हिजबुल्लाह की ओर से अमरीका की सुरक्षा को खतरा – अमरीका के आतंकवाद विरोधी पथक के निदेशक का इशारा

वॉशिंगटन: अमरीका की सुरक्षा को हिजबुल्लाह की ओरसे खतरा होने की बात घोषित करके अमरीका ने हिजबुल्लाह के दो कमांडर्स का ‘मोस्ट वॉन्टेड’ सूचि में समावेश किया है। साथ ही इन दोनों की जानकारी देने वालों को अमरीका ने इनाम घोषित किया है। कट्टर ईरान समर्थक और शियापंथियों का प्रबल सशस्त्र संगठन माने जाने वाले हिजबुल्लाह पर यह कार्रवाई करके अमरीका ने ईरान को झटका दिया है।

इराक और सीरिया में ईरान समर्थक राजवट के पक्ष में हिजबुल्लाह के सदस्य संघर्ष कर रहे है। लेकिन हिजबुल्लाह एक आतंकवादी संगठन है और इससे अपनी सुरक्षा को बहुत बड़ा खतरा पैदा हो सकता है, ऐसा दावा इस्त्राइल कर रहा है। इतना ही नहीं बल्कि सीरिया के संघर्ष का लाभ उठाकर ईरान और सीरिया हिजबुल्लाह को शस्त्रसज्ज कर रहे है, ऐसा आरोप इस्त्राइल कर रहा है। अमरीका ने भी हिजबुल्लाह को इसके पहले ही आतंकवादी संगठन घोषित किया था। साथ ही इस संगठन के पश्चिमी देशों के खातों को भी बंद किया है।

लेकिन इसके बाद भी हिजबुल्लाह की कार्रवाईयाँ शुरू रहने की जानकारी सामने आयी है। जून महीने में अमरीका के न्यूयॉर्क और मिशिगन इन दो शहरों से हिजबुल्लाह के ‘स्लीपर सेल एजेंट्स’ को कब्जे में लिया गया है। ‘अली कुरानी’ और ‘समीर अल-देबेक’ यह इन दोनों के नाम है और हिजबुल्लाह के ‘इस्लामिक जिहाद ऑर्गनायझेशन’ (आयजेओ) इस संगठन को विस्फोटक की आपूर्ति करने की जिम्मेदारी उनपर थी।

इसमें से कुरानी यह अमरीका में स्लीपर सेल चलानेवाला एजेंट था। हिजबुल्लाह की ओर से इशारा आने तक सामान्य जीवन जीने की सुचना कुरानी को दी गई थी। साथ ही हिजबुल्लाह के इशारे के बाद ‘आयजेओ’ को पूर्ण सहकार्य की आपूर्ति करने का आदेश कुरानी को दिया गया था। अल-देबेक को सुरंग और अन्य विस्फोटकों की निर्मिती करने का प्रशिक्षण देने की जानकारी पूछताछ से सामने आयी थी। इससे ही हिजबुल्लाह अमरीका में हमले करने की तैयारी में होने के दावे किये जा रहे थे।

इस पृष्ठभूमि पर अमरीका के आतंकवाद विरोधी पथक के निदेशक ‘निकोलस रासमुसेन’ ने हिजबुल्लाह की ओर से खतरा होने का इशारा दिया है। साथ ही हिजबुल्लाह के सुरक्षा पथक का प्रमुख ‘तलाल हमियाह’ और इस संगठन के लश्करी नेतृत्व का प्रमुख ‘फौआद शुकर’ को ‘मोस्ट वॉन्टेड’ सूचि में डाला है। इसमें से ‘तलाल’ पर ७० लाख डॉलर्स और ‘फौआद’ पर ५० लाख डॉलर्स का इनाम घोषित किया है।

दौरान, इराक, सीरिया और लेबेनॉन में सक्रीय हिजबुल्लाह पर कार्रवाई करना यह ट्रम्प प्रशासन की प्राथमिकता थी, ऐसी जानकारी अमरीका के विदेश मंत्रालय ने दी है। इस पृष्ठभूमि पर हिजबुल्लाह के दोनों कमांडर्स पर कार्रवाई किए जाने की बात विदेश मंत्रालय स्पष्ट की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.