अमरिकी डॉलर्स पर बना भरोसा कम हो रहा है – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन

Third World Warमास्को/वॉशिंगटन: ‘अमरिकी डॉलर अंतरराष्ट्रीय चलन के तौर पर कार्यान्वित होने के बाद अमरिका ने ही इसका इस्तेमाल दुनिया पर दबाव बनाने के लिए जारी रखा है| इस वजह से दुनिया के नजरिए में डॉलर बने भरोसे में अब कमी होने लगी है’, यह दावा रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन इन्होंने किया| साथ ही अमरिका ने चीन की ‘हुवेई’ कंपनी के विरोध में शुरू की हुई मुहीम और ‘नॉर्ड स्ट्रीम २’ ईंधन पाईप लाइन पर लगाए प्रतिबंध यानी आर्थिक डकैती का हिस्सा है और इससे कभी भी खतम नही हो सकेगा, ऐसा संघर्ष शुरू हो सकता है, यह इशारा भी पुतिन ने दिया है|

चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग फिलहाल रशिया की यात्रा कर रहे है? और इस दौरान उन्होंने रशिया के साथ आर्थिक और व्यापारी सहयोग बढाने के लिए अहम समझौते पर हस्ताक्षर किए| रशिया औड़ चीन के बीच बढ रहा यह सहयोग अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अमरिका प्रभाव कम करने की कोशिश के तौर पर पहचाना जा रहा है| अमरिका ने रशिया और चीन के विरोध में कई प्रतिबंध लगाए है और अमरिका एवं चीन के बीच शुरू व्यापारयुद्ध फिलहाल अंतरराष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के लिए चिंता का विषय बनी है| ऐसी स्थिती में चीन ने रशिया के साथ हाथ मिलाकर अमरिका को चुनौती देने के लिए तेजी के साथ कदम उठाना शुरू किया है|

पिछले कुछ वर्षों में दोनों देशों ने सोने की खरदी काफी मात्रा में बढाई है और सोने पर निर्भर नया अंतरराष्ट्रीय चलन लाने की कोशिश भी शुरू की है| यह कोशिश कामयाब करने के लिए दोनों देशों ने एक दुसरे के साथ चलनसंबंधी समझौता भी किया है| इसके साथ ही व्यापार में अमरिकी डॉलर्स का हिस्सा कम करने की शुरूआत भी की है| इस पृष्ठभूमि पर राष्ट्राध्यक्ष पुतिन इन्होंने दुबारा अमरिकी डॉलर्स की विश्‍वासार्हता पर आशंका उपस्थित करके विकल्प के तौर पर नई यंत्रणा लाने की कोशिश शुरू करने के संकेत दिए है|

पुतिन इन्होंने पिछले वर्ष राजधानी मास्को में हुए एक कार्यक्रम के दौरान अमरिकी डॉलर्स को लेकर वक्तव्य किया था| डॉलर की अस्थिरता की वजह से कई देश जागतिक अर्थव्यवस्था के लिए चलन का विकल्प पाने की कोशिश कर रहे है| इसी दौरान अंतरराष्ट्रीय व्यवहार में डॉलर का स्थान ना रहे ऐसी स्वतंत्र यंत्रणा लाने की दिशा में कदम बढाए है, इस मुद्दे पर रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने ध्यान आकर्षित किया| रशिया में आयोजित ‘इंटरनैशनल इकॉनॉमिक फोरम’ में इस बात का फिर से जिक्र करके पुतिन ने डॉलर के व्यवहार को विकल्प साबित होनेवाली यंत्रणा की निर्माण की जरूरत स्पष्ट करनेवाला वक्तव्य किया|

डॉलर पर आलोचना करते समय पुतिन ने अमरिका ने चीन और रशिया के विरोध में शुरू की गतिविधियों पर भी आलोचना की| अमरिका ने चीन की ‘हुवेई’ कंपनी पर लगाए प्रतिबंध और रशिया ने शुरू किए ‘नॉर्ड स्ट्रीम २’ के विरोध में जारी रखी हरकतें यानी आर्थिक डकैती का हिस्सा होने का दावा पुतिन ने किया| इसमे से व्यापारयुद्ध के साथ ही कभी भी अंत नही होगा, ऐसे संघर्ष की शुरूआत होगी, यह चेतावनी भी रशिया के राष्ट्राध्यक्ष ने दी है|

‘हुवेई’ को अंतरराष्ट्रीय बाजार से खदेडना ‘टेक वॉर’ का हिस्सा – रशियन राष्ट्राध्यक्ष पुतिन

मास्को: ‘हुवेई जैसी कंपनी के साथ स्पर्धा करने के बजाए सीधे अंतरराष्ट्रीय बाजार से खदेडने के लिए कदम उठाए गए| यह बात यानी डिजिटल दौर में तकनीकी क्षेत्र में हुआ पहला युद्ध है, यह चर्चा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हो रही है’, इन शब्दों में रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन इन्होंने अमरिका ‘टेक वॉर’ को बढावा दे रहा है, यह आरोप किया|

अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प इन्होंने चीन की हुवेई के साथ दूरसंचार और तकनीकी क्षेत्र में कार्यरत चीन की कई कंपनियों पर पाबंदी लगाई है| इस मुद्दे पर ट्रम्प ने अमरिका में ‘नैशनल इमर्जन्सी’ का भी ऐलान किया| इसी पृष्ठभूमि पर रशिया ने हुवेई के साथ ‘५ जी’ तकनीक के निर्माण के लिए समझौता करके अमरिका की कोशिशों को जोरदार झटका दिया है|

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