इस्रायली प्रधानमंत्री की चेतावनी के बाद इराक में बने ईरान के अड्डों पर नए हमलें

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबगदाद/जेरूसलम: दुनिया में किसी भी देश में ईरान के जवान अथवा ईरान से संबंधित गुट सुरक्षित नहीं रह सकते, ऐसी घोषणा इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने की थी| इस्रायली प्रधानमंत्री की घोषणा को कुछ ही घंटे हो रहे थे, कि मंगलवार के दोपहर इराक में ईरान के लष्करी अड्डों पर विस्फोट हुआ| जिसमें ईरान से संबंधित गुट का बड़ा शस्त्र भंडार नष्ट हुआ है और पिछले महीने भर में इराक में ईरान से संबंधित अड्डों पर हुआ यह तीसरा बड़ा हमला है|

इराक की राजधानी बगदाद के उत्तरी भाग सलाहेद्दीन प्रांत में बलाद इस हवाई अड्डे पर मंगलवार को बड़ा विस्फोट हुआ| इराक के लष्कर ने इस हवाई अड्डे का कब्जा ईरान से संबंधित ‘पॉप्युलर मोबिलाइजेशन फोर्स’ पीएमएफ, इस सशस्त्र गुट को दिया था| इस गुट ने वर्णित अड्डे पर बड़े तादाद में शस्त्र भंडार किया था| पर मंगलवार को विस्फोट में शस्त्र भंडार नष्ट हुआ है, ऐसा दावा इराक की सूत्रों ने किया है| इराक के सरकार ने इन विस्फोटकों की जांच के आदेश दिए हैं|

ईरान से संबंधित पीएमएफ के अड्डे पर हुए इस विस्फोट के पीछे इस्रायल होने का संदेह व्यक्त किया जा रहा है| क्योंकि इस हमले के कुछ ही घंटे पहले इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यानयाहू ने ईरान के दुनियाभर के लष्करी ठिकानों पर हमलें करने की धमकी दी थी|

ईरान का एक भी अड्डा सुरक्षित नहीं है| कुछ भी होने पर भी ईरान के विरोध में हमारी कार्रवाई आगे भी शुरू रहेगी, ऐसा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने घोषणा में कहा है| साथ ही इस्रायली प्रधानमंत्री ने सीरिया, इराक में नए हमलों की आशंका जताई है|

इसकी वजह से इराक में हुए हमले के पीछे इस्रायल होने के संकेत मिल रहे हैं| पिछले हफ्तों से इराक की सरकार ने विदेशी विमानों के लिए हवाई सीमा बंद की है| पिछले महीने भर में इस्रायल के एफ-३५ लड़ाकू विमानों ने इराक में ईरान के दो लष्करी अड्डों पर हवाई हमलें करने का आरोप करते हुए इराक की सरकार ने यह बंदी जारी की है|

ईरान पर हमले के लिए लॉन्च पैड के तौर पर इराक का उपयोग नहीं होने देंगे, ऐसा इराक की सरकार ने घोषित किया था| उसके बाद भी मंगलवार को ईरान से संबंधित पीएमएफ के अड्डे पर हमला होने की वजह से ईरानी सरकार की चिंता में बढ़ोतरी हुई है|

इससे पहले भी इस्रायल ने सीरिया में ईरान के अड्डों पर जोरदार हवाई हमलें किए थे| अब इराक में ईरान के अड्डों को लक्ष्य करते हुए इस्रायल ने अपनी क्षमता एक और बार प्रदर्शित की है| सीरिया एवं इराक इन दोनों देशों में अपने अड्डे विकसित करते हुए, वहां शस्त्र भंडार करनेवाला ईरान यह शस्त्र तथा इन अड्डों का उपयोग आखिर में इस्रायल के ही विरोध में करेगा, ऐसा आरोप इस्रायल कर रहा है| इसीलिए इस्रायल अपनी सुरक्षा के लिए इन अड्डों पर हमलें करेगा, यह बात इस्रायलने इससे पहले ही स्पष्ट की थी|

मंगलवार को इराक में हुए विस्फोट के बारे में इस्रायल ने अधिकृत स्तर पर घोषणा नहीं की है| पर इससे पहले इस्रायल के प्रधानमंत्री ने किए सूचक विधान इस्रायल ती आक्रामकता का बयान दे रहे हैं|

अमरिका और रशिया की अनुमति से इस्रायल ने की सीरिया-इराक में कार्रवाई

लंदन: पिछले कुछ हफ्तों में इस्रायल ने सीरिया और इराक में ईरान के कब्जे में होनेवाले लष्करी अड्डों पर जोरदार हवाई हमलें किए हैं और अमरिका एवं रशिया की पूर्व अनुमति से ही इस्रायल ने यह कार्रवाई की है| लंदन स्थित अरबी अखबार ने पश्‍चिमी राजनीतिक अधिकारियों के हवाले से यह सनसनीखेज दावा किया है|

इस्रायल को आत्मरक्षा के लिए दूसरे देश में ईरान के ठिकानों पर हमलें करने की अनुमति देनेपर अमरिका एवं रशिया में सहमति हुई है| इसीलिए इस्रायल ने सीरिया एवं इराक में ईरान, हिजबुल्लाह और ईरान से संबंधित गुटो के ठिकानों पर कार्रवाई की है, ऐसा इस अखबार ने कहा है|

अमरिका एवं रशिया के साथ सऊदी अरब एवं सऊदी के खाड़ी क्षेत्र के मित्र देश भी इस्रायल के ईरान पर हुए इन हमलों को मौन अनुमति देने की बात इससे पहले ही स्पष्ट हुई थी|

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