तालिबानी नेताओं की पाकिस्तान में मौजूदगी, यह अफ़गानिस्तान की सार्वभूमता के लिए ख़तरा – अफ़गानिस्तान की आलोचना

वॉशिंग्टन – तालिबान के नेताओं की पाकिस्तान में मौजूदगी और उनके द्वारा प्रशिक्षण अड्डों की की गयी भेंट, ये बातें बहुत ही गंभीर होकर, उससे अफ़गानिस्तान की सार्वभूमता को ख़तरा निर्माण होने की आलोचना अफ़गानिस्तान के विदेश विभाग ने की है। कुछ दिन पहले तालिबान से संबंधित सोशल मीडिया अकाऊंट्स पर विडिओ जारी हुए हैं। शांतिचर्चा में सहभागी होनेवाले तालिबान के नेता पाकिस्तानस्थित आतंकवादी प्रशिक्षण अड्डों की भेंट करते हुए उन विडिओज़् में दिखाये हैं। तालिबान का उपप्रमुख अब्दुल गनी बरादर ने ऐसा भी बयान किया होने की बात सामने आयी है कि शांतिचर्चा के सभी निर्णय पाकिस्तान स्थित तालिबान के नेताओं से चर्चा करके ही किये जाते हैं।

taliban-pak-afghanistanपिछले कुछ महीनों से कतार में अफ़गानिस्तान सरकार और तालिबान के बीच शांतिप्रक्रिया के बारे में चर्चा शुरू है। इस चर्चा के जारी रहते ही अफ़गानिस्तान में तालिबान के हमलों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले तीन महीनों में तालिबान ने अफ़गानिस्तान में ३८ आत्मघाती हमलें और ५०७ बमविस्फोट किये हैं। इनमें ४८७ से अधिक अफगानियों की जान गयी होकर, हज़ार से भी अधिक लोग घायल होने की जानकारी अफ़गानिस्तान की सरकार ने प्रकाशित की थी। इस बढ़ते हिंसाचार के कारण अफ़गानिस्तान सरकार और जनता में तालिबानविरोधी भावना तीव्र होती जा रही है, यह बात सामने आ रही है।

taliban-pak-afghanistanइस पृष्ठभूमि पर, तालिबान और पाकिस्तान की नज़दिकियों के तथा पाकिस्तानस्थित प्रशिक्षण अड्दों के विडिओ जारी होने के कारण अफ़गानिस्तान में खलबली मची है। अफ़गानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने सविस्तर निवेदन जारी करके, विडिओ में दिखायीं गईं घटनाओं के बारे में तीव्र नाराज़गी व्यक्त की। ‘अफ़गानिस्तानस्थित्अ विद्रोही गुट और उनके नेताओं का पाकिस्तान में खुलेआम विचरण और मौजूदगी, यह अफ़गानिस्तान की सार्वभूमता का खुलेआम उल्लंघन है। इससे इस क्षेत्र में अस्थिरता और संकट को न्यौता मिल सकता है। साथ ही, यह बात अफ़गानिस्तान की शांति के लिए गंभीर चुनौती साबित होती है’, ऐसी आलोचना अफ़गानिस्तान के विदेश विभाग ने की है।

हिंसा और खूनख़राबा करानेवाले गुटों को पाकिस्तान सरकार आश्रय ना दें, ऐसी माँग भी अफ़गानिस्तान ने की। यदि अफ़गान समस्या का शांतिपूर्ण हल चाहिए, तो विद्रोही और आतंकवादियों के आश्रयस्थान फ़ौरन बंद होने चाहिए, ऐसी अफ़गानिस्तान सरकार की स्पष्ट भूमिका होने की बात विदेश विभाग ने जतायी है। तालिबान के नेताओं द्वारा पाकिस्तानस्थित प्रशिक्षण अड्डों की की गई भेंट की भी आलोचना की गयी है।

taliban-pak-afghanistanतालिबान के नेताओं की भेंट और बयान होनेवाले तीन विडिओ प्रकाशित हुए हैं। इनमें से एक विडिओ में, तालिबान का उपप्रमुख अब्दुल गनी बरादर बयान करते हुए दिखाया है। तालिबान का संपूर्ण नेतृत्व पाकिस्तान में होकर, उनके मार्गदर्शन के बिना शांतीचर्चा में कई भी निर्णय नहीं होता, ऐसा बरादर ने कहा है। दूसरे विडिओ में तालिबान का नेता मुल्ला फझल अखुंद पाकिस्तान स्थित आतंकवादियों के प्रशिक्षण अड्डे की भेंट करते हुए दिखाया गया है। वहीं, तीसरें विडिओ में, उपप्रमुख बरादर अफ़गानिस्तानस्थित तालिबान के नेता की पाकिस्तान में भेंट करते हुए दिखाया गया है।

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