सौदी ने भी ईरान के हवाई क्षेत्र से शुरू यातायात रोक दी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तररियाध: अमरिका, भारत, ब्रिटेन, जर्मनी, नेदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया और सिंगापुर के साथ सौदी अरब ने भी ईरान की हवाई सीमा से यात्री विमानों का परिवहन रोका है| ईरान ने अमरिका के ड्रोन पर किए हमले के बाद पर्शियन खाड़ी क्षेत्र में निर्माण हुए तनाव की पृष्ठभूमि पर सौदी ने यह निर्णय लिया है| सौदी के साथ संयुक्त अरब अमीरात ने भी अपने दोनों विमान कंपनियों को ईरान की हवाई सीमा से दूर रहने का आदेश दिया है| पिछले ४ दिनों में दुनिया भर के लगभग अधिकांश प्रमुख देशों ने यह निर्णय लेकर ईरान ने की कार्रवाई पर आलोचना की है|

पिछले गुरुवार को ईरान ने होर्मुझ की खाड़ी क्षेत्र में गश्त कर रहे अमरिकी ड्रोन को गिराया था| इसके बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीव्र प्रतिक्रिया उमड़ने शुरू हुई थी| पिछले हफ्ते में अमरिका के हवाई प्रशासन ने तत्काल नोटिस जारी की है और यात्री तथा व्यापारी विमान कंपनियों को ईरान की हवाई सीमा का उपयोग ना करने के आदेश दिए हैं| पर्शियन खाड़ी क्षेत्र में बढ़ती लष्करी गतिविधियां और राजनैतिक तनाव की वजह से इस क्षेत्र से उड़नेवाले यूनाइटेड एयरलाइंस के विमानों को खतरा निर्माण होने की बात आदेश में कही है|

अमरिकी यंत्रणा की इस नोटिस पर अमरिका के साथ दुनिया के अग्रणी के विमान कंपनियों ने ध्यान दिया है| उसके बाद आनेवाले कुछ घंटों में भारत की एयर इंडिया, ब्रिटिश एयरवेज, क्वान्टास, सिंगापुर एयरलाइंस, जर्मनी की लुफ्थांसा, नेदरलैंड की केएलएम, मलेशियन एयरलाइंस इन कंपनियों ने भी अपने विमान परिवहन का मार्ग बदला है| सिर्फ ऑस्ट्रियन एयरलाइंस इस विमान कंपनीने परिवहन का मार्ग नहीं बदला है|

उसके बाद रविवार को सौदी अरब के विमान कंपनी ने अपना निर्णय घोषित किया| ‘सउदिया’ इस विमान कंपनी ने ईरान की हवाई सीमा का उपयोग करनेवाले सैकड़ों विमानों का मार्ग बदला है| खाड़ी क्षेत्र में निर्माण हुए तनाव की पृष्ठभूमि पर विमानों का मार्ग बदलने की जानकारी ‘सउदिया’ ने दी है| सऊदिया ने यह घोषणा करने के कुछ घंटों पहले संयुक्त अरब अमीरात के ‘एमीरात्स’ और ‘एतिहाद’ इन दोनों विमान कंपनियों ने भी अमरिका के निर्णय का अनुकरण किया है| जिसकी वजह से पिछले ४ दिनों में दुनिया भरके लगभग १२ विमान कंपनियों ने ईरान के हवाई सीमा का उपयोग टाला है|

दौरान अमरीकी ड्रोन पर हुए हमले के बाद अमरिका से ईरान पर लष्करी कार्रवाई की आशंका बढ़ने का दावा किया जा रहा है| अमरीकी ड्रोन पर हमला करके ईरान ने बहुत बड़ी गलती की है, ऐसी प्रतिक्रिया राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने दी थी| उसके बाद राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने ईरान पर हमले के आदेश देने की खबर प्रसिद्ध हुई थी| उसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गतिविधियों तेजी से बढ़ रही है और अमरिका ने अपनी विमान कंपनियों को दिए आदेश संभाव्य लष्करी मुहिम के संकेत होने का दावा विश्‍लेषकों से किया जा रहा है|

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