रशिया और सीरियन सेना के विरोध में संघर्ष कर रहे सीरियन बागियों को तुर्की से हथियारों की आपुर्ति

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरअम्मान – पिछले कुछ हफ्तों से सीरिया और रशियन लष्कर ने इदलिब में शुरू किए हमलों के विरोध में तुर्की ने मोर्चा खोला है| सीरिया में अस्साद विरोधी बागियों को तुर्की ने शस्त्र प्रदाय शुरू किया है| जिसमें टैंकर-भेदी मिसाइलों का समावेश है| सीरिया में संघर्षबंदी के बारे में रशिया के साथ चर्चा टूटने के बाद, तुर्की ने यह निर्णय लेने की बात कही जा रही है| पर इससे पहले भी तुर्की ने सीरिया में अस्साद विरोधी बागियों का स्वतंत्र लष्करी पथक निर्माण करके शस्त्र तैयारी करने की बात उजागर हुई है|

सीरिया में विरोधी गुट के नेता और अन्य संगठनों के सूत्रों ने तुर्की से मिलनेवाले लष्करी सहायता की जानकारी उजागर की है| इससे पहले भी तुर्की से सीरिया में बागियों को शस्त्र सहायता शुरू थी| पर कुछ हफ्तों पहले सीरिया और तुर्की की सीमा के पास संघर्षबंदी जारी करनेवाले रशिया ने आयोजित की हुई चर्चा टूटने के बाद तुर्की ने शस्त्र सहायता बढ़ाई है, ऐसा विरोधी गट के नेताओं ने कहा है| यह शस्त्र प्रदान करते हुए उत्तर सीरिया पर आज भी पकड़ होने की बात तुर्की ने दिखाई है, ऐसा नेताओं का कहना है|

सीरिया में सरकार विरोधी गुट के नेताओं ने दी जानकारी के बारे में तुर्की ने प्रतिक्रिया नहीं दी है| पर सीरिया के उत्तरी भाग में तुर्की का लष्कर बड़े तादाद में तैनात हैं| उत्तर सीरिया के हमा प्रांत में जबाल-अल-झाव्या इस अड्डे पर सिरियन बागियों का वर्चस्व है| २ दिनों पहले इस अड्डे पर तुर्की के लष्करी वाहन दाखिल हुए हैं| इस भाग पर कई दिनों से रशिया और सीरिया के लड़ाकू विमान हमलें कर रहे हैं| साथ ही सीरिया के टैंकर और लष्करी वाहन भी हमा प्रांत की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं| इस पृष्ठभूमि पर तुर्की ने सिरियन बागियों को टैंकर-भेदी मिसाइल प्रदान करके रशिया के साथ अपने मतभेद तीव्र बनते दिखाया हैं|

पिछले महीने में सिरियन राष्ट्राध्यक्ष बशर अल अस्साद ने इदलिब एवं हमा प्रांत में बागियों पर हमलें शुरू किए थे| इन हमलों से पहले रशिया, सीरिया, तुर्की एवं ईरान के नेताओं में चर्चा हुई थी| इस चर्चा में तुर्की ने इदलिब में बागियों के साथ चर्चा करने का प्रस्ताव दिया था| पर अस्साद प्रशासन ने बागियों के साथ संघर्षबंदी का उल्लंघन करके इदलिब पर हमलें शुरू किए थे| इन हमलों की वजह से फिर एक बार इदलिब की जनता पर संकट बढ़ा है और संयुक्त राष्ट्रसंघ ने इन हमलों पर आलोचना की थी|

इन गतिविधियों की पृष्ठभूमि पर तुर्की ने सीरिया में अस्साद विरोधी बागियों को शस्त्र प्रदाय शुरू किया दिखाई दे रहा है| इससे पहले भी तुर्की ने सीरिया में अस्साद विरोधी बागियों का स्वतंत्र लष्कर निर्माण करने की खबरें प्रसिद्ध हुई थी| तुर्की के दक्षिणी सीमा में सिरियन बागियों को लष्करी प्रशिक्षण प्रदान करके सिरियन सीमा में संघर्ष के लिए रवाना करने का आरोप हुआ था|

दौरान तुर्की नाटो का सदस्य देश है| पर तुर्की ने अमरिका की नाराजगी ओढ़ लेते हुए रशिया से नजदीकी बढ़ाई है| पर सीरिया के संघर्ष में तुर्की की भूमिका रशिया को अनुकूल नहीं है| सिरियन राष्ट्राध्यक्ष अस्साद को तुर्की का विरोध है| इसलिए सिरियन बागियों को इसके पीछे तुर्की ने समय-समय पर राजनैतिक तथा लष्करी समर्थन दिया है| उस समय सीरिया में कुर्द बागियों से अपने एकसंघता को खतरा होने की बात तुर्की ने कही है| तथा अमरीका से कुर्द बागियों को समर्थन है| इसकी वजह से तुर्की सीरिया के बारे में एक ही समय पर रशिया और अमरिका के विरोध में जानेवाले निर्णय लेने की कई विचित्र बातें सामने आ रही है|

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