ईरान का जहाज जब्त करने पर ब्रिटेन-अमरिका को पछताना होगा – ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् के अधिकारी का दावा

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरतेहरान: ‘जिब्राल्टर की खाडी में ईरान का ईंधन टैंकर पर कब्जा करने के लिए अमरिका और ब्रिटेन को जल्द ही पछताना होगा’, यह दावा ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् के उप-प्रमुख रिअर एडमिरल अली फदावी ने किया| ब्रिटेन ने ईरान के जहाज कप्तान को गिरफ्तार करने का ऐलान किया है और अमरिका के इशारे पर ही ब्रिटेन ने यह कार्रवाई की है, यह आरोप भी ईरान ने रखा है|

पिछले सप्ताह में यूरोप और अफ्रीका को विभाजित कर रहे जिब्राल्टर की खाडी में सफर कर रहे ‘ग्रेस १’ यह ईरान का ईंधन टैंकर ब्रिटेन के मरिन्स ने कब्जे में किया था| करीबन २० लाख बैरल्स ईंधन की यातायात करने की क्षमता रखनेवाला यह टैंकर सीरिया के लिए ईंधन सप्लाई करने जा रहा था| ईरान से निकला यह टैंकर अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन कर रहा था, यह आरोप करके ब्रिटेन ने ‘ग्रेस१’ पर कब्जा किया था| यह टैंकर जिब्राल्टर के बंदरगाह में पहुंचाने के बाद ब्रिटेन के मरिन्स ने इस टैंकर का कप्तान और कर्मचारियों की जांच शुरू की थी| कुछ घंटे पहले ब्रिटीश यंत्रणाओं ने ‘ग्रेस१’ के कप्तान को गिरफ्त में लेने का ऐलान किया|

जिब्राल्टर की खाडी में अपने टैंकर पर हुई इस कार्रवाई पर ईरान ने क्रोध जताया है| ‘ईरान के ईंधन टैंकर पर हुई कार्रवाई यानी पागलपन है| अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष पागलों जैसे बर्ताव कर ही रहे थे, लेकिन अब ब्रिटिश भी उन्ही की तरह बर्ताव करने लगे है’, यह आलोचना रिव्होल्युशनरी गार्डस् के उपप्रमुख रिअर एडमिरल अली फदावी ने की है| अमरिका के आदेश पर ब्रिटेन ने अपना टैंकर कब्जे में किया है, यह आरोप फदावी ने किया|

‘लेकिन, इस कार्रवाई के बाद आगे क्या होगा, यह विचार किया होता तो ईरान के दुश्मनों ने ऐसी कार्रवाई की ही नही होती| ईरान का टैंकर कब्जे में करने पर अमरिका और ब्रिटेन को इस पर पछतावा करना होगा’, यह इशारा रिअर एडमिरल फदावी ने दिया है| ईरान इन देशों को सबक सिखाएगा, यह इशारा फदावी ने दिया हो, फिर भी इस कार्रवाई का ब्यौरा देने से फदावी दूर रहे|

‘ईरान का टैंकर कब्जे में रखना काफी खतरनाक है और इसका काफी गंभीर परिणाम हो सकते है| साथ ही अपने टैंकर पर हुई कार्रवाई गैरकानुनी है| ब्रिटेन तुरंत ही यह टैंकर रिहा करता है तो वह सभी देशों के हित में होगा’, यह चेतावनी ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्बास मुसावी ने दी है| इससे पहले भी ईरान ने ब्रिटेन को गंभीर परिणामों का इशारा दिया था| साथ ही पर्शियन खाडी से सफर कर रहे ब्रिटेन के ईंधन टैंकर एवं व्यापारी पोतों पर हमलें करने का ऐलान किया था| दो दिन पहले ईरान के रिव्होल्युशनरी गार्डस् के पाच पोतों ने ब्रिटेन के जहाज का मार्ग बदल कर यह जहाज ईरान की समुद्री क्षेत्र में ले जाने की कोशिश की थी| लेकिन, ब्रिटीश युद्धपोत ने समय पर कार्रवाई करने से ईरान की कोशिश नाकाम हुई थी| इसके बाद ब्रिटेन का जहाज पर्शियन खाडी से बाहर निकला|

इस बीच अमरिका और मित्रदेशों के जहाजों पर ईरान के हमलें होने की संभावना पहले ही अमरिकी यंत्रणाओं ने जताई थी| इस पृष्ठभूमि पर पर्शियन खाडी से एडन की खाडी तक सफर कर रहे ईंधन के टैंकर और व्यापारी जहाजों की सुरक्षा के लिए अमरिका और अरब मित्रदेशों की नौसेना का जाल बनाने के लिए अमरिका ने गतिविधियां बढाई है| पिछले कुछ घंटों से अमरिका और मित्रदेशों ने इस समुद्री क्षेत्र से सफर कर रहे जहाजों को सुरक्षा देना शुरू किया है|

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