क्रीमिया के करीब हुई ब्रिटीश युद्धपोत और रशियन जेटस्‌ की मुठभेड़ – ब्रिटेन ने रशिया के दावे ठुकराए

लंदन/मास्को – क्रिमिया की समुद्री सीमा में यात्रा कर रही ब्रिटीश युद्धपोत के करीब रशियन गश्‍त पोतों ने ‘वॉर्निंग शॉटस्‌’ फायर किए और इसके बाद रशियन जेटस्‌ ने इस युद्धपोत की राह में बम फेंकने का सनसनीखेज़ दावा रशिया ने किया। लेकिन, ब्रिटेन ने इस दावे को तुरंत ठुकराया है और इसी बीच ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉन्सन ने जवाब में यह कहा कि, ब्रिटीश नौसेना अपने तत्त्वों से जुड़ी रही। इस घटना की वजह से ब्रिटेन और रशिया के बीच का तनाव अधिक बिगड़ा हुआ दिख रहा है। 

बुधवार के दिन ब्रिटेन की युद्धपोत ‘एचएमएस डिफेन्डर’ युक्रैन के ओड़ेसा बंदरगाह से जॉर्जिया की दिशा में यात्रा कर रही थी। रशिया ने कब्ज़ा किया हुआ क्रीमिया का समुद्री क्षेत्र इस मार्ग का ‘शॉर्टेस्ट रूट’ के तौर पर जाना जाता है। इस वजह से ‘एचएमएस डिफेन्डर’ ने क्रीमिया की १९ किलोमीटर की सीमा से आगे बढ़ना शुरू किया। रशिया के दावों के अनुसार ब्रिटीश युद्धपोत अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन करके रशियन सीमा से यात्रा कर रही थी। लेकिन, क्रीमिया युक्रैन का हिस्सा है और हम युक्रैन की सीमा में यात्रा कर रहे हैं, ऐसा ब्रिटीश युद्धपोत ने कहा। 

‘एचएमएस डिफेन्डर’ की इस भूमिका से बौखलाई रशिया ने अपनी कुछ गश्‍तपोतें नज़र रखने के लिए रवाना कीं। रशियन गश्‍तपोतों ने ब्रिटीश युद्धपोत के मार्ग में बदलाव करने की कोशिश की। एक गश्‍तपोत ‘एचएमएस डिफेन्डर’ से मात्र १०० मीटर के अंतर तक जा पहुँची थी, यह जानकारी ब्रिटीश सूत्रों ने साझा की। अपने गश्‍तपोतों ने ब्रिटेन के युद्धपोत के करीब ‘वॉर्निंग शॉटस्‌’ फायर करने का दावा रशिया ने किया। इन ‘वॉर्निंग शॉटस्‌’ के बाद रशिया के लड़ाकू फेंके, यह दावा रशियन रक्षा बल ने किया है।

रशिया के यह दावे ब्रिटेन ने स्पष्ट शब्दों में ठुकराए हैं। रशिया का ‘ब्लैक सी’ के क्षेत्र में युद्धाभ्यास जारी है। इसकी जानकारी साझा करने के लिए रशिया ने अपने गश्‍तपोत रवाना किए थे। ‘वॉर्निंग शॉटस्‌’ या बम गिराने की कोई भी घटना नहीं हुई है, यह खुलासा ब्रिटेन के रक्षाबल ने किया है। ब्रिटीश प्रधानमंत्री ने भी इसकी पुष्टी की है और ब्रिटीश नौसेना अपने तत्त्वों से जुड़ी हुई है, यही बात ‘एचएमएस डिफेन्डर’ की घटना से दिखाई देती है, यह बयान प्रधानमंत्री जॉन्सन ने किया। 

लेकिन, रशिया ने इस मुद्दे पर आक्रामक भूमिका अपनाने की बात सामने आयी है। बुधवार के दिन रशिया ने ब्रिटीश राजदूत को समन्स भेजने की जानकारी भी सामने आयी है। इसी बीच रशिया के उप-विदेशमंत्री सर्जेई रायब्कोव ने अगली बार ब्रिटेन की युद्धपोत क्रीमिया के करीब पहुँचती है तो उसे बम से नष्ट करने की धमकी दी है। गौरतलब है कि बुधवार के दिन हुई एक बैठक के दौरान रशिया के सेनाप्रमुख जनरल वैलरी गेरासिमोव ने रशिया परमाणु अस्त्रों का इस्तेमाल करेगी, ऐसी गंभीर चेतावनी दी है।

बीते कुछ वर्षों से ब्रिटेन और रशिया के संबंधों में लगातार विवाद की घटनाएँ हो रही है। वर्ष २०१४ में रशिया ने क्रीमिया पर किए हमले के बाद ब्रिटेन ने रशिया के खिलाफ आक्रामक भूमिका अपनाई थी। ब्रिटेन ने रशिया के साथ जारी लष्करी सहयोग रोककर प्रतिबंध लगाने का भी ऐलान किया था। ब्रिटेन में हुए बहुमत के दौरान रशिया ने हस्तक्षेप करने की कोशिश की थी, यह दावे भी किए गए थे।

वर्ष २०१८ में ब्रिटेन में स्थित पूर्व रशियन अधिकारी और उनकी बेटी पर हुए रासायनिक हमले के बाद दोनों देशों के बीच का तनाव चरम स्तर पर जा पहुँचा था। इसके बाद सायबर हमलों के मुद्दे पर भी दोनों देशों के बीच दूरी बढ़ी थी। बीते महीने में रशिया ब्रिटेन की सुरक्षा के लिए पहले स्थान का खतरा है, यह इशारा रक्षामंत्री बेन वॉलेस ने दिया था।

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