चीन के जासूसी के आरोपों को तैवान का प्रत्युत्तर

बीजिंग/तैपेई: तैवान की गुप्तचर यंत्रणाओं ने चीनी छात्रों को लक्ष्य बनाना रोकना चाहिए, ऐसी तीव्र चेतावनी चीन ने तैवान सरकार को दी है। चीन के आरोपों पर उचित प्रत्युत्तर देकर चीन झूठी बातों के आधार पर तैवानी यंत्रणाओं को फँसाने की कोशिष कर रहा है, ऐसा आरोप किया है। चीन और तैवान के नए विवाद की वजह से दोनों देशों के बीच तनाव बढने के संकेत मिल रहे हैं।

चीन, जासूसी, आरोपों, तैवान, प्रत्युत्तर, बीजिंग, तैपेईपिछले साल भर में चीन और तैवान के बीच तनाव अधिकाधिक तीव्र होता दिखाई दे रहा है। अमरिका ने तैवान के सन्दर्भ में किया हुआ कानून, तैवान में शुरू किया हुआ सांस्कृतिक केंद्र, लष्करी सहायता के बारे में चर्चा, तैवान के राष्ट्राध्यक्ष ने अमरिका का किया हुआ दौरा इन जैसी घटनाओं की वजह से चीन की सत्ताधारी राजवट तैवान के खिलाफ आक्रामक हुई है। उसी समय चीन ने दुनिया की यात्री हवाई कंपनियों पर तैवान के बारे में लगाए नियम और तैवान के साथ राजनीतिक संबंध रखने वाले देशों पर संबंध तोड़ने के लिए डाला हुआ दबाव इस वजह से तैवान में भी चीन के खिलाफ तीव्र नाराजगी है।

इसी पृष्ठभूमि पर चीन ने तैवान की गुप्तचर यंत्रणाएं तैवान में पढ रहे चीनी छात्रों पर जासूसी के लिए दबाव बना रहे हैं, ऐसा आरोप किया है। चीन में घातपात करने के लिए और घुसपैठ के लिए यह कोशिश शुरू है, ऐसा दावा भी चीन ने किया है। चीनी मीडिया ने इस सन्दर्भ में कार्यक्रम भी सादर किया है और इसमें चीनी छात्रों पर किस तरह से दबाव डाला जाता है, इसकी जानकारी दी गई है।

तैवान सरकार ने यह सभी आरोप ख़ारिज किये है और चीन की राजवट गलत जानकारी के आधार पर आरोप कर रही है, ऐसा प्रत्युत्तर दिया है। इन कार्रवाइयों की वजह से दोनों देशों के बीच की आशंकाओं की दरार अधिक बढने का डर है, ऐसा दावा भी तैवान ने किया है।

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