क़तर समस्या के लिए युएई जिम्मेदार- अमरिकी दैनिक का दावा

वाशिंगटन, दि.१७: खाड़ी देशों में निर्माण हुए तनाव की वजह क़तर न होते हुए सऊदी अरब का मित्र देश युएई होने का दावा ‘द वाशिंगटन पोस्ट’ इस अमरिकी दैनिक ने किया है| दो महीने पहले युएई ने क़तर के सरकारी संकेतस्थल को हैक करके क़तर के राजा आमिर शेख तमिम बिन हमाद अल-थानी के नाम से अरब देशों पर निशाना लगाते हुए गलत संदेश प्रसारित किया था| इस संदेश के बाद अरब देशों ने क़तर को बहिष्कृत करके निर्बंध लगाये थे, ऐसा दावा अमरिका के दैनिक ने किया है|

अमरिका की गुप्तचर यंत्रणा को क़तर विषयक महत्वपूर्ण जानकारी मिलने की बात अमरिकी दैनिक ने की है| इस जानकारी के अनुसार, २३ मई को युएई के वरिष्ठ सरकारी अधिकारीयों ने  क़तर शासन के संकेतस्थल पर सायबर हमला करने की चर्चा की थी| पर इस हमले में युएई खुद शामिल होगी या दूसरों से हमला करवाएगी यह बात स्पष्ट नही थी|

लेकिन कुछ ही देर में क़तर के संकेतस्थल पर हमला हुआ और राजा आमिर शेख तमिम बिन हमाद अल-थानी के नाम से गंभीर संदेश भेजे गये| इसमें क़तर के राजा ईरान यह अरब-इस्लामी देशों की महासत्ता होने का संदेश दिया था| साथ ही क़तर के राजा के एकाऊन्ट से गाझापट्टी के हमास में हुए कारवाई का समर्थन भी किया गया था| पर यह पोस्ट झूठे होने का दावा क़तर ने किया था|

क़तर के राजा अल-थानी के इन पोस्ट से सौदी अरेबिया, संयुक्त अरब अमिरात, बहरीन और इजिप्त इन देशों ने क़तर को बहिष्कृत करके निर्बंध लादे थे| साथही अरब मित्र देशों ने क़तर से प्रस्थापित राजनितिक एवं व्यापारी संबंधों को भी बहिष्कृत किया था| आतंकवाद का समर्थन और आतंकी गतिविधियों को सहायता प्रदान करने का आरोप अरब देशों ने क़तर पर लगाये थे| इन सभी आरोपों को क़तर ने ख़ारिज किया और कहा की अरब देश क़तर पर झूठे आरोप लगा रहा है|

पिछले महीने से क़तर पर लगे निर्बंध कायम हैं और आगे चलकर वह बढने के संकेत सऊदी अरेबिया और मित्र देश दे रहे हैं| पर गुप्तचर यंत्रणा से मिली खबर से अमेरिकी दैनिक का दावा है कि खाड़ी देशों में हुए तनाव के लिए युएई जिम्मेदार है| क़तर के राजा के सोशल मीडिया का  अकाउंट हैक करके युएई ने इस षडयंत्र को रचा है, साथ ही क़तर की मीडिया भी युएई ने हैक करने का दावा अमेरिकी दैनिक ने किया है|

अमरिका में स्थित ‘संयुक्त अरब अमिरात’ के राजदूत ‘युसेफ अल-अतौबा’ ने अखबार में छपे आरोपों को ख़ारिज किया है| ‘पोस्ट’ में छपी खबर झूठी होने की बात अतौबा ने कही है| साथ ही क़तर यह आतंकवाद समर्थक देश है| तालिबान से हमास और गद्दाफी को क़तर से सहायता मिलती है, इस बात को भी अतौबा ने सच बताया है| साथ ही अगर क़तर ने सऊदी और मित्र देशों की मॉंगे नहीं मानी तो क़तर से संबंध बिगड जायेंगे, यह चेतावनी भी युएई ने दी| अब या तो अरब देशों की मॉंगे माने या हमेशा के लिये बहिष्कृत रहें, यह सिर्फ दो विकल्प क़तर के सामने बचे हैं, ऐसा उन्होंने कहा था|

Leave a Reply

Your email address will not be published.