कुर्दिस्तान के जनमत के खिलाफ इराक, ईरान और तुर्की की एकजुट

न्यूयॉर्क: अगले महीने में कुर्दिस्तान में होने वाले जनमत के मुद्दे पर ईरान, तुर्की और इराक एक हुए हैं। संयुक्त राष्ट्रसंघ की आमसभा की पृष्ठभूमि पर तीनों देशों के विदेश मंत्रियों की विशेष बैठक अमरीका में पूरी हुई। इस बैठक में तीनों देशों ने कुर्दिस्तान ने जनमत लिया तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात पर एकमत दर्शाया है। उसी दौरान संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद् ने भी कुर्दिस्तान सरकार को जनमत के मुद्दे को लेकर निर्णायक इशारा दिया है और यह प्रक्रिया अस्थिरता निर्माण करने वाली साबित होगी, ऐसा कहा है।

इराक के कुर्दिस्तान सरकार ने पिछले महीने  में जनमत लेने का निर्णय घोषित किया था। कुर्द सरकार के इस निर्णय के खिलाफ दुनियाभर से कड़ी प्रतिक्रियाएं आयी थी। खाड़ी देशों ने कुर्दिस्तान के जनमत को जोरदार विरोध दर्शाया है और इस्राइल ने समर्थन घोषित किया था। अमरीका और अन्य पश्चिमी देशों ने भी कुर्द सरकार को जनमत के खिलाफ डांटा था। लेकिन फिर भी कुर्द सरकार ने जनमत के मुद्दे पर मजबूत रहने की बात स्पष्ट की थी।

कुर्दिस्तान के जनमतइस पृष्ठभूमि पर जनमत के खिलाफ कार्रवाई करने के दृष्टिकोण से कई देश एक हो रहे हैं और ईरान, तुर्की और इराक में कुर्द और कुर्दों के प्रान्त के सरकार के लिए यह निर्णय इराक के कुर्दिस्तान सरकार ने पिछले महीने  में जनमत लेने का निर्णय घोषित किया था। कुर्द सरकार के इस निर्णय के खिलाफ दुनियाभर से कड़ी प्रतिक्रियाएं आयी थी। खाड़ी देशों ने कुर्दिस्तान के जनमत को जोरदार विरोध दर्शाया है और इस्राइल ने समर्थन घोषित किया था। अमरीका और अन्य पश्चिमी देशों ने भी कुर्द सरकार को जनमत के खिलाफ डांटा था। लेकिन फिर भी कुर्द सरकार लाभदायक नहीं है, ऐसा इशारा दिया है। ईरान तुर्की और इराक इसके खिलाफ कठोर उपाय करेंगे, ऐसा इशारा भी इन देशों ने संयुक्तरूप से दिया है।

कुर्दिस्तान के जनमतइराक की एकसंघता के साथ हम बंधे हैं, ऐसा इराक की सरकार के साथ ईरान और तुर्की ने भी स्पष्ट किया है। इसलिए आने वाले समय में कुर्दों के जनमत के मुद्दे को लेकर खाड़ी क्षेत्र में नया संघर्ष भडकने की कड़ी संभावना सामने आयी है।

ईरान, इराक, तुर्की और अर्मेनिया इन देशों में कुर्द वंशीय लोग बिखरे हुए हैं। इन कुर्दों को स्वतंत्र देश चाहिए और उसके लिए पिछले कुछ वर्षों से इराक में स्थित कुर्द वंशी लोग बहुत कोशिश कर रहे हैं। इराक के उत्तरी प्रान्त में कुर्दवंशियों का प्राबल्य है और यहाँ की प्रान्तिक सरकार ने कुछ सालों पहले ही अपने स्वायत्त होने की घोषणा की थी। कुर्द वंशियों की इस लड़ाई को अमरीका और इस्राइल इन देशों का समर्थन है और ‘इराक’ और ‘सीरिया’ के ‘आयएस’ के खिलाफ संघर्ष में अमरीका ने कुर्दों के सशस्त्र संगठन की सहायता ली थी।

इस वजह से कुर्दवंशियों का पक्ष अधिक मजबूत बन गई है और जनमत द्वारा कुर्दवंशी अपनी स्वतंत्र देश की मांग को अधिकृतता बहल करने की तैयारी में है।

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