‘साउथ चाइना सी’ में की अमरिकी युद्धपोत ने गश्त

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरवॉशिंगटन – अमरिका की ‘यूएसएस वेन ई. मेयर’ युद्धपोत ने ‘साउथ चाइना सी’ के क्षेत्र में सफर किया| चीन दावा कर रहे पैरासेल द्विपों के क्षेत्र से अमरिका की इस युद्धपोत ने गश्ती की है, यह आलोचना चीन के माध्यम कर रहे हैं| इसी बीच समुद्री यातायात की स्वतंत्रता का दाखिला देकर अमरिकी नौसेना ने अपनी इस युद्धपोत ने किए सफर का समर्थन किया है| इस समुद्री क्षेत्र के कृत्रिम द्विपों पर चीन ने सामरिक गतिविधियां शुरू की है, यह दावा हो रहा है| इस पृष्ठभूमि पर अमरिकी युद्धपोत ने इस क्षेत्र में गश्त करना अहमियत रखता है|

मिसाइलों से सज्जित इस अमरिकी युद्धपोत ने चार दिन पहले ही यह गश्त पूरी की| अमरिकी नौसेना ने ही इस युद्धपोत की गश्त की जानकारी प्रसिद्ध की| पैरासेल द्विपों के समुद्री क्षेत्र से और चीन ने बनाए कृत्रिम द्विपों से मात्र १२ समुद्री मील दूरी से अपने इस युद्धपोत ने सफर किया है, यह जानकारी अमरिकी नौसेना ने दी| अमरिकी युद्धपोत ने अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमा से और नियमों के दायरे में रहकर यह गश्त की है, यह भी अमरिकी नौसेना के वरिष्ठ अधिकारी ने स्पष्ट किया है|

अमरिका ने किए इस समुद्री गश्त पर चीन ने तुरंत प्रतिक्रिया दर्ज की है| ‘‘साउथ चाइना सी’ के द्विप एवं संबंधित समुद्री क्षेत्र पर चीन का सार्वभूम अधिकार कोई भी ठुकरा नही सकता| विदेशी युद्धपोत और लडाकू विमान उकसाने के लिए इस क्षेत्र में घुसपैठ करते है, फिर भी इस क्षेत्र की सच्चाई नही बदलेगी’, यह आलोचना चीन की सेना के ‘सदर्न थिएटर कमांड’ ने की है| अमरिकी युद्धपोत की गश्त होने के बाद चीन ने इस समुद्रीय क्षेत्र में अपने विध्वंसक तैनात किए है|

साउथ चाइना सी के ९० प्रतिशत से भी अधिक हिस्से पर चीन अपना हक होने का दावा कर रहा है| इसी बीच चीन की इस दावेदारी को वियतनाम, फिलिपिन्स, ब्रुनेई, मलेशिया और तैवान ने चुनौती दी है| लेकिन, आग्नेय एशियाई देशों की दावेदारी ठुकराकर चीन ने इस क्षेत्र में लष्कर की तैनाती जारी रखी है और अमरिकी अभ्यास गुटने हाल ही में प्रसिद्ध किए रपट में इस विषय की जानकारी दर्ज है|

अमरिका के प्रसिद्ध अभ्यास गुट ‘एशिया मेरिटाईम ट्रान्स्परन्सी इनिशिएटिव्ह’ इस अभ्यासगुट ने कुछ सैटेलाईट से खिंचे गए फोटो प्रसिद्ध किए है| इन फोटो में चीन ने ‘साउथ चाइना सी’ में विवादित समुद्री क्षेत्र में लष्करी हरकतें शुरू करने का दावा अमरिकी अभ्यासगुट ने किया है| चीन ने बनाई मिसचिफ रिफ, फेरी क्रॉस और सुबी रिफ इन कृत्रिम द्विपों पर मिसाइलों के लिए भंडार एवं राडार और सम्युनिकेशन्स इमारतों का निर्माण कार्य शुरू है|

इनमें से फेरी क्रॉस के द्विपों पर चीन ने मिसाइलों के चार भंडारों का निर्माण किया है| इससे पहले भी वर्णित द्विपों पर चीन ने आठ भंडारों का निर्माण किया था| इस वजह से इन भंडारों की संख्या हर दिन बढाई जा रही है| चीन की इन्हीं कोशिशों की वजह से अब चीन की गतिविधियों की ओर संदिग्धता से देखा गया है| इसी बीच फेरी क्रॉस पर पहले ही राडार यंत्रणा लगाई गई है और इन द्विप पर अब और एक यंत्रणा लगाई जा रही है| मिसचिफ रिफ द्विपों पर भी दो राडार तैनात किए जा रहे है|

इसी बीच कृत्रिम द्विपों पर चीन ने शुरू किया लष्करी जमावडा अलग ही संकेत देनेवाला है, ऐसा अमरिकी अभ्यास गुट ने कहा है| लडाकू विमान और मिसाइल विरोधी यंत्रणा तैनात करेन के लिए चीन ने यह निर्माण कार्य शुरू किया है, यह दावा भी इस अभ्यासगुट ने किया है| चीन के इस लष्करीकरण को आग्नेय एशियाई देश एवं अमरिका, ऑस्ट्रेलिया ने कडा विरोध किया है| साथ ही इस समुद्री क्षेत्र में समुद्री एवं हवाई गश्त कम नही करेंगे, यह ऐलान भी अमरिका ने किया है|

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