘वॉन्टेड’ माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण – ओडिशा में माओवादियों के चार अड्डे ध्वस्त

दंतेवाडा/भुवनेश्‍वर (वृत्तसंस्था) – छत्तीसगढ़ के दंतेवाडा में पुलिस की हुई हत्या, हिंसा और हमलों की घटनाओं में शामिल चंदूराम सेतिया इस ‘वॉन्टेड’ माओवादी ने अपने 11 सहयोगियों के साथ आत्मसमर्पण किया। इनमें से चंदूराम के साथ अन्य चार माओवादियों के सिर पर इनाम घोषित किया गया था। दूसरी ओर ओडिशा में भी माओवादियों के विरोध में बड़ी कार्रवाई की गई। ओडिशा के बारगढ ज़िले के जंगलों में पुलिस और माओवादियों की मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ की ज़गह से माओवादी भाग खड़े हुए। लेकिन इस कार्रवाई के दौरान माओवादियों ने जंगल में बनाए चार ठिकाने ध्वस्त किए गए है। वहां से बड़ी मात्रा में हथियार और प्रतिबंधित सामग्री बरामद की गई है।

chattisgarh-maoistsदंतेवाडा एवं नज़दिकी क्षेत्र में पुलिस ने जून महीने से ‘लोन वर्राटू’ मुहीम की शुरूआत की है। इस मुहीम के दौरान आत्मसमर्पण कर रहे आतंकियों का पुनर्वासन किया जा रहा है। इस मुहीम को बड़ी कामयाबी प्राप्त हो रही है। इस दौरान अब तक 83 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। रविवार के दिन पुलिस और सीआरपीएफ की मौजूदगी में 12 माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया। इन माओवादियों में चंदूराम का भी समावेश है।

चंदूराम, माओवादियों के प्लाटून क्रमांक 26 का सक्रिय सदस्य था और सुरक्षा बल पर हुए तीन बड़े हमलों में शामिल था। वर्ष 2008 में भुसारस-चिंगावरम में माओवादियों ने किए हमले में 23 पुलिस शहीद हुए थे और दो नागरिकों की मौत हुई थी। इस हमले में भी चंदूराम शामिल था। इसके अलावा आत्मसमर्पण करनेवाले इन माओवादियों के बीच लखमू हेमला, सुनिल ताती, मनु मंडावी और मैतूराम बरसा का समावेश है। माओवादी विचारधारा से ऊबने से इन्होंने आत्मसमर्पण किया है, ऐसी जानकारी पुलिस अधिकारी ने साझा की।

दूसरी ओर ओडिशा में हिंसा करके ‘सीपीआय’ (मा) की साज़िश सुरक्षा बलों ने नाकाम की। वहां के बारगढ़ ज़िले के गंधमार्दन जंगल मे माओवादी छुपे होने की जानकारी प्राप्त हुई थी। इसके बाद सीआरपीएफ के सैनिकों के साथ बारगढ़-बोलांगीर पुलिस के विशेष ऑपरेशन ग्रूप (एसओजी) ने सर्च मुहीम शुरू की। इस दौरान सुरक्षा बल और माओवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई। सुबह करीबन 7.30 बजे शुरू हुई यह मुठभेड़ आधे घंटे तक जारी रही।

लेकिन घना जंगल और मुसलाधार बारिश की स्थिति का लाभ उठाकर यह माओवादी घटना स्थल से भागने में कामयाब हुए। दस से पंद्रह माओवादी इस मुठभेड़ में शामिल होने की जानकारी पुलिस ने प्रदान की। इसके बाद पुलिस ने सर्च मुहीम शुरू की है। इस दौरान माओवादियों के चार ठिकाने तबाह किए गए हैं। सुरक्षा बलों ने वहां से विस्फोटक और बुलेट्स एवं हिंसा का समर्थन करनेवाले कागज़ बरामद किए हैं। इन कागजों पर देखी गई लिखावट माओवादी नेता की ही होगी, यह अंदाजा भी व्यक्त किया जा रहा है।

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