जापान के चुनाव मे प्रधानमंत्री एबे को बडी जीत

उत्तर कोरिया की समस्या, घटती लोकसंख्या और राज्य घटना मे सुधार करने को प्राथमिकता देंगे

टोकिओ: उत्तर कोरिया की समस्या के मुद्दे को आगे रखते हुए जापान के प्रधानमंत्री शिंजो एबे को केंद्रीय चुनाव में बडी सफलता मिली है। रविवार को जापान में ४६५ जगहों पर हुए चुनाव के निर्णय घोषित हुए हैं और प्रधानमंत्री एबे के सत्ताधारी संगठन को दो तृतीयांश बहुमत मिलने की बात स्पष्ट हुई है। इन निर्णयों की वजह से एबे का जापान में स्थान अधिक सक्षम होने की बात कही जा रही है। निर्णय के बाद प्रधानमंत्रीने उत्तर कोरिया, वृद्धों की बढ़ती संख्या, लोकसंख्या में हो रही गिरावट एवं राज्य घटना में सुधार करने के लिये प्राथमिकता देने की गवाही दी है।

जापान, चुनाव, शिंजो एबे, आश्वासन, टोकिओ, अमरिकाउत्तर कोरिया से होने वाले परमाणु शस्त्र परीक्षण एवं हमलों की धमकियां, गलत व्यवहारों की वजह से सरकार के वरिष्ठ मंत्री से दिए जाने वाले इस्तीफे, राज्य घटना में सुधार इन मुद्दों पर होनेवाले प्रदर्शन एवं राजधानी टोकियो के चुनाव में लगा असफलता का झटका, इस पृष्ठभूमि पर प्रधानमंत्री एबे ने सितंबर महीने में चुनाव की घोषणा की थी। एबे ने किये इस घोषणा से जापान के राजनीतिक दायरे में खलबली फैली थी। टोकियो के गवर्नर युरिको कोईके ने नया पक्ष स्थापन करके दिए आवाहन की वजह से एबे को चुनाव महंगा पड़ेगा ऐसा अंदाजा जताया जा रहा था।

पर सन २०१४ से चुनाव में दिए आश्वासन के अनुसार जापान की वित्त व्यवस्था को मिली गति एवं चीन और उत्तर कोरिया के विरोध में निर्माण हुई आक्रामक नीति इन मुद्दोंने एबे को चुनाव में जबरदस्त बहुमत कराया है। रविवार को हुए चुनाव के निर्णय के अनुसार प्रधानमंत्री शिंजो एबे इनके सत्ताधारी संगठन को ४६५ में ३१३ जगहों पर विजय प्राप्त हुआ है। कुल जगहों के दो तृतीयांश जगहों पर मिले बहुमत से एबे इनको अपनी नीति कार्यान्वित करने के लिए सहायता होगी ऐसा कहा जा रहा है।

अमरिका एवं दक्षिण कोरिया की सहायता से उत्तर कोरिया के विरोध में निर्माण हुए संगठन में जापान ने संभाव्य संघर्ष के लिए संरक्षण दल को सज्ज रहने के आदेश दिए हैं। साथ ही उत्तर कोरिया के मिसाइल हमलो को जवाब देने के लिए मिसाइल भेदी यंत्रणा भी तैनात की है और अमरिका से अतिरिक्त यंत्रणा एवं संरक्षण सहायता प्राप्त करने के लिए गतिविधियां भी शुरू की है। अमरिका ने उत्तर कोरिया के विरोध के संघर्ष में जापान के समर्थन में खड़े रहने की गवाही दी है।

उत्तर कोरिया के मुद्दे के साथ जापान के अंतर्गत समस्याओं पर हल निकालने के लिए उठा रहे कदमों को गति देने की गवाही भी एबे ने दी है। उनमें जापान में वृद्धों की बढ़ती संख्या और लोक संख्या में हो रही गिरावट इन मुद्दों पर प्राथमिकता से ध्यान दिया जाएगा, ऐसा प्रधानमंत्री एबे ने स्पष्ट किया है। उसीके साथ बच्चों पर भी ध्यान दिया जाएगा तथा शिक्षण इस क्षेत्र में भी अतिरिक्त निवेश के संकेत उन्होंने दिए हैं।

इसके विपरीत दूसरे महायुद्ध के बाद जापान पर जारी किए राज्य घटना में क्रांतिकारी सुधार करने के लिए ऐबे ने आक्रामक भूमिका ली है। उनके इस भूमिका को जापान से कई लोगों से विरोध हो रहा था। फिर भी चुनाव के इस निर्णय के बाद एबे से घटना के सुधार के लिए नए प्रयत्न किए जाएंगे, ऐसी गवाही दी है।

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