ऑस्ट्रेलिया पर हुए सायबरहमलों को लेकर अमरीका ने की चीन की आलोचना

वॉशिंग्टन/बीजिंग – ऑस्ट्रेलिया में चीन ने कराये सायबरहमलों के मुद्दे को लेकर, अमरीका और चीन के बीच का विवाद और भी बढ़ने के संकेत मिल रहे हैं। अमरीका के विदेशमंत्री माईक पॉम्पिओ ने इस मामले में चीन की कड़ी आलोचना की होकर, चीन अन्य देशों के विरोध में ज़बरदस्ती की नीति अपना रहा है, ऐसा आरोप किया। वहीं, ऑस्ट्रेलिया यह अमरीका का एजंट बना होने का दोषारोपण चीन ने रखा है।Australia-Cyber-Attack

पिछले कुछ दिनों से ऑस्ट्रेलिया की सरकारी, राजनीतिक तथा व्यवसायिक यंत्रणाओं पर सायबरहमलें बढ़े हैं, ऐसा ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने शुक्रवार को घोषित किया था। इन सायबरहमलों के पीछे एक देश का हाथ होने के संकेत उन्होंने दिये थे। उसके बाद, ऑस्ट्रेलियन माध्यम तथा अभ्यासगुटों ने, सायबरहमलों के पीछे चीन का ही हाथ होने का आरोप किया था। लेकिन चीन ने ये आरोप ठुकराये थे।

सायबरहमलों के मुद्दे पर ऑस्ट्रेलिया और चीन के बीच भड़के विवाद में अमरीका भी कूदी है। अमरीका के विदेशमंत्री माईक पॉम्पिओ ने, चीन ऑस्ट्रेलिया पर ज़बरदस्ती कर रहा है, ऐसा आरोप किया। चीन ने ऑस्ट्रेलियन उत्पादों की आयात पर बढ़ाये कर और कुछ उत्पादों पर लगाई पाबंदी, इनपर अमरीका के विदेशमंत्री ने ग़ौर फ़रमाया। ऑस्ट्रेलिया के विरोध में चीन द्वारा सुरू इन हरक़तों का मुद्दा, मैंने चीन के वरिष्ठ नेता यांग जिएची के साथ हुई बैठक में भी उपस्थित किया, ऐसा दावा विदेशमंत्री पॉम्पिओ ने किया।America-China-CyberAttack

पिछले महीनेभर में अमरीका ने दूसरी बार ऑस्ट्रेलिया के समर्थन में चीन को फ़टकार लगाई है। इससे पहले ऑस्ट्रेलियन उत्पादों पर लगाए कर के मुद्दे पर अमरीका ने चीन की आलोचना की थी। कोरोना की स्वतंत्र तहकिक़ात की माँग करनेवाली ऑस्ट्रेलिया को चीन ने आर्थिक परिणामों की धमकी दी। यह उचित न होकर, इस मामले में हम ऑस्ट्रेलिया के साथ दृढ़तापूर्वक खड़े हैं, इन शब्दों में अमरीका के विदेशमंत्री माईक पॉम्पिओ ने, ऑस्ट्रेलिया-चीन विवाद में अमरीका ऑस्ट्रेलिया के साथ होने का यक़ीन दिलाया था।

अमरीका द्वारा की जानेवाली चीन की यह आलोचना, कोरोना की महामारी तथा अन्य मुद्दों को लेकर चीन के ख़िलाफ़ जारी व्यापक राजनीतिक संघर्ष का भाग माना जाता है।

इसी बीच, सायबरहमले के मुद्दे को लेकर चीन की ओर निर्देश करनेवाली ऑस्ट्रेलिया को चीन ने नई फ़टकार लगाई है। चीन को बदनाम करने की मुहिम में ऑस्ट्रेलिया यह अमरीका का एजंट बना होने की कड़ी आलोचना चीन के विदेश मंत्रालय ने की। ऑस्ट्रेलिया का आरोप और अमरिकी विदेशमंत्री पॉम्पिओ का बयान, इनसे चीन ग़ुस्सा हुआ विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया से दिखायी दे रहा है।

पिछले कुछ महीनों से ऑस्ट्रेलिया ने अपने देश में होनेवाला चिनी निवेश रोकने के लिए आक्रमक निर्णय किये थे। साथ ही, ऑस्ट्रेलिया पर का चीन का प्रभाव कम करने के लिए प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन की सरकार ने कठोर निर्णय करके चीन को झटका दिया था। पॅसिफिक महासागर में चीन की हरक़तों को भी प्रधानमंत्री मॉरिसन ने कड़ा विरोध दर्शाया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.