येमन के ‘सोकोत्रा आयलैंड’ पर अमरिकी ‘मरिन्स’ उतरें – अमरिकी लष्करी अड्डा स्थापित होने के संकेत

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तर

सोकोत्रा/वॉशिंग्टन – अमरिकी रक्षा दल में शीर्ष दल के तौर पर जानी जा रही यूएस?मरिन्सकी टुकडी येमन के सोकोत्रा आयलैंड पर उतरी है| येमन के माध्यमों ने इन मरिन्स की तैनाती की खबर जारी की है| येमन से कुछ ही दूरी पर होनेवाले इश द्विप पर फिलहाल यूएई का नियंत्रण है और इस द्विप का इस्तेमाल येमन में जारी लष्करी मुहीम के केंद्र के तौर पर हो रहा है| पर, ‘यूएस मरिन्सकी यह टुकडी पहुंचने से अमरिका इस द्विप पर लष्करी अड्डा स्थापित करने की गतिविधियां कर रही है, ऐसी बातें भी शुरू हुई है|

पीछले चार वर्षों से भी अधिक समय से येमन में हौथी बागी और सौदी अरब पुरस्कृत लष्करी गठबंधन के बीच संघर्ष हो रहा है| इस संघर्ष में सौदी अरब को बडा नुकसान हुआ है और यूएई और सुदान जैसे मित्रदेशों ने इस संघर्ष से पीछे हटने के संकेत दिए है| कुछ महीने पहले सौदी अरब और हौथी बागियों के बीच युद्ध विराम करने के लिए बातचीत शुरू होने की खबरें भी सामने आयी थी| पर, यह बातचीत सफल नही हो सकी है और दोनों ओर से जोरदार संघर्ष जारी है

यूएईने सौदी अरब ने येमन में शुरू की हुई इस मुहीम में अपना योगदान कम किया है, फिर भी सोकोत्रा आयलैंड पर बनाया नियंत्रण छोडा नही है| बल्कि यह द्विप हमेशा के लिए कब्जें में रहे, इस लिए यूएई की गतिविधियां जारी होने की बात कही जा रही है| अरब सागर एवं एडन की खाडी इन दोनों अहम समुद्री क्षेत्रों के केंद्र में होनेवाला यह द्विप सामरिक नजरिए से काफी अहम समझा जाता है| खाडी देश एवं अफ्रीका के बीच हो रहा व्यापार एवं अन्य समुद्री यातायात पर नजर रखने के लिए यह द्विप काफी अहम स्थान समझा जा रहा है|

पीछले वर्ष ही सौदी अरब, येमन की सरकार और यूएई के बीच सोकोत्रा आयलैंड के विषय में एक समझौता होने का दावा किया जा रहा है| इस समझौते के अनुसार यह द्विप ९५ वर्ष के लिए यूएईको भाडे पर दिया जा रहा है| इसी पृष्ठभूमि पर कुछ महीने पहले अमरिका के यूएस मरिन्सके एक दल ने सोकोत्रा आयलैंड की यात्रा की थी| अमरिका से सौदी और यूएई को येमन की मुहीम के लिए पॅट्रीयॉट मिसाईल सिस्टिमप्रदान की गई है?और यह मिसाइल यंत्रणा इसी द्विप पर तैनात हो रही है|

यूएस मरिन्सका नया दल पैट्रियॉट मिसाइल यंत्रणा तैनात करने के लिए ही इस द्विप पर उतरा है, यह दावा भी हो रहा है| पर, साथ ही सोकोत्रा आयलैंडका इस्तेमाल अमरिका को बतौर अड्डा करना है, यह बातचीत भी शुरू हुई है| खाडी देशों में एवं सोमालिया और जिबौती में अमरिका ने अड्डे स्थापित किए है| इस क्षेत्र में चीन एवं रशिया की गतिविधियां भी बढ रही है| इस कारण सौदी अरब और यूएई की सहायता से सोकोत्रा आयलैंड पर अपना अड्डा स्थापित करने के लिए अमरिका ने गतिविधियां शुरू की है, यह दावा येमन के समाचार पत्र ने अपनी खबर में किया है|

अमरिका, सौदी अरब और यूएई ने इस खबर पर अभी किसी भी प्रकार का बयान नही किया है|

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