अमरीका में विघटनवाद का समर्थन करनेवालों की संख्या में वृद्धि – ‘युनिव्हर्सिटी ऑफ व्हर्जिनिया’ की रिपोर्ट

वॉशिंग्टन – अमरीका की दोनों प्रमुख पार्टियों के समर्थकों में देश का विभाजन किया जाएँ, ऐसा मत रखनेवालों की संख्या बढ़ी है। पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प का समर्थन करनेवाले रिपब्लिकन मतदार और राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन की डेमोक्रेट पार्टी के समर्थकों ने दो स्वतंत्र देशों के निर्माण के प्रस्ताव को समर्थन दिया है। अमरीका की वर्जिनिया युनिवर्सिटी के ‘सेंटर फॉर पॉलिटिक्स’ ने जारी की रिपोर्ट में से यह सनसनीखेज बात सामने आई है। पिछले तीन महीनों में अमरीका के विभाजन के संदर्भ में प्रकाशित हुई यह दूसरी रिपोर्ट है।

us-red-blue-states-2वर्जिनिया युनिवर्सिटी के ‘सेंटर फॉर पॉलिटिक्स’ ने ‘प्रोजेक्ट होमफायर इनिशिएटिव्ह’ तथा ‘इनोव्हेट एमआर’ की सहायता से, अमरिका में बने तीव्र राजनीतिक मतभेदों के मुद्दे पर अध्ययन शुरू करने की बात कही है। इस अध्ययन में, अमरीका में राजनीतिक मतभेद अधिक से अधिक तीव्र बनते चले जाने के संकेत मिल रहे हैं, ऐसा दावा ‘सेंटर फॉर पॉलिटिक्स’ के प्रमुख लॅरी जे. सॅबाटो ने किया। ‘ट्रम्प और बायडेन को मतदान करनेवालों में बने मतभेदों की व्याप्ति अधिक ही तीव्र और खतरनाक स्तर पर गई है। यह दरार इतनी बढ़ी है कि उसे आसानी से पूरी करना संभव नहीं है’, ऐसा सॅबाटो ने चेताया है।

पूर्व राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प का समर्थन करने वाले ५२ प्रतिशत और राष्ट्राध्यक्ष बायडेन को मतदान किए ४१ प्रतिशत समर्थकों ने, अमरीका के विभाजन के प्रस्ताव को समर्थन दिया है। रिपब्लिकन पार्टी का नियंत्रण होनेवाले ‘रेड स्टेट्स’ और डेमोक्रॅट पार्टी का नियंत्रण होने वाले ‘ब्ल्यू स्टेट्स’ ऐसे दो स्वतंत्र देशों में अमरीका का विघटन हो सकता है, ऐसा मत समर्थकों ने दर्ज किया है, यह बात ‘सेंटर फॉर पॉलिटिक्स’ की रिपोर्ट में नमूद की गई है। दोनों पार्टियों के ४० प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने, राष्ट्राध्यक्ष के हाथ में सर्वाधिकार देने को समर्थन दिया होने की बात भी सामने आई है।

us-red-blue-states-1दोनों पार्टियों के ७५ प्रतिशत से अधिक समर्थकों ने, दूसरी पार्टी अमरीका के लिए बड़ा खतरा होने की बात चेताई। रिपब्लिकन पार्टी के समर्थकों ने डेमोक्रेट पार्टी की तुलना समाजवादियों से की है। वहीं, डेमोक्रेट पार्टी के समर्थकों ने रिपब्लिकन पार्टी का उल्लेख ‘फॅसिस्ट’ ऐसा किया है। यदि जरूरत पड़ी, तो लोकतांत्रिक मूल्य और नियम बाजू में रखकर अपना एजेंडा पूरा करने को प्राथमिकता देने के लिए भी दोनों पार्टियों के मतदाताओं ने समर्थन दिया है। अगर यही परिस्थिति कायम रही, तो नज़दीकी दौर में दोनों पार्टियों में समान मूल्यों पर और मुद्दों पर काम करनेवाले समन्वयवादी नामशेष होंगे, ऐसा डर ‘सेंटर फॉर पॉलिटिक्स’ ने जताया है।

जुलाई महीने में, ‘ब्राईट लाईन वॉच’ और ‘यु गव्ह’ इन संस्थाओं ने किए सर्वेक्षण में से अमरीका की विघटनवाद की माँग का चित्र सामने आया था। उसमें, अमरीका के दक्षिणी प्रांतों में रिपब्लिकन पार्टी के लगभग ६६ प्रतिशत समर्थकों ने ‘युनायटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका’ से अलग होने के मूल्य को समर्थन दिया था। किसी भी पार्टी का समर्थक ना होने वाले ‘इंडिपेंडंट’ विचारधारा के नागरिकों में से ५० प्रतिशत लोगों ने भी अलग होने की माँग को समर्थन दिया था। डेमोक्रेट पार्टी के आधारस्तंभ माने जानेवाले पश्चिम और ईशान्य अमरीका के प्रांतों में भी, लगभग ४० प्रतिशत समर्थकों ने अलग होने के मुद्दे को समर्थन देने की बात सामने आई थी।

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