अमरिका ने ईरान पर लगाए नए प्रतिबंध – इस निर्णय पर ईरान ने की कडी आलोचना

Third World Warवॉशिंगटन/तेहरान: ‘पर्शियन गल्फ पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्रिज् कंपनी’ पर प्रतिबंध लगाकर अमरिका ने ईरान को नया झटका दिया है| यह कंपनी ईरान की आतंकी रिव्होल्युशनरी गार्डस् की आर्थिक सहायता कर रही है, यह आरोप लगाकर अमरिका ने यह प्रतिबंध लगाने का निर्णय किया है|

इन प्रतिबंधों का ऐलान होने से एक दिन पहले ही फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमैन्युएल मॅक्रॉन ने ईरान के साथ समझौता करने की कोशिश की थी| लेकिन, ईरान ने यह प्रस्ताव ठुकराया था| और इसके बाद अमरिका ने यह प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया| अमरिका ने लगाए यह प्रतिबंध यानी आर्थिक आतंकवाद है, यह कडी आलोचना ईरान ने की है| साथ ही एक हफ्ते पहले अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने दिया बातचीत का प्रस्ताव धुलफेंक का हिस्सा था, यही बात इस निर्णय के साथ सिद्ध होती है, यह आरोप ईड़ान ने रखा है|

इसके पहले अमरिका ने लगाए प्रतिबंधों के बाद ईरान ने अपना परमाणु कार्यक्रम और भी तेजीसे आगे बढाकर युरेनियम संवर्धन की मात्रा भी और बढाने का निर्णय किया| साथ ही ईरान ने अपने मिसाइल कार्यक्रम को तेज करने की तैयारी की थी| इस पृष्ठभूमि पर फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मैक्रॉन ने ईरान को बातचीत के लिए प्रस्ताव दिया था| इसके लिए फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष अमरिका और ईरान के साथ बातचीत कर रहे है, यह संकेत प्राप्त हुए थे|

अमरिका, लगाए, नए प्रतिबंध, निर्णय, ईरान, कडी आलोचना, वॉशिंगटन, तेहरानलेकिन, इसके आगे ईरान सिर्फ वर्ष २०१५ में हुए परमाणु समझौते संबंधि ही बातचीत करेगा, अन्य मुद्दों पर बात करने के लिए ईरान को जरा? भी रुचि नही है, यह ऐलान भी ईरान ने किया| साथ ही अपनी सुरक्षा के साथ समझौता करना ईरान को मंजूर नही है, यह इशारा ईरान के सियासी नेतृत्व ने दिया था| इसे एक दिन नही होता तो भी अमरिका के कोषागार विभाग ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने का ऐलान किया|

इन प्रतिबंधों के जरिए अमरिका ने ‘पर्शियन गल्फ पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्रिज कंपनी’ को लक्ष्य किया| यह पेट्रोकेमिकल कंपनी अमरिका ने आतंकी करार दिए रिव्होल्युशनरी गार्डस् की आर्थिक सहायता कर रही है, यह आरोप अमरिका ने रखा है| इसके नुसार ही यह कार्रवाई की गई है, यह कहकर इन प्रतिबंधों के जरिए वर्णित कंपनी से संबंधित अन्य ३९ कंपनियों पर भी प्रतिबंध लगाए गए है|

ईरान में हो रहे कुल पेट्रोकेमिकल उत्पाद में से ४० प्रतिशत उत्पाद वर्णित कंपनी करती है| ईरान की पेट्रो-केमिकल निर्यात में यह कंपनी ५० प्रतिशत हिस्सा रखती है, ऐसा कहा जा रहा है| इस कंपनी के विदेश स्थित एजंटस् पर भी अमरिकी कोषागार विभाग ने प्रतिबंध लगाए है|

उम्मीद के नुसार इन प्रतिबंधों को लेकर ईरान ने तीव्र आपत्ति दर्ज की है| यह प्रतिबंध यानी अमरिका के आर्थिक आतंकवाद का हिस्सा है| इन प्रतिबंधों के जरिए अमरिका ने अंतरराष्ट्रीय कानून का सीधे सीधे भंग किया है| इस वजह से सभी देश अमरिका ने लगाए इन प्रतिबंधों का जोरदार विरोध करें, यह निवेदन ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मोसावी इन्होंने किया है|

इन प्रतिबंधों की घोषणा करने से एक सप्ताह पहले ही अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ने ईरान के सामने बातचीत करने के लिए प्रस्ताव रखा था| लेकिन, अब यह प्रस्ताव खाली होने की बात अमरिका के नए प्रतिबंधों की वजह से दुनिया के सामने स्पष्ट हुई है, यह आरोप मोसावी इन्होंने किया है|

इसके पहले अमरिका ने लगाए प्रतिबंधों की वजह से ईरान की ईंधन निर्यात के लिए खतरा बना था| इसमें अब नए प्रतिबंधों के झटकों की बढोतरी होगी और इससे ईरान की अर्थव्यवस्था पर काफी बडा दबाव बनेगा|

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