अर्थव्यवस्था की नई गिरावट के कारण अमरिका के साथ व्यापार पर बातचीत करने के लिए चीन पर दबाव

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरबीजिंग/वॉशिंगटन: अमरिका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने लगाए नए करों की वसुली शुरू होने से पहले ही चीन की अर्थव्यवस्था को बडी गिरावट का झटका लगा है| चीन में औद्योगिक उत्पाद, खुदरा बाजार एवं निवेश इन तीनों क्षेत्रों में नकारात्मक स्थिति होने की बात चीन के अधिकृत आंकडों से दिख रही है| चीन के नेतृत्व को भी इस पर गंभीरता से संज्ञान लेना होगा और प्रधानमंत्री ली केकिआंग ने इस वर्ष में चीन की अर्थव्यवस्था को ६ प्रतिशत तक भी विकास दर उंचाना मुमकिन नही होगा, इन शब्दों में गिरावट बरकरार रहने के संकेत दिए है|

अमरिका और चीन के बीच पिछले वर्ष से शुरू व्यापार युद्ध का असर दोनों देशों के साथ ही जागतिक अर्थव्यवस्था पर भी होता दिखाई देने लगा है| अमरिका की अर्थव्यवस्था को बडे झटके अभी लगे नही है, फिर भी विकास दर उम्मीद से भी नीचे गिरने का अंदाजा व्यक्त किया गया है| लेकिन, अमरिका में औद्योगिक उत्पाद क्षेत्र की बढोतरी हो रही है और शेअर बाजार भी विक्रमी स्तर पर काम कर रहा है| ऐसे में बेरोजगारी की तादाद कम होने के आंकडे भी ट्रम्प प्रशासन ने हाल ही में प्रसिद्ध किए है|

लेकिन चीन में बिल्कुल उलटा चित्र है और व्यापारयुद्ध के झटके लगने का सिलसिला कायम रहता दिख रहा है| पिछले कुछ महीनों में चीन की अर्थव्यवस्था की नींव समझी जानेवाले क्षेत्रों में से एक भी क्षेत्र को सकारात्मक बढोतरी दिखाना मुमकिन नही हुआ है| चीन का आर्थिक विकास दर तीन दशकों में सबसे निचले स्तर पर पहुंचा है और आयात-निर्यात एवं औद्योगिक क्षेत्र का निर्देशांक भी लगातार गिरावट देख रहा है| अर्थव्यवस्था संवरने के लिए चीन ने अरबों डॉलर्स की सहायता अर्थव्यवस्था के लिए की है और चलन का अवमुल्यन भी किया है|

लेकिन, इन प्रावधानों का चीन की गिरावट पर किसी भी प्रकार का असर हो नही सका है, यही बात नए आंकडे दिखा रही है| चीन की ‘एनबीएस’ इस यंत्रणा ने दी जानकारी के अनुसार अगस्त महीने में औद्योगिक उत्पादन का दर जुलाई की तुलना में ०.४ प्रतिशत कम रहा है| यह दर ४.४ प्रतिशत तक पहुंचा है और पिछले १७ वर्षों का यह सबसे निम्न स्तर माना जा रहा है| संपत्ति में हुए निवेश में ०.२ और खुर्दा बिक्री में ०.१ प्रतिशत गिरावट हुई है| चीन की अर्थव्यवस्था की नींव समझी जा रही निर्यात में १ एवं आयात को ५.६ प्रतिशत कमी का सामना करना पडा है|

चीन की अर्थव्यवस्था में देखी गई इस गिरावट पर संज्ञान लेने के लिए देश का नेतृत्व भी विवश होता दिख रहाहै| चीन के प्रधानमंत्री ली केकिआंग ने इस गिरावट पर प्रतिक्रिया देते समय यह गिरावट आगे भी बरकरार रहने के संकेत दिए है| ‘फिलहाल की जटिल अंतरराष्ट्रीय माहौल में चीन को छह प्रतिशत या उससे अधिक विकास दर रखना काफी कठिन होगा| एक ओर निर्णय प्रकिया, व्यापारी रक्षात्मक निती, जागतिक विकास दर में हो रही गिरावट के कारण दुनिया में दुसरें क्रमांक की अर्थव्यवस्था बनी चीन पर काफी दबाव बना है’, यह बात प्रधानमंत्री केकिआंग ने स्वीकार की है|

केकिआंग ने यह बात स्वीकार ने से अगले महीने में अमरिका के साथ दुबारा शुरू हो रही व्यापारी बातचीत में चीन दबाव में रहेगा, ऐसे स्पष्ट संकेत प्राप्त हो रहे है| अमरिका के साथ होनेवाली इस व्यापारी बातचीत में वर्तमान की स्थिति पर कुछ हल निकलें, इसके लिए चीन से अमरिका को कुछ सहुलियत घोषित की गई है| साथ ही चीन का एक वरिष्ठ नेता इसी सप्ताह में अमरिका की यात्रा करेंगे, यह भी चीन ने घोषित किया है|

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