‘रेअर अर्थ’ खनिज क्षेत्र में चीन का बना वर्चस्व तोडने के लिए अमरिका की कोशिश – ऑस्ट्रेलिया से भी बातचीत शुरू

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंग्टन/कॅनबेरा: अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने चीन से आयात हो रहे सभी उत्पाद परकर लगाने की धमकी देने के बाद दो देशों में शुरू व्यापार युद्ध का नए से विस्फोट हुआ है| इस पृष्ठभूमि पर चीन में फिर एक बार अमरिका के विरोध में ‘न्यूक्लिअर ऑप्शन’ का इस्तेमाल करने की बातचीत शुरू हुई है और इसमें अमरिकी बांड और ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ का समावेश है| ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ क्षेत्र में चीन का बना नियंत्रण देखे तो चीन यह विकल्पा इस्तेमाल करने की संभावना सबसे अधिक है| इसे ध्यान में रखकर अमरिका ने भी गतिविधियां शुरू की है|

अमरिका में रक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एलन लॉर्ड ने इस संबंधी जानकारी दी| ‘अमरिकी रक्षा विभाग ने रेअर अर्थ खनिजों पर प्रक्रिया करनेवाला कारखाना शुरू करने के लिए ऑस्ट्रेलिया के साथ प्राथमिकता पर बातचीत शुरू की है| अमरिकी रक्षा विभाग और मित्रदेश इन दोनों क जरूरत ध्यान में रखकर यह बातचीत शुरू हुई है’, ऐसा एलन लॉर्ड ने कहा| ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ पर प्रक्रिया करने की सुविधा का निर्माण करना, यही अब सबसे अहम बात है ऐसा उन्होंने स्पष्ट किया|

दो महीने पहले अमरिका के रक्षा विभाग ने एक अहवाल संसद में रखा था| इसमें ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ संबंधी कई संभावना, विकल्प और प्रस्तावों का जिक्र किया गया था| अमरिका को ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ की किल्लत महसूस ना हो, इसलिए अतिरिक्त निधी देने की जरूरत है और संबंधित कंपनियों को अधिक से अधिक और आपात्कालिन भंडार करने के निर्देश देने की सूचना भी की गई है| साथ ही चीन के अलवा अन्य देशों के विकल्प की जांच करें एवं मांग पूरी करने के लिए तेजीसे कदम बढाने के निर्देश इस रपट में दिए गए थे|

इस पृष्ठभूमि पर रक्षा विभाग के अधिकारियों ने ऑस्ट्रेलिया के साथ बातचीत करने संबंधी दी जानकारी ध्यान आकर्षित कर रही है| ऑस्ट्रेलिया के अलावा कनाडा के साथ भी अमरिका ने बातचीत शुरू की है और इससे जुडी गतिविधियों में जापान शामिल होने के संकेत भी प्राप्त हुए है| फिलहाल चीन के अलावा ऑस्ट्रेलिया में ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ पर प्रक्रिया करने की सुविधा है| इस क्षेत्र की ऑस्ट्रेलियन कंपनीने विस्तार करने के संकेत भी दिए है और अमरिका के टेक्सास प्रांत में कारखाना शुरू करने के लिए गतविधियां भी शुरू हुई है|

अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ का मुद्दा अहम बनाया है और राष्ट्रीय सुरक्षा की पृष्ठभूमि पर इस बारे में किसी प्रकार का समझौता ना करने की निती स्वीकारी है| इसके लिए अमरिका में मौजुदा दिनों में कार्यरत कंपनी को भी अतिरिक्त सुविधा निर्माण करने के लिए जरूरी सहायता करने की तैयारी शुरू हुई है| लेकिन, इसके लिए एक या उससे भी अधिक वर्ष लग सकते है| इस दौरान चीन ने ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ का निर्णायक हथियारों की तरह इस्तेमाल किया तो अमरिका में रक्षा एवं तकनीकी क्षेत्र मुश्किल में फंस सकता है|

स्मार्टफोन, कंप्युटर और इलेक्ट्रिक गाडियों के लिए इस्तेमाल किए जा रहे खनिजों का सबसे बडे उत्पादक के तौर पर चीन पहचाना जाता है| ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ में शामिल १७ खनिजों के दुनिया के लगभग ३० प्रतिशत से भी अधिक भंडार चीन में होने का दावा किया जा रहा है| फिलहाल दुनिया में उत्पादन हो रहे ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ के उत्पादन में चीन करीब न ९५ प्रतिशत हिस्सा रखता है| ऐसे में अमरिका को जरूरी ‘रेअर अर्थ मिनरल्स’ में से करीबन ८० प्रतिशत खनिज चीन से आयात होते है| पिछले महीने में अमरिका में चीन से ‘रेअर अर्थ’ की आयात बढने की जानकारी सामने आयी है और जुलाई महीने में ४४७ टन ‘रेअर अर्थ’ की आयात होने की जानकारी दी गई|

इससे पहले चीन ने वर्ष २०१० में जापान को हो रही ‘रेअर अर्थ’ खनिजों की सप्लाई बंद करके जापानी नेतृत्व को घुटने के बल गिरने के लिए मजबूर किया था| अमरिका को लेकर भी चीन वही घटना दोहरा सकता है, यह डर अमरिका में व्यक्त होने लगा है| इस वजह से चीन का नियंत्रण तोडने के लिए ऑस्ट्रेलिया जैसे सहयोगी और मित्रदेश के साथ लेकर अमरिका ने शुरू कि हुई कोशिश अमरिका के लिए काफी अहम साबित हो रही है|

Leave a Reply

Your email address will not be published.