ब्रिटेन की आर्थिक सुरक्षा को चीन से बड़ा खतरा – ब्रिटेन के उप-प्रधानमंत्री ऑलिवर डाऊडेन

लंदन – ‘ब्रिटेन चीन विरोधी नहीं हैं। व्यापारी और आर्थिक स्तर पर चीन को अलग नहीं कर सकते और वह ब्रिटेन के हित में भी नहीं होगा। लेकिन, साथ ही चीन के साथ कारोबार करते समय ब्रिटेन को खुली आंख से अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा का विचार करना होगा। क्यों कि, ब्रिटेन की आर्थिक सुरक्षा को चीन से बड़ा खतरा हो सकता हैं’, ऐसी चेतावनी ब्रिटेन के उप-प्रधानमंत्री ऑलिवर डाऊडेन ने दी। पिछले कुछ महीनों की गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर ब्रिटेन के उप-प्रधानमंत्री यह चेतावनी देते दिख रहे हैं।

ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था ढ़ह रही हैं और इस देश में महंगाई भी उछाल पर होने के दावे ब्रिटीश और यूरोपिय माध्यम कर रहे हैं। इस पृष्ठभूमि पर ब्रिटेन की कंपनियां दिवालियां हो रही हैं और विदेशी निवेशक इन कंपनियों को खरीद रहे हैं। इनमें चीन और चीनी हुकूमत से जुड़ी कंपनियों ने अमरीका और अन्य देशों की तुलना में ब्रिटेन की कंपनियों पर अधिक कब्जा पाया हैं। ब्रिटेन के कुछ नेताओं ने चीन के इस ‘टेकओवर’ का स्वागत किया था।

लेकिन, चीन के कब्जे में गई इन कंपनियों की वजह से ब्रिटेन की सुरक्षा के लिए खतरा निर्माण हुआ है, यह दावा उप-प्रधानमंत्री डाऊडेन ने किया। साथ ही ब्रिटेन में चीन ने किए निवेश पर बारीकी से ध्यान देना होगा, ऐसा डाऊडेन ने कहा। ‘नैशनल सिक्योरिटी ॲण्ड इन्वेस्टमेंट एक्ट २०२१’ के तहत चीन की इन  कंपनियों पर एवं उनके कारोबार पर रोक लगाने के साथ इनके विरोध में कार्रवाई करने का विकल्प  ब्रिटेन के हाथ में है, यह चेतावनी भी डाऊडेन ने दी। ब्रिटिश कंपनियां और निवेशकों के हितों के लिए यह कार्रवाई जरूरी होगी, यह विश्वास उन्होंने व्यक्त किया।

इसी बीच, पिछले कुछ सालों से ब्रिटेन में चीनी कंपनियों पर जासूसी करने के आरोप तीव्रता से हो रहे हैं। रशिया ही ब्रिटेन की सुरक्षा को चुनौती देनेवाला देश है, ऐसा विचार पहले से था। लेकिन, चीन से होने वाला खतरा अधिक तीव्र हो रहा हैं, ऐसी चेतावनियां ब्रिटेन के नेता अब खुलेआम दे रहे हैं। खास तौर पर आर्थिक मोर्चे पर ब्रिटेन को चीन से मिल रही चुनौती रशिया से  भी अधिक खतरनाक होने का बयान करके ब्रिटेन के नेताओं ने इस पर जताई चिंता ध्यान आकर्षित करती है।

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