छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में माओवादियों के रक्त पात में सीआरपीएफ के नौ जवान शहीद

रायपुर/नई दिल्ली: छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में माओवादियों ने किए विस्फोट में सीआरपीएफ के ९ जवान शहीद हुए हैं मंगलवार दोपहर १२:३० के आस-पास माओवादियों ने आयईडी का विस्फोट करके जवानों की गाड़ी को उड़ाया| इस विस्फोट के लिए माओवादियों ने लगभग ५० किलो इतनी तादाद में विस्फोटक का इस्तेमाल किया है, ऐसी जानकारी उजागर हुई है| केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है| तथा हमलावर माओवादियों के विरोध में सुरक्षा दल ने मुहिम हाथ लेने की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दी है|

सुकमा जिले में किस्तराम पालोदी मार्ग पर सीआरपीएफ के जवानों को ले जाने वाले वाहन को लगभग साढ़े बारा के करीब माओवादियों ने उड़ा दिया है| यह वाहन विस्फोटकों से जूझनेवाला ना होने का बावजूद यह रक्तपात करने के लिए माओवादियों ने लगभग ५० किलोग्राम इतने बड़े तादाद में विस्फोटक का इस्तेमाल किया था| इस विस्फोट की वजह से जवानों का वाहन तकरीबन १० फीट हवा में उड़ने की बात कही जाती है| इस वाहन में नौ जवानों की जान गई है| इस हमले की जानकारी मिलते हुए सीआरपीएफ के महासंचालक जनरल आर.आर.भटनागर घटनास्थल पर पहुंचे हैं| इस विस्फोट के बाद केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह से फोन पर चर्चा की है|

इस घटना पर केंद्रीय गृहमंत्री ने तीव्र शोक व्यक्त करके शहीद जवानों के परिवारों से अपनी संवेदना व्यक्त की है| यह हमला माओवादी नेता हिंदमां के पीपल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी ‘पीएलजीए’ ने किया है|

पीएलजीए के बटालियन क्रमांक १ ने यह रक्तपात किया है और उसके लिए आयईडी का इस्तेमाल करने की बात सामने आ रही है| छत्तीसगढ़ का सुकमा जिला यह माओवादियों से प्रभावित माना जाता है| इस जिले में माओवादियों के विरोध में कार्यवाही शुरु हुई थी, जिसे प्रत्युत्तर देने के लिए फरवरी महीने में माओवादियों ने आक्रामक डावपेच इस्तेमाल करना शुरू किया था| मंगलवार का यह विस्फोट माओवादियों के इसी योजना का भाग था|

मंगलवार को विस्फोट हुआ, उस समय लगभग १०० माओवादी घटनास्थल पर उपस्थित थे, ऐसी जानकारी कई संस्थाओं ने दी है, पर अब तक उसे समर्थन नहीं मिल सका है| सुकमा जिला तथा छत्तीसगढ़ के अंदर जिले में अपना प्रभाव कायम रखने के लिए माओवादी फिर से भयंकर रक्तपात करने की तैयारी में होने की बात, इस हमले से स्पष्ट हो रही है| पर इस विस्फोट के बाद सुरक्षा दल के पथक इस जगह रवाना किए गए हैं और माओवादियों के विरोध में कार्रवाई अधिक तीव्र की जाने वाली है, ऐसा कहा जा रहा है|

पिछले वर्ष ११ मार्च के रोज माओवादियों ने छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में १२ जवानों की हत्या की थी| उसे कुछ हफ्ते हो रहे थे कि अप्रैल महीने में माओवादियों ने सुकमा में हमला करके सीआरपीएफ के २५ जवानों की जान ली थी|

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