अमरिका के प्रतिबंधों से बना समस्या का घेरा तोडने के लिये – ईरानी सल्तनत सोने का खनन शुरू करेगी

Third World Warतेहरान: अमरिका के प्रतिबंधों के डर से युरोपीय, एशियाई देश और कंपनीयां व्यापार और इंधन संबंधी सहयोग से पीछे हटने से ईरान की अर्थव्यवस्था समस्या के घेरे में बंद हुई है| यह घेरा तोडके अर्थव्यवस्था संवारने के लिये अब ईरान ने सोने का उपयोग करने का तय किया है| इसी के साथ देश में सोना और अन्य किमती धातु का उत्खनन करने के आदेश ईरान सरकारने जारी किये है| इसी बीच ईरान में ३४० टन सोने का भंडार मौजुद है, ऐसा कहा जा रहा है|

ईरान की खदान और उत्खनन मंत्रालय से जुडे एक बडी कंपनी ने हाल ही में बडा ऐलान किया| सोना, तांबा इन किमती धातु की छह खदानों में उत्खनन शुरू करने का फौरन निर्णय लिया है, यह इस कंपनीने कहा था| ईरान में सोने के व्यापार को गति मिले, इसके लिये यह निर्णय लिया है, यह ऐलान भी इस कंपनीने किया| ईरान में इस्फाहन, खोरासन और अझरबैझान प्रांत में सोने के खदानों में उत्खनन शुरू होगा, यह जानकारी ईरानी कंपनीने दी है|

इसके लिये ईरान सरकार ने समझौता किया है और इस वजह से ईरान में अवैध खदानों को कानुनी परवाना प्राप्त होगा और देश की आय में इजाफा होगा| साथ ही ईरान में रोजगार में बढोतरी होगी और देश की अर्थव्यवस्था को भी गति मिलेगी, यह भरोसा ईरान सरकार से जुडी यह कंपनी जता रही है| ईरान के सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेने इनके आदेश के बाद यह कार्यवाही शुरू हुई है, ऐसा कहा जा रहा है| ईरान की अर्थव्यवस्था आत्मनिर्भर हुई तो अमरिकी प्रतिबंधों से ईरान की अर्थव्यवस्था को दूर रखना संभव होगा, यह दावा खामेनी इन्होंने किया था| इस कारण खामेनी इन्होंने सोने की खदान में उत्खनन शुरू करने का तय किया है, यह ऐलान किया|

अमरिका, प्रतिबंधों, बना समस्या, घेरा तोडने, ईरानी, सल्तनत, सोने, खनन, शुरू, करेगीविश्‍व के कुल खनिजसंचय के ७ फिसदी भंडार ईरान में है, ऐसा कहा जा रहा है| इस में इंधन, गैस और सोने का समावेश है| अब तक ईरान में सोने की ३ खदान है| इन हर एक खदान में १०० टन सोना मौजुद होने का दावा हो रहा है| इसके अलावा ईरान में सोने की अन्य १२ खदाने है लेकिन इन खदानों में खुदाई करने के लिये अब तक ध्यान नही दिया गया| इन खदानों में खुदाई की तो ईरान के सोने का भंडार १ हजार टन तक बढेगा, ऐसा दावा हो रहा है|

अमरिका के प्रतिबंधों की गंभीरता ध्यान में लेकर ईरान की जनता पहले से ही सोने में निवेश की मात्रा बढाती दिखाई पडी है, ऐसे वृत्त प्रसिद्ध हुए थे| मे महीने में अमरिका ने जारी किये पहले स्तर के प्रतिबंधों में ईरान के सोने के व्यापार को लक्ष्य किया था| इस वजह से ईरान में सोने की मांग सीथे २०० फिसदी बढी थी| इसका परिणाम ईरान की अर्थव्यवस्थापर हुआ? था? और इस दौरान ईरान का रियाल का मुल्य लगभग ५० फिसदी कम हुआ? था|

खाडी क्षेत्र में कुल सोने की मांग का विचार किया जाये तो इस में से ७५ फिसदी मांग केवल ईरान से होती है| लेकिन अन्य खाडी देशों की तुलना में ईरान में सोने के जेवर की मांग हर दिन कम हो रही है| ‘वर्ल्ड गोल्ड काऊंसिल’ ने प्रसिद्ध की हुई जानकारी के अनुसार, ईरान में सोने की आभूषणों की मांग में ३५ फिसदी कटौती हुई है| इस वजह से ईरानी जनता सोने के आभूषण नही ईट या कॉईन की बडी मात्रा में खरीदी कर रही है, यह बात वर्ल्ड गोल्ड काऊंसिल दर्ज की है|

इस प्रकार से सोने की इट या कॉईन रखना यह भी ईरान ने गुनाह करार दिया है| पिछले हफ्ते ही ईरान के रोहानी सल्तनत ने सोने के कॉईन जमा करने पर पांच लोगों को फांसी दी थी| इस में से ‘सुल्तान ऑफ कॉईन्स’ के तौर पर पहचाने जा रहे वाहिद मझूलोमिन के पास से तो दो टन कॉईन बरामद हुए थे|

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