ओकिनावा द्वीपसमूह के समुद्री क्षेत्र में अमरिकी नौसेना का विमान गिरा – ८ नौसैनिक मिल गए, ३ अभी भी लापता

टोकियो: ११ नौसैनिकों को लेकर जा रहा अमरिकन नौसेना का विमान ओकिनावा की समुद्री सीमा में दुर्घटनाग्रस्त हो चुका है और अमरिका का ‘यूएसएस रोनाल्ड रिगन’ यह विमान वाहक जंगी जहाज खोज मुहीम के लिए रवाना हो गया है। इसमें से आठ नौसैनिकों को बचाने में सफलता प्राप्त हुई है, अभी भी 3 लापता नौसैनिकों की खोज जारी है। इस साल आशिया-प्रशांत महासागर इलाके में अमरिका नौसेना ने छठी बार दुर्घटना का अनुभव लिया है।

अमरिकी नौसेना का ‘सी-२ ग्रेहोंड’ यह यात्रा और कार्गो विमान ‘सी ऑफ़ फिलिपिन्स की दिशा में जा रहा था तब यह दुर्घटना घटी है। इस समुद्री इलाके में अमरिका का विमान वाहक जंगी जहाज ‘यूएसएस रोनाल्ड रिगन’ तैनात किया गया है। विमान के ११ नौसैनिकों को जंगी जहाज पर लेकर जाते समय ओकिनावा की दक्षिण में स्थित समुद्री क्षेत्र में अमरिका के नौसेना का विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दुर्घटना की वजह अभी तक पता नहीं चली है। लेकिन विमान के इंजिन में हुई खराबी की वजह से यह दुर्घटना घटी होगी, ऐसा अंदाजा जापान के रक्षा मंत्री ‘इत्सुनोरी ओनोदेरा’ ने व्यक्त किया है।

ओकिनावा

अमरिका के विमान को हुई इस दुर्घटना में आठ लोगों को बचाने में सफलता मिली है और उन्हें ‘यूएसएस रोनाल्ड रिगन’ जंगी जहाज पर इलाज के लिए दाखिल किया गया है। अन्य तीन लोगों की खोज के लिए अमरिका, जापान और फिलिपिन्स ने अपनी नौसेना को साथ ही तटरक्षक बल को रवाना किया है। अमरिका और जापान की नौसेना का ‘ओकिनावा’ के समुद्री क्षेत्र में युद्धाभ्यास चल रहा था, तब यह दुर्घटना घटी है।

‘यूएसएस रोनाल्ड रिगन’ यह जापान में तैनात सातवे लड़ाकू जहाजों के बेड़े का महत्वपूर्ण विमान वाहक जंगी जहाज है। ‘सी-२ ग्रेहोंड’ यह पिछले पांच दशकों से अमरिकी नौसेना में कार्यरत है और जल्द ही अमरिकी नौसेना की सेवा से निवृत्त होने वाला था। इस कार्गो विमान का स्थान अमरिकी नौसेना का लम्बी दूरी का ‘ऑस्प्री’ विमान लेने वाला है। जापान की दुर्घटनाग्रस्त विमानों की सूचि में ‘ऑस्प्री’ विमान को भी शामिल किया जाता है।

दौरान, पिछले ग्यारह महीनों में अमरिका के सातवे अरमाडा और नौसेना को आशिया-प्रशांत समुद्री क्षेत्र में चमत्कारी दुर्घटनाओं का मुकाबला करना पड़ा है। इन दुर्घटनाओं में अमरिकी नौसेना के १७ सैनिकों को जान गंवानी पड़ी है। पिछले हफ्ते में ‘ईस्ट चाइना सी’ में पहरा दे रही अमरिका की विनाशिका को जापान के जहाज ने टक्कर दी थी। इसमें अमरिका की विनाशिका का नुकसान हुआ था। अगस्त महीने में सिंगापूर के समुद्री इलाके में अमरिका की ‘यूएसएस जॉन मैक्वेन’ इस विनाशिका को एक इंधन वाहक टैंकर ने जोरदार टक्कर दी थी। इस टक्कर में अमरिकी नौसेना के दस सैनिकों की जान गई थी।

जून महीने में ‘यूएसएस फित्झगेराल्ड’ इस अमरिकी विनाशिका को फिलिपिन्स के व्यापारी जहाज ने जापान की समुद्री सीमा में धडक दी थी। इस दुर्घटना में सात अमरिकी सैनिकों की जान गई थी। उसके पहले मई महीने में ‘यूएसएस लेक चैपलेन’ तो जनवरी में अमरिका के ‘यूएसएस एंटीएटाम’ इस मिसाइल भेदी यंत्रणा से सज्जित विनाशिकों को दूसरे जहाजों ने टक्कर देने की घटनाएं घटी थी। इस दुर्घटना के मामले में अमरिका ने नौसेना के आठ अधिकारीयों को पदच्युत किया है और इसमें सातवे अरमाडा के महत्वपूर्ण अधिकारीयों का समावेश है।

अमरिकी जंगी जहाज और विमानों की दुर्घटनाओं का प्रमाण बढ़ गया है और इसके पीछे चीन की सायबर आर्मी का हाथ होने का दावा किया जा रहा है।

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