महाराष्ट्र में कोरोना के दो नए ‘स्ट्रेन’ पाए गए – देश में १८ राज्यों में देखा गया ‘डबल म्युटंट’ कोरोना वायरस

नई दिल्ली – देश के १८ राज्यों में ‘डबल म्युटंट’ कोरोना वायरस के पाए जाने की जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने घोषित की है। लेकिन, देश में फिलहाल बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के लिए कोरोना का यह नया वायरस ज़िम्मेदार है या नहीं? साथ ही, कोरोना विषाणु का यह नया प्रकार किस हद तक खतरनाक है? यह अभी स्पष्ट ना होने की बात स्वास्थ्य मंत्रालय ने कही है। इसके अलावा, महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के दो नए स्ट्रेन पाए गए हैं। महाराष्ट्र में पाए गए यह दोनों स्ट्रेन काफी तेज़ संक्रमित होते हैं, यह बात संशोधन में स्पष्ट होने की बात केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कही है।

maharashtra-new-strain-coronaदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या काफी तेज़ी से बढ़ रही है। मंगलवार से बुधवार सुबह तक के चौबीस घंटों के दौरान देश में कोरोना के ४७ हज़ार से अधिक नए मामले सामने आए और २७५ संक्रमित मृत हुए। २४ घंटों के समय में बीते १३२ दिनों से पाए गए कोरोना के नए मामलों की यह सबसे बड़ी संख्या है। साथ ही बीते ८३ दिनों में सबसे अधिक कोरोना संक्रमितों की मौत हुई है। कोरोना संक्रमितों के यह आँकड़े चिंता बढ़ा रहे हैं और ऐसे में देश में कोरोना विषाणु में म्युटेशन होने की बात स्पष्ट हुई है। देश में अब तक कई म्युटंट कोरोना विषाणु पाए गए हैं। अब कोरोना का दोहरा म्युटंट विषाणु भी पाया गया है।

विषाणुओं की रचना में समय समय पर बदलाव होते हैं। इससे विषाणु का नया स्ट्रेन यानी प्रकार बनता है। कई प्रकार के विषाणुओं में कुछ समय बाद ऐसे बदलाव देखे गए हैं। विषाणुओं में बदलाव होकर बनने वाला नया स्ट्रेन खतरनाक नहीं होता। लेकिन, कुछ स्ट्रेन खतरनाक हो सकते हैं। जिनोम सिक्वेन्स की जाँच करके नए स्ट्रेन की खोज़ की जाती है।

कोरोना के विषाणुओं में भी इस तरह के बदलाव विश्‍वभर में होते हुए दिख रहे हैं और इससे कोरोना के नए स्ट्रेन बने हैं। भारत में भी अब तक कई प्रकार के नए स्ट्रेन पाए गए हैं। लेकिन, वे खतरनाक साबित नहीं हुए हैं। अब कोरोना का एक ही समय पर दोहरा बदलाव यानी डबल म्युटंट हुआ विषाणु पाया गया है।

देश के अलग अलग राज्यों से १०,७८७ नमूने जिनोम सिक्वेन्स की जाँच करने के लिए भेजे गए थे। इसमें यह डबल म्युटंट विषाणु पाया गया। १८ राज्यों में यह विषाणु पाया गया है। लेकिन, प्राप्त नमूनों में इस विषाणुओं की संख्या काफी कम है। साथ ही यह विषाणु घातक होने की बात अभी स्पष्ट नहीं हो सकी है, यह स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है।

इसके अलावा महाराष्ट्र में कोरोना के ‘ई४८४क्यू’, ‘एल४५२आर’ जैसे दो म्युटेशन पाए जाने की बात जिनोम सिक्वेन्स के लिए भेजे गए नमूनों से स्पष्ट हुई है। महाराष्ट्र से भेजे गए १५ से २० प्रतिशत नमूने राज्य में पहले पाए गए स्ट्रेन से अलग होने की बात जिनोम सिक्वेन्स की जाँच के दौरान पाई गई। इसके बाद यह दो नए म्युटेशन होने की बात स्पष्ट हुई।

कोरोना वायरस के यह दोनों म्युनेटशन्स अधिक तेज़ संक्रमित होने के अलावा रोग प्रतिकारक क्षमता को चकमा देनेवाले होने की बात समझ में आने की बात केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कही। लेकिन, क्या महाराष्ट्र में बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के लिए कोरोना का यह म्युटेशन कारण है? इस सवाल पर स्वास्थ्य मंत्रालय ने, यह अभी स्पष्ट ना होने की बात कही। इसके लिए अधिक नमूनों की जाँच करनी होगी, यह बात भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अफसर ने स्पष्ट की।

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