सौदी अरब और संयुक्त अरब अमिरात के लिए अतिरिक्त सेना तैनात करने का अमरिका ने किया ऐलान – इस तैनाती पर ईरान ने धमकाया

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन – सौदी अरब पर ईरान फिर से हमलें कर सकता है, यह चिंता व्यक्त करके अमरिका ने सौदी अरब में नई फौज भेजने का निर्णय घोषित किया है| अमरिका के रक्षामंत्री मार्क एस्पर ने यह ऐलान करने के बाद उम्मीद के अनुसार ईरान ने इस ऐलान पर तीखी प्रतिक्रिया दर्ज की है| अमरिका की यह नई तैनाती उकसा रही है, यह आरोप करके ईरान ने हमपर हमला करनेवाले देशों को युद्धभूमी में तबदील करने का इशारा दिया है|

सौदी के अबकैक ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों के पीछे ईरान ही है और इस देश को इन हमलों की किमत चुकानी होगी, यह संकेत अमरिका और सौदी अरब दे रहे है| अमरिका ने ईरान पर अधिक कडे प्रतिबंध लगाए| साथ ही लष्करी कार्रवाई के लिए गतिविधियां शुरू की है| इसके अनुसार अमरिका के रक्षामंत्री मार्क एस्पर ने सौदी अरब और यूएई को ईरान से बना खतरा अभी खतम नही हुआ है, इसका एहसास दिलाया| इसीलिए अमरिका ने सौदी की सुरक्षा के लिए अतरिक्त तैनात करने का निर्णय किया है| यह तैनाती हजारों में नही होगी, यह जानकारी एस्पर ने दी| इस तैनाती का ब्यौरा अमरिकी रक्षादल प्रमुख जल्द ही घोषित करेंगे, ऐसा एस्पर ने आगे कहा|

इससे पहले अमरिका ने अपने युद्धपोत पर्शियन खाडी के निकट तैनात किए है और इसमें विमान वाहक युद्ध पोत भी शामिल है| इसके साथ ही सौदी अरब, यूएई, जॉर्डन इन देशों को अमरिका आठ अरब डॉलर्स के हथियार देने की तैयारी कर रही है| यह प्रक्रिया और भी गतिमान करने का निर्णय अमरिका ने किया है| इस की जानकारी देते समय ट्रम्प प्रशासन सौदी अरब के पीछे डटकर खडा है और सौदी को आत्मरक्षा का अधिकार है, यह बात जोर देकर कह रहे है| इस वजह से अमरिका और सौदी अरब के गठबंधन से ईरान पर हमला करने का निर्णय किसी भी क्षण किया जा सकता है, यह संभावना भी व्यक्त हो रही है|

सौदी अरब ने येमन के हौथी बागियों पर तेज हमलें करके अपने इरादे स्पष्ट किए है| अब अमरिका ने सौदी के लिए अतिरिक्त फौज तैनात करने का ऐलान करके ईरान पर कार्रवाई करने की संभावना को और भी बल दिया है| इस तैनाती के पीछे अमरिका के तीन उद्देश्य होने का दावा रक्षामंत्री एस्पर ने किया| सौदी अरब और यूएई की सुरक्षा, पर्शियन खाडी का अर्थकारण बराबर रखना और अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन हो, इस लिए अमरिका यह तैनाती कर रही है, ऐसा एस्पर ने वार्तापरिषद में स्पष्ट किया|

ऐसा होते हुए भी ईरान ने यह तैनाती हमारे विरोध में कार्रवाई करने के लिए होने का दावा करके इस तैनाती को तीव्र प्रत्युत्तर देने का ऐलान किया| ईरान पर हमला करनेवाले देशों को ही हम युद्धभूमी में तबदील करेंगे, ऐसा ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस् के कमांडर मेजर जनरल हुसेन सलामी ने धमकाया है|

अमरिका और सौदी अरब ने हमपर हमला किया तो, उसका प्रतिकार करके ईरान वहां पर रुकेगा नही| सौदी अरब और अमरिका के खाडी क्षेत्र के हितसंबंधों पर प्रतिहमलें करके ईरान जवाब देगा, यह संदेशा मेजर जनरल हुसेन सलामी  और ईरान के अन्य सेना अधिकारी एवं नेता दे रहे है| हमपर हमला करनेवाले देश यह युद्ध सिर्फ ईरान तक सीमित रहेगा, इस भ्रम में ना रहे, ऐसा ईरान लगातार कह रहा है| इसके अलावा अमरिका के नजदिकी मित्रदेश होनेवाले इस्रायल को भी ईरान लक्ष्य कर सकता है, यह धमकी पहले ही ईरान ने दी थी|

ईरान ने ऐसे आक्रामक लष्करी दांव करने से ही अबतक अमरिका और मित्रदेशों ने अभी तक ईरान पर हमला नही किया है, यह दावा विश्‍लेषकों ने किया था| लेकिन, अब ईरान पर हमला करने का निर्णय अमरिका ज्यादा देर तक टाल नही सकेगी, यह बात सौदी के ईंधन परियोजनाओं पर हुए हमलों के बाद स्पष्ट तौर पर दिखने लगी है|

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