रशिया के हायपरसोनिक परमाणु मिसाइल तैनाती के लिए तैयार – रशिया के रक्षा मंत्रालय

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमास्को: रशिया का ध्वनि से २७ गुना तेज सफर करने की क्षमता रखनेवाला एवैनगार्डयह हायपरसोनिक परमाणु मिसाइल तैनाती के लिए तैयार हुआ है| दुनिया के किसी भी शहर पर कुछ ही मिनिटों में हमला करने की क्षमता रखनेवाला यह मिसाइल इसी महीने रशियन सेना के बेडे में शामिल होगा, यह ऐलान रशिया के रक्षा मंत्रालय ने किया है| अमरिकी सेना के निरिक्षकों ने अपने इस मिसाइल का परीक्षण किया है, यह जानकारी भी रशियन रक्षा मंत्रालय ने सार्वजनिक की है| इस वजह से अमरिका और रशिया के बीच न्यू स्टार्ट समझौताहोने की दिशा में गतिविधियां शुरू हुई है, यह दावा भी रशियन माध्यमों ने किया है|

रशिया आगे के समय के लिए आवश्यक अतिप्रगत मिसाइल, ड्रोन्स, लडाकू विमान और पनडुब्बी का निर्माण कर रही है, यह ऐलान राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने पिछले वर्ष किया था| इसमें परमाणु बम के साथ हमला करने के लिए बनाए अंतरमाद्विपीय एवैनगार्डका भी समावेश था| इस मिसाइल के सभी परिक्षण पुरे हुए है और चार दिन पहले री रशियन रक्षा मंत्रालय ने यह घोषित किया| मोबाईल लौंचर्स से प्रक्षेपित करने के बाद यह अतिप्रगत मिसाइल ध्वनि से २७ गुना तेज गति से हमला कर सकता है, यह दावा रशिया ने किया|

रशियन रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी के अनुसार २४ से २६ नवंबर के दौरान अमरिकी सेना के निरिक्षकों ने रशिया की यात्रा की थी| इस दौरान रशियन रक्षा मंत्रालय ने अमरिकी निरिक्षकों को एवैनगार्ड यंत्रणा से अवगत कराया| रशिया की अतिप्रगत सुपरसोनिक परमाणु मिसाइल के क्षमता की जानकारी भी अमरिकी अफसरों को प्रदान की गई| रशियन सेना के रेड बैनर मिसाइल डिव्हिजनके बेडे में यह मिसाइल तैनात होंगे| फिलहाल रशियन सेना का यह दस्ता उरल्स प्रांत में तैनात है और अगले महीने में यह तैनाती पुरी होगी|

सुपरसोनिक परमाणु मिसाइलों की तैनाती से पहले अमरिकी लष्करी अफसरों को इस मिसाइल के परिक्षण का अवसर दिया गया| ऐसा करके रशिया ने अमरिका के साथ न्यू स्टार्टसमझौता करने के दिशा में कदम बढाया है, यह दावा रशियन माध्यम कर रही है| इससे पहले अमरिका और रशिया के बीच परमाणु और मिसाइलों की संख्या के मुद्दे पर काफी मतभेद हुए थे| इसके बाद रशिया अपनी लष्करी तैयारी में पारदर्शिता नही रख रही है यह आरोप करके अमरिका ने रशिया के साथ किए इंटरमिजिएट रेंज न्युक्लिअर फोर्सेस(आयएनएफ) समझौते से पीछे हटने का निर्णय किया था|

इस के बाद अमरिका और रशिया के बीच हुआ न्यू स्टार्टसमझौता भी खतम होगा, यह चर्चा शुरू हुई थी| पर, रशिया के हायपरसोनिक परमाणु मिसाइलों का परीक्षण करने के लिए अमरिकी अफसरों की रही उपस्थिति देखे तो न्यू स्टार्टसमझौता सफल होगा, यह दावा रशियन माध्यम कर रही है|

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