अंतरराष्ट्रीय स्तर हो रही आलोचना के दौरान चीन को उत्तर कोरिया और पाकिस्तान समर्थन

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरप्योनगँग/इस्लामाबाद: हॉंगकॉंग में शुरू प्रदर्शनों पर चीन ने अपनाई भूमिका पर दुनियाभर से आलोचना हो रही है| ऐसे में उत्तर कोरिया और पाकिस्तान ने चीन का पक्ष सही कहा है| मानवाधिकार के हनन के लिए कुख्यात समझे जा रहे यह दोनों देशों ने चीन का बचाव करके हमें मानवाधिकार से कुछ लेनादेना नही है, यही बात सिद्ध की है| खास तौर पर जम्मू-कश्मीर में भारत कर्फ्यु लगाकर दमन कर रहा है, यह आरोप कर रहे पाकिस्तान ने हॉंगकॉंग का मुद्दा चीन की अंतर्गत समस्या होने की बात कहकर दोगलापन दिखाया है|

उत्तर कोरिया के विदेशमंत्रालय ने हॉंगकॉंग के मुद्दे पर चीन को पूरा समर्थन घोषित किया है| यह चीन के अंतर्गत सुरक्षा और सार्वभूमता से जुडा मसला है और इसी मुद्दे पर चीन की समृद्धि और स्थिरता निर्भर है, यह कहकर हॉंगकॉंग संबंधी चीन ने अपनाया निर्णय सही है, ऐसा उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा है| इससे पहले भी चीन की लगभग सभी हरकतों पर उत्तर कोरिया ने ऐसे ही समर्थन दिया था| ऐसे में उत्तर कोरिया के तानाशाह की हरकतों की ओर ऐसे ही अनदेखी करके चीन ने भी उत्तर कोरिया का बचाव किया था| इस वजह से उत्तर कोरिया से ऐसी ही प्रतिक्रिया दर्ज होने की उम्मीद थी|

उत्तर कोरिया की तरह ही चीन का नजदिकी समझे जा रहे पाकिस्तान ने भी हॉंगकॉंग के प्रदर्शनों के बारे में उत्तर कोरिया जैसी भी भूमिका अपनाई है| यह चीन का अंतर्गत मसला होने की बात पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने कहा है| खास तौर पर जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के कारण भारत ने लगाए कर्फ्यु पर आलोचना करके इस संबंधी झुठे आरोप कर रहे पाकिस्तान ने हॉंगकॉंग संबंधी पूरी तरह से उल्टी भूमिका अपना कर अपने राष्ट्रीय चरित्र का प्रदर्शन किया है|

इस वजह से जम्मू-कश्मीर की जनता के मानवाधिकार के लिए हम लड रहे है, यह आदर्शवादी दावा कर रहे पाकिस्तान का मानवाधिकार से कुछ भी लेनादेना नही है, यही बात स्पष्ट हुई है|

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