चीन उत्तर कोरिया में सेना घुसाने की तैयारी में – ब्रिटिश माध्यमों का दावा

लंडन: परमाणु और मिसाइल परिक्षण करके अमरिका के साथ अपने पडौसी देशों को धमकाने वाले उत्तर कोरिया में सेना घुसाने की योजना चीन ने बनाई है। आने वाले समय में अमरिका, दक्षिण कोरिया और जापान ने उत्तर कोरिया पर हमला किया, तो अगली कार्रवाई के तौर पर चीन उत्तर कोरिया में सेना घुसा रहा है, ऐसा दावा ब्रिटन के अख़बार ने किया है। इसके लिए चीन ने उत्तर कोरिया की सीमा के पास तेजी से सड़कें और रेल मार्गों का निर्माण शुरू किया है, यह खबर ब्रिटन के अख़बार ने प्रसिद्ध की है।

चीन ने उत्तर कोरिया के पास दक्षिण-पूर्व में स्थित ‘जिलिन प्रान्त’ में यह निर्माण शुरू करने का दावा किया जा रहा है। जिलिन प्रान्त के ‘जिलान’ इस उत्तर कोरिया की सीमा के पास वाले गाँव से यह निर्माण शुरू हुआ है और इसमें चीन ने बड़े पैमाने पर मनुष्य बल का इस्तेमाल किया है। ‘जी १११२ जियान-शुआन्ग्लिओ एक्सप्रेसवे’ यह इस छः चरणों वाले राजमार्ग का नाम है और उत्तर कोरिया के मान्पो प्रान्त के साथ इस राजमार्ग को जोड़ा जाएगा। इसके लिए चीन और उत्तर कोरिया की सीमा पर स्थित यालू नदी पर भी राजमार्ग का निर्माण होगा, ऐसा दावा ब्रिटिश अख़बार ने किया है।

उत्तर कोरिया में सेनाउत्तर कोरिया की सीमा पर स्थित ‘जियान’ गाँव में छ: चरणों वाले राजमार्ग का निर्माण करने के पीछे क्या उद्द्येश्य है, ऐसा सवाल भी ब्रिटन के अख़बार ने उपस्थित किया है। जियान गाँव की जनसंख्या सवा दो लाख के आसपास है और चीन के अन्य गाँवों की तुलना में यह गाँव उपेक्षित था। साथ ही चीन के अन्य शहरों की तुलना में इस गाँव में औद्योगिक केंद्र अथवा कारखानों के निर्माण की कोई भी योजना नहीं है, ऐसे में युद्ध स्तर पर छः चरणों वाले राजमार्ग का निर्माण करके चीन को वास्तव में क्या प्राप्त करना है, ऐसा सवाल इस ब्रिटिश दैनिक ने खड़ा किया है।

‘कौंसिल ऑन फॉरेन रिलेशन्स’ इस अमरिकी प्रसिद्द अभ्यास गट के ‘युएस-कोरिया पालिसी’ के निदेशक और कोरियन अभ्यास विषय के वरिष्ठ अभ्यासक ‘स्कॉट स्नायडर’ ने जलीं प्रान्त के बारे में और भी जानकारी दी है। पिछले कुछ वर्षों में चीन की सरकार ने जिलिन प्रान्त के लिए वृद्धिशील प्रावधान किया है और इसमें उत्तर कोरिया की सीमा के पास सडक निर्माण के लिए विशेष सुविधा की गई है, ऐसा स्नायडर ने कहा है। उत्तर कोरिया के  महत्वपूर्ण ठिकानों तक प्रवेश सुविधाजनक करने के लिए चीन यह निवेश कर रहा है, ऐसा दावा स्नायडर ने किया है। लेकिन चीन यह निवेश क्यों कर रहा है, इसकी जानकारी स्नायडर ने नही दी है।

उत्तर कोरिया और एक लम्बी दूरी के बैलेस्टिक मिसाइल के परिक्षण की तैयारी में है, ऐसा दावा किया जा रहा है। उसीके साथ ही उत्तर कोरिया ने अमरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया पर भी परमाणु हमले करने की धमकी दी है। उत्तर कोरिया की इन धमकियों की वजह से कोरियन क्षेत्र का तनाव बढ़ गया है और किसी भी समय युद्ध की चिंगारी भड़क सकती है, ऐसा दावा किया जा रहा है। ऐसा हुआ तो अमरिका और मित्र देशों की लष्कर उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल कब्जे में लेने की कोशिश करेंगे, ऐसी सम्भावना चीन के लष्करी विश्लेषक कर रहे हैं।

ऐसा हुआ तो, चीन भी उत्तर कोरियान के सर्व संहारक हथियार कब्जे में लेने के लिए उत्तर कोरिया में सेना घुसा सकता है। उत्तर कोरिया में स्थित कुल परमाणु भंडार में से ८५ प्रतिशत भंडार चीन की सीमा से सिर्फ १०० किमी की दूरी पर है। इसलिए हथियारों के यह भंडार प्राप्त करने के लिए चीन उत्तर कोरिया की सीमा के पास तेजीसे सड़क निर्माण कर रहा है और चीन ने उत्तर कोरिया में लष्कर के साथ टैंक, लष्करी गाड़ियाँ घुसाने की योजना बनाई है।

दौरान, उत्तर कोरिया के तनाव को लेकर आने वाले समय में अमरिका और चीन में युद्ध भडकेगा, ऐसा इशारा अमरिका के इसी अभ्यास गट ने पिछले हफ्ते दिया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.