‘अमरीका एवं सौदी अरब ईरान के खिलाफ एक हुए’ : सौदी के ईंधनमंत्री और वरिष्ठ सेना अधिकारी का दावा

रियाध/वॉशिंग्टन, दि. १९: ‘अमरीका और सौदी अरेबिया के संबंध पहले से और अधिक मजबूत हुए हैं| दोनो देश मिलकर ईरान के विस्तारवाद का मुकाबला करने के लिये तैयार हुए हैं’ ऐसा सौदी अरेबिया के ईंधनमंत्री ‘खालिद अल-फलिह’ ने कहा है| वहीं, अमरीका और सौदी अरेबिया में, ईरान के येमेन में चल रहें कारनामों के खिलाफ सहमति हुई है, ऐसा दावा सौदी अरेबिया के वरिष्ठ अधिकारी जनरल अहमद अल-असिरी ने किया है| अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प और सौदी के प्रिन्स मोंहम्मद बिन सलमान की मुलाक़ात के बाद सौदी के मंत्री और सेना अधिकारी द्वारा दी गई प्रतिक्रिया, दोनो देशों के बीच नये रूप में मज़बूत सहयोग स्थापित हो रहा है, ऐसा दर्शाती हैं|

अमरीका और सौदी अरेबिया

बराक ओबामा के राष्ट्राध्यक्षपद के दौरान अमरीका और सौदी अरेबिया के संबंधों में तनाव पैदा हुआ था| ईरान के साथ अमरीका द्वारा किया गया परमाणु समझौता, यह दोनो देशों के बीच में दरार पैदा करनेवाली महत्वपूर्ण घटना साबित हुई थी| लेकिन डोनाल्ड ट्रम्प के राष्ट्राध्यक्ष हो जाने के बाद अमरीका की ईरान और सौदी अरोबिया संबंधित भूमिका पूरी तरह से बदल गयी है| बराक ओबामा ने अपने कार्यकाल में सौदी अरोबिया पर थोंपे हथियारों के निर्बंध राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने हटाये हैं| इतना ही नहीं, बल्कि ट्रम्प प्रशासन ने, ईरान को आड़े हाथों लेने की भूमिका अपनायी है| इसके कारण सौदी अरेबिया और अमरीका के संबंध फिर से अच्छे होने लगे हैं| ईरान समेत सात इस्लामी देशों की जनता को अमरीका में प्रवेशबंदी करने का निर्णय लेनेवाले ट्रम्प के इस फैसले को सौदी द्वारा दिया हुआ समर्थन इसी बात के संकेत दे रहा है|

तीन दिन पहले राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प और सौदी के प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान की व्हाईट हाऊस में मुलाकात हई थी| इस मुलाकात के बाद दोनों देशों के संबंध पहले से भी मजबूत होने का दावा किया जा रहा है| प्रिन्स सलमान के साथ अमरीका की यात्रा पर आये सौदी अरब के ईंधनमंत्री ‘खालिद अल-फलिह’ ने यह दावा किया है| ईरान की वर्चस्ववादी नीति का भविष्य में विरोध करने के लिए अमरीका और सौदी एक हुए हैं, ऐसी जानकारी अल फतिह ने दी|

अमरीका और सौदी अरेबिया का यह सहयोग जागतिक स्थिरता के लिए बेहद ज़रूरी है, ऐसा कहकर, ‘इसके लिये राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प और प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान ने निजी स्तर पर कोशिश की थी’ ऐसा भी अल-फलिह ने कहा है| इसके साथ ही, सौदी के वरिष्ठ सेना अधिकारी जनरल अहमद अल-असिरी ने, अमरीका सौदी अरेबिया को ईरानविरोधी संघर्ष में मदद करने के लिये तैयार है, ऐसी जानकारी दी| सौदी अरेबिया ने येमेन में इरानसमर्थक अलगाववादियों के विरोध में जंग छेडी है| बराक ओबामा के राष्ट्राध्यक्ष रहते समय अमरीका ने इस युद्ध में सौदी की मदद करने से इन्कार किया था| लेकिन अब हालात बदल गये हैं, ट्रम्प के नेतृत्व में अमरीका ईरान के खिलाफ सौदी अरेबिया को गोपनीय जानकारी की आपूर्ति करने के लिए तैयार है, ऐसा जनरल ‘अल-असिरी’ ने ऐलान किया|

येमेन में सौदी के संघर्ष का नेतृत्व करनेवाले जनरल अल-असिरी द्वारा किये गए ऐलानों से, आनेवाले समय में अमरीका से ज्यादा सहयोग मिलने के संकेत मिले हैं| इसी कारण, फिलहाल ईरान के साथ अप्रत्यक्ष संघर्ष में पीछे रहे सौदी अरेबिया को सत्तासंघर्ष का पलड़ा घुमाना आसान होगा, ऐसा विशेषज्ञों का कहना है| लेकिन ट्रम्प की नीति के कारण अरब आखाती देशों में भयंकर विध्वंस का सत्र शुरू होगा, ऐसी चिंता पश्‍चिमी देशों के विश्‍लेषक जता रहे है| आखाती देशों में सौदी अरेबिया और ईरान के बीच का ‘कोल्ड वॉर’ अब भीषण स्वरूप धारण करेगा, ऐसी चेतावनी अभी से कुछ विश्‍लेषक देने लगे हैं|

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