रशिया में बगावत की कोशिश करने के बाद ‘वैग्नर ग्रुप’ के प्रमुख येव्गेनी प्रिगोझिन ने राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन से मिले – रशियन सरकार ने खबर की पुष्टि की

मास्को – पिछले महीने रशिया में बगावत की कोशिश करने वाले ‘वैग्नर ग्रुप’ के प्रमुख येव्गेनी प्रिगोझिन और प्रमुख कमांडर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन से मिले, ऐसी जानकारी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने प्रदान की। बगावत की घटना के बाद २९ जून के दिन राजधानी मास्को में क्रेमलिन में उनकी यह मुलाकात होने की बात पेस्कोव ने कही। इस वजह से पिछले महीने हुए विद्रोह का रहस्य अधिक बढ़ता दिख रहा है।

पिछले महीने २४ जून को रशिया की प्रमुख निजी सैन्य कंपनी ‘वैग्नर ग्रुप’ ने बगावत करके रशिया के दो शहरों पर कब्ज़ा करने की जानकारी सामने आयी थी। ‘वैग्नर ग्रुप’ की फौज रशिया की राजधानी मास्को से मात्र २०० किलोमीटर दूरी तक पहुंचन के दावे प्रसिद्ध हुए थे। रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने उस समय यह चेतावनी भी दी थी कि, इस विद्रोह में शामिल सभी लोगों को कड़ी सज़ा दी जाएगी। इसपर प्रतिक्रिया देते समय प्रिगोझिन ने यह दावा किया था कि, यह बगावत नहीं, बल्कि ‘मार्च फॉर जस्टिस’ हैं।

रशिया के साथ पुरी दुनिया में सनसनी फैलाने वाली इन घटनाओं के कुछ ही घंटे बाद यह बगावत खत्म होने की खबरें सामने आयी थी। बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष अलेक्झांडर लुकाशेन्को की मध्यस्थता से ‘वैग्नर ग्रुप’ और रशियन सरकार की ‘डील’ होने की बात कही गई थी। इसके अनुसार ‘वैग्नर ग्रुप’ ने विद्रोह खत्म होने की एवं रशियन सरकार ने विद्रोहियों के खिलाफ होने वाली कार्रवाई रद्द करने की बात स्पष्ट हुई। इसके बाद ‘वैग्नर ग्रुप’ के प्रमुख प्रिगोझिन को बेलारूस में आश्रय देने का दावा किया गया था।

लेकिन, कुछ दिन पहले ही बेलारूस के राष्ट्राध्यक्ष अलेक्झांडर लुकाशेन्को ने प्रिगोझिन बेलारूस नहीं पहुंचे हैं और रशिया में ही होने का दावा किया था। ‘वैग्नर ग्रुप’ के दफ्तर एवं प्रिगोझिन के निवास पर छापे होने की खबरें भी रशियन माध्यमों ने प्रसिद्ध की थी। उसी समय अमरीका ने ‘वैग्नर ग्रुप’ के इस बगावत में हमारा कोई भी हाथ ना होने की बात स्पष्ट करने का वृत्त भी सामने आया था। नाटो, पूर्व यूरोपिय देश एवं यूक्रेन ने बेलारूस की सीमा के करीबन अपनी सैन्य तैनाती बढ़ाने का निर्णय भी किया था।

इस पृष्ठभूमि पर रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन और प्रिगोझिन की मुलाकात होने का वृत्त सनसनी खेज साबित हुआ है। पुतिन के प्रवक्ता पेस्कोव ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार २९ जून को प्रिगोझिन और ‘वैग्नर ग्रुप’ के कमांडर्स के साथ पुतिन की बैठक हुई। तीन तास हुई इस बैठक में प्रिगोझिन के साथ ‘वैग्नर ग्रुप’ के अधिकारियों ने अपना पक्ष रखा। साथ ही हम पुतिन के कड़े समर्थक होने की गवाही भी उन्होंने दी। इससे अधिक जानकारी साझा करने से पेस्कोव दूर रहें।

Leave a Reply

Your email address will not be published.