सन २०१४ में युक्रेन में गिरा यात्री विमान ‘एमएच-१७’ रशिया ने गिराया – सुरक्षा परिषद में आरोप

• अमरीका और नेदरलंड ने रशिया की आलोचना की
• रशिया ने आरोपों को ख़ारिज किया

जेरुसलेम/वॉशिंग्टन: सन २०१४ में युक्रेन में ‘मलेशिया एयरलाइन्स’ का विमान गिरकर हुई दुर्घटना में २९८ लोग मारे गए थे। लेकिन यह दुर्घटना नहीं है, बल्कि रशिया ने ही हमला करके इस यात्री विमान को गिराया था, ऐसा सनसनीखेज आरोप नेदरलैंड ने किया है। संयुक्त राष्ट्रसंघ की सुरक्षा परिषद में नेदरलैंड के विदेश मंत्री ने रशिया की कठोर शब्दों में आलोचना करके इस हमले की जिम्मेदारी रशियन सरकार स्वीकार करे, ऐसी माँग की है। अमरिका ने भी नेदरलैंड की इस माँग पर जोर दिया है, नेदरलैंड की इस मांग को अमरिका मजबूती से समर्थन देने वाला है, ऐसी चेतावनी रशिया को दी है। लेकिन रशिया ने इन आरोपों को ख़ारिज किया है।

सन २०१४, युक्रेन, गिरा यात्री विमान, एमएच-१७, रशिया ने गिराया, सुरक्षा परिषद, आरोप, जेरुसलेम, वॉशिंग्टन, नेदरलंडपिछले हफ्ते में हेग शहर में नेदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया के संयुक्त जाँच पथक ने ‘एमएच-१७’ दुर्घटना के बारे में रिपोर्ट पेश की है। इस रिपोर्ट में ‘एमएच-१७’ यह यात्री विमान गिराने वाला मिसाइल रशियन लष्कर का था, ऐसा स्पष्ट निष्कर्ष निकाला गया है। इसी रिपोर्ट के आधार पर नेदरलैंड के विदेश मंत्री ‘स्टेफ ब्लोक’ ने सुरक्षा परिषद रशिया को अपना लक्ष्य बनाया है।

’१७ जुलाई २०१४ को १७ देशों के २९८ यात्रियों को युक्रेन संघर्ष में अपनी जान गँवानी पड़ी है। मलेशिया एयरलाइन्स का यात्री विमान पूर्व युक्रेन के रशियन समर्थक बागियों की सीमा में गिराया गया था। कई वर्षों के स्वतंत्र जाँच के बाद, एमएच-१७ यह विमान रशियन लष्कर के ‘बक टेलर’ मिसाइल से गिराया गया था यह बात साबित हुई है। यह मिसाइल रशियन लष्कर के ५३ वे एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइल ब्रिगेड का हिस्सा था, यह भी साबित हुआ है। इसी आधार पर, रशियन सरकार ने कार्रवाई की पूरी जिम्मेदारी लेनी चाहिए, ऐसी माँग नेदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया की तरफ से की जा रही है’, इन शब्दों में नेदरलैंड के विदेश मंत्री ने रशिया पर सनसनीखेज आरोप लगाया है।

‘नेदरलैंड के विदेश मंत्री ने किए इस आरोप का अमरिका ने जोरदार समर्थन किया है। ‘एमएच-१७’ विमान दुर्घटना में मारे गए परिवारवालों को जवाब माँगने का हक है। पिछले हफ्ते में जाँच पथक ने प्रस्तुत किए निष्कर्षों का हम स्वागत करते हैं। रशियन सरकार इस कार्रवाई की जिम्मेदारी लेकर विमान गिराने वालों को सजा देने के लिए सहकार्य करे, इस नेदरलैंड और ऑस्ट्रेलिया ने की माँग को हम समर्थन देते हैं’, इन शब्दों में अमरिकी राजदूत निक्की हैले ने रशिया को चेतावनी दी है।

सुरक्षा परिषद में हुए इन आरोपों को रशिया ने ख़ारिज किया है। रशिया जैसे देश को निर्णायक चेतावनी देना अयोग्य है, ऐसा प्रत्युत्तर रशियन राजदूत व्हैसिली नेबेन्झ्या ने दिया है। पिछले हफ्ते में ही व्लादिमिर पुतिन ने भी ‘एमएच-१७’ दुर्घटना के पीछे रशिया का हाथ होने की बात को ख़ारिज किया था।

ऑस्ट्रेलिया में स्थित रशियन राजदूत को खदेड़ा जाए – भूतपर्व प्रधानमंत्री एबोट की माँग

कॅनबेरा: ‘एमएच-१७’ विमान दुर्घटना के मामले में रशिया ने अगर माफ़ी नहीं माँगी तो, ऑस्ट्रेलिया में स्थित रशियन राजदूत को खदेड़ा जाए, ऐसी आक्रामक माँग ऑस्ट्रेलिया के भूतपूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबोट ने की है। ३८ ऑस्ट्रेलियन नागरिकों की जान जाने के बाद देश शांत नहीं रह सकता, ऐसी एबोट ने चेतावनी दी है। ऑस्ट्रेलिया की विदेश मंत्री ज्यूली बिशप ने भी, रशिया इस दुर्घटना की जिम्मेदारी लेकर अगली कार्रवाई के लिए चर्चा शुरू करे, ऐसी आग्रही माँग संसद में की है।

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