मर्केल ने जर्मनी की सत्ता छोड़ने के बाद मॅक्रॉन युरोपिय महासंघ को ‘सुपरस्टेट’ बनायेंगे – युरोप के विश्‍लेषकों का दावा

लंदन – जर्मनी की चॅन्सेलर अँजेला मर्केल अगले कुछ महीनों में सत्ता छोड़ देंगी। इस मौके की प्रतीक्षा में होनेवाले फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमॅन्यूएल मॅक्रॉन फिर युरोपिय महासंघ पर पूर्ण रूप से पकड़ जमायेंगे और महासंघ को ‘सुपरस्टेट’ बनायेंगे, ऐसा दावा युरोप के विश्‍लेषकों ने ब्रिटिश अख़बार से की बातचीत के दौरान किया। राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन की इस संदर्भ में होनेवालीं नीतियाँ, जनतंत्र तथा सार्वभूमता का पुरस्कार करनेवाले देशों के लिए भयावह गतिविधियाँ साबित होंगी, ऐसी चेतावनी भी इन विश्‍लेषकों ने दी है।

‘सुपरस्टेट’

युरोपीय महासंघ का कामकाज और व्यवस्था सँभालने के लिए स्वतंत्र यंत्रणा है। ऐसा होने के बावजूद, महासंघ में बड़ी अर्थव्यवस्था होनेवाले देश के नाते, इस संगठन के फ़ैसलों पर चॅन्सेलर मर्केल और फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष इमॅन्यूएल मॅक्रॉन का बड़ा प्रभाव रहा है। महासंघ की वास्तविक नेता के रूप में इनमें से जर्मनी की चॅन्सेलर अँजेला मर्केल की ओर देखा जाता है। लेकिन अगले साल मर्केल अपने पद को छोड़नेवालीं हैं, इसकी याद युरोप के कुछ विश्‍लेषकों ने ब्रिटिश दैनिक से बातचीत करते समय करा दी।

फ्रान्स के राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन जर्मनी की इसी घटना की प्रतीक्षा कर रहे हैं, ऐसा दावा इन विश्‍लेषकों ने किया। पिछले कुछ महीनों से राष्ट्राध्यक्ष मॅक्रॉन, चॅन्सेलर मर्केल की जगह लेने में प्रयासशील थे। मर्केल के जाने के बाद, महासंघ के सबसे बड़े नेतृत्व के तौर पर मॅक्रॉन इस संगठन पर अपनी पकड़ अधिक मज़बूत करेंगे, ऐसा बेन हॅरिस-क्यूनी, आनंद मेनन और वेन ग्रँट इन विश्‍लेषकों ने कहा है।

इसी बीच, युरोपीय महासंघ को ‘सुपरस्टेट’ बनाने की योजना महासंघ के पूर्व अध्यक्ष जंकर ने सन २०१६ में प्रस्तुत की थी। लेकिन ब्रिटन, हंगेरी तथा पूर्व युरोपीय देशों ने इसका कड़ा विरोध किया था।

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